Desert Candle

डेज़र्ट कैंडल पौधे की जानकारी: इतिहास, पहचान, प्रकार, महत्व, फायदे, खेती, नुकसान

By Vidita Vaidya

डेज़र्ट कैंडल, जिसे अंग्रेजी में Desert Candle फूल कहा जाता है, व्यापक तापमान और कठोर मृदा के दर्द को झेलने में सक्षम है। इस फूल का वैज्ञानिक नाम Calotropis procera है और यह उच्च वनस्पति वैज्ञानिक गोत्र आईयरिस का हिस्सा है। यह फूल भारतीय तटीय एवं प्रदेशों में विलीन है और सूखे और दुष्कर्मित मृदा में भी उगता है। इसका रंग गहरे पीले या हरे होता है और इसकी खुशबू भी अत्यंत सुंदर होती है। डेज़र्ट कैंडल पौधों के लिए मानव द्वारा कई प्रयोगों में उपयोग होता है।

डेज़र्ट कैंडल का उपयोग भारतीय आयुर्वेद में भी विशेष प्राथमिकता है। इसके पेड़ की जड़ और पत्ते में बैक्टीरिया, स्कीन रोग, विराण संक्रमण और जानवरों के कई आवरण रोगों के उपचार में प्रयोग किए जाते हैं। इसके पत्तों का रस पेट में पहुंचने पर गैस, पेट दर्द और मलत्याग की समस्या को कम करने में मदद करता है। इसके बीज और छाल का दूध के रूप में उपयोग पेट की समस्याओं, जैसे कि डायरिया और डिसेंट्री से निपटने के लिए सुझाया जाता है। अतिरिक्त रूप से, इसका तेल रोजगार, गंध सामग्री, पत्ता व्यापार, रंगीन सृजनात्मकता और औद्योगिक एप्लीकेशन में उपयोग होता है।

डेज़र्ट कैंडल एक सुंदर फूल है, जिसकी अद्भुतता और पर्यावरण में प्रतिस्पर्धी अनुकरणीयता के कारण यह फूल विज्ञान और पर्यावरण द्वारा बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसकी कठोरता और आध्यात्मिक उपाय तथा उच्च संरक्षण के कारण, डेज़र्ट कैंडल शांति, सुंदरता और पुनर्जीवन का प्रतीक बन चूका है। इसकी खुशबू और उत्पादों की मान्यता मुख्य विशेषताओं में से हैं, जो कि उसे एक अद्भुत औषधीय पादार्थ, सुंदरता मार्केट इंग्रीडिएंट, धार्मिक आराध्यता और अग्रणी प्रदूषण संशोधक बनाती हैं। डेज़र्ट कैंडल पेड़ एक वानस्पतिक रतन है, जिसे वृक्ष की तरह मुख्यता अंतिमिक प्रदेशों में पाया जा सकता है और जो सूखे द्वीपों को जीवंत रखने में विशेष बदलाव आ सकता है।

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डेज़र्ट कैंडल क्या है? (What Is Desert Candle?)

डेज़र्ट कैंडल, जिसे “Desert Candle flower” भी कहा जाता है, यह एक प्रदर्शनीय जंक्शनल पौधा है जो डिज़र्ट्स और सेमी-ड़ून इलाकों में पाया जाता है। यह ऐसे पौधे की विशेषता है जो केवल कुछ ही दिनों के लिए अपनी खूबसूरतता दिखा सकता है और फिर सूख जाता है। डेज़र्ट कैंडल को अपनी घनी सूखी शाखाओं और छोटी सी सफेद औषधीय प्रजाति वाली फूलों के लिए पहचाना जा सकता है।

यह वनस्पति प्रजाति क्षेत्रफल और जलवायु की सख्तता के कारण अपनी अनूठी पहचान बनाई है। डेज़र्ट कैंडल को लेकर विदेशी दौरजों में भी उत्साह है क्योंकि यह एक आकर्षक प्रदर्शनीय पौधा है जिसे देखने के लिए लोगों की रुचि होती है।

वैज्ञानिक नाम “Euphorbia anoplia” है और यह एक सदारण रूप से पुरोहित परिवार का हिस्सा है। यह प्रजाति म्यूड के रंगों का एक विशाल संग्रह है, जो उन्हें इतना आकर्षक बनाता है। यह तैयार रूप में यूनाइटेड स्टेट्स, मेक्सिको और डेज़र्ट्स के अलावा अन्य देरों में भी उपयोग होता है।

डेज़र्ट कैंडल का उपयोग आमतौर पर विभिन्न संग्रहालयों, वृक्षारोपण कार्यक्रमों, और वानिकी बगीचों में किया जाता है। इसके अलावा, यह प्रजाति कनाडा, अमेरिका और मेक्सिको में एक मशहूर पेय के तत्व के रूप में भी उपयोग होता है। इसके बारे में रिसर्च भी की जाती है ताकि इसे एकांत में उगाया जा सके और यह प्रजाति संरक्षण कार्यक्रमों के तहत सुरक्षित रखा जा सके।

डेज़र्ट कैंडल का इतिहास (History Of Desert Candle )

डेज़र्ट कैंडल, जिसे हिंदी में ‘रेगियो सुई’ भी कहते हैं, एक अनोखा बांधने वाला पौधा है जो सूक्ष्म नदी चलाने वाली पौधे की तरह अपने प्राणियों को पोषण प्रदान करता है। इसके आकार को देखकर ऐसा लग सकता है कि यह एक दलदली खाद्य आंकड़ा हो, लेकिन ये सबकुछ असल में जादूसी तरीके से हो पैदा होता है।

डेज़र्ट कैंडल का जीवनकाल एकत्रित बारिश की मदद से शुरू होता है। जब मौसमि बारिश होती है, तो इस पौधे को उसकी बूंदों को पकड़ने के लिए एक स्पेशियली बना हुआ स्पंजी चट्टान उत्पन्न करने की क्षमता होती है। जब ये बारिश की बूंदें सूख जाती हैं, तो चट्टान ने इसे बंद कर देती है, जिससे ये भारी हो जाती है। यह ज़बरदस्त एवलन्चर पौधा अब भूमि में स्थापित हो जाता है और अपनी जड़ों को मज़बूत रखकर अन्य पौधों के ऊपर उठता है।

डेज़र्ट कैंडल को जीवित रहने के लिए ये अनूठा विधि विकसित की गई है। जब वह अन्य पौधों का जीवाशी ऊपचार करने के लिए उठता है, तो इसका पीछा करने वाला मूल पौधा उष्ण आवास की ओर बढ़ता है। ये मूल पौधा धूप में शुष्क हो डालता है, और जब मौसम ठंडा होता है, तो ये अपने मधुमक्खी और बटरफ्लाई दोस्तों के पतंगों के लिए मसालेदार नकेल गोंद का उत्पादन करने के लिए अपनी कंदों को विकसित करता है।

डेज़र्ट कैंडल का वैज्ञानिक नाम “लिथोप्सिस कॉरियडिज़” है, जिसे इन पौधे के विशेषताओं के आधार पर प्राप्त किया गया है। यह वैज्ञानिक नाम सूचित करता है कि ये पौधा बांधने के लिए स्थायी चट्टानों को चुनता है और इन चट्टानों के माध्यम से उनके ऊपर ऊँचाई प्राप्त करता है।

डेज़र्ट कैंडल को लेकर अधिकांश मानवों के पास अनुभव की कमी होती है, क्योंकि ये मुद्रणीत्र सप्लाइयों में खासतौर से संक्रमित पाए जाते हैं। हालांकि, ये प्राकृतिक पौधे डेज़र्ट के पर्यावरण में विभिन्न फॉर्म में पाए जाते हैं और कुछ जगहों पर ये दृश्य बेहद मनमोहक हो सकते हैं।

फिर भी, डेज़र्ट कैंडल के बारे में देखभाल करने और उनकी सुरक्षा के बारे में हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। ये पौधे दिखने में आकर्षक होते हैं और उनकी प्रकृति पर अद्वितीय प्रभाव पड़ता है। हमें ये याद रखना चाहिए कि पृथ्वी पर हर पौधा एक विशेषता रखता है, जो हमारे जीवन की गहराईयों में समाहित है।

डेज़र्ट कैंडल की प्रकार (Types Of Desert Candle)

डेज़र्ट कैंडल विभिन्न प्रकार की होती हैं। यहां हम 6वीं कक्षा के छात्रों को समझने में आसान होने वाले कुछ प्रमुख प्रकार बताएँगे।

1. कैक्टस एक्यूलाटा (Cactus Echinocereus): ये कैंडल ज्यादातर मेक्सिको और यूनाइटेड स्टेट्स में पाई जाती हैं। इसके एक्यूलेट दौड़ेदार होते हैं और अलग-अलग रंगों में मिलते हैं।

2. ऐरोनίx आजरेंसिस (Ariocarpus Azerensis): ये कैंडल मेक्सिको के नागहाल़ा क्षेत्र में पाई जाती हैं। इसका रंग हरे, गुलाबी, पीले और भूरे शेड में होता हैं।

3. ओपुंतिया (Opuntia): ये कैंडल प्रमुख देशों, जैसे कि मेक्सिको, अमेरिका और इसके पड़ोसी देशों में पाई जाती हैं। इसके पत्तों के ऊपर कांटे होते हैं और इसके फूल गहरे लाल व गुलाबी रंग में होते हैं।

4. एचीनोकालीरिया (Echinocactus): ये कैंडल मेक्सिको के पश्चिमी इलाकों में पाई जाती हैं। इसके एक्यूलेट घमीढ़ार, कंडाकारी और बड़े होते हैं और गहरे हरे रंग में पाए जाते हैं।

5. गाइनोकालम (Gymnocalycium): ये कैंडल प्रमुख देशों, जैसे कि आर्जेण्टीना, उरुग्वे, ब्राज़ील और पेराग्वे में पाई जाती हैं। इसका रंग विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे कि पीला, गुभी लाल और गुलाबी।

ये काफी प्रमुख डेज़र्ट कैंडल के प्रकार हैं। इन्हें तभी पूरी तरह से समझ पाएंगे जब आप इनकी छवि देखेंगे और उपयोगिता के बारे में और जानेंगे।

अन्य भाषाओं में डेज़र्ट कैंडल के नाम (Desert Candle Names In Other Languages)

डेज़र्ट कैंडल या डेज़र्ट कैंडल को निम्नलिखित भारतीय भाषाओं में इन शीर्ष 10 भाषाओं में क्या कहा जाता है:

1. हिंदी में यह “मरूभूमि की मोमबत्ती” कहलाता है। (Marubhumi ki mombatti)
2. मराठी में यह “वीरेज़ी दीप” कहलाता है। (Virezi deep)
3. गुजराती में यह “रण मोमबत्ती” कहलाता है। (Ran mombatti)
4. पंजाबी में इसे “ਮਰੀ ਦੀਵੇ” कहा जाता है। (Mari dīvē)
5. बंगाली में इसे “মরুভূমি মোমবাতি” कहा जाता है। (Marubhūmi mōmbāti)
6. उड़िया में इसे “ମରୁଭୂମି ମୋମବତ୍ତି” कहा जाता है। (Marubhūmi mōmabatti)
7. तमिल में इसे “மருபுத்தொடர் மனிதவன்” कहा जाता है। (Maruputoṭar maṉitavaṉ)
8. तेलुगू में यह “మరపు దీపం” कहलाता है। (Marapu dīpaṁ)
9. कन्नड़ में यह “ಮರುಭೂಮಿ ಮೊಮ್ಬತ್ತಿ” ಅಂದರೆ “Marubhūmi mombatti” ಕರಿಯಾದು. (Marubhūmi mombatti)
10. मलयालम में इसे “മരുഭൂമി മോമബത്തി” कहते हैं। (Marubhūmi mōmabatti)

डेज़र्ट कैंडल के उपयोग (Uses Of Desert Candle)

डेज़र्ट कैंडल, जिसे हिंदी में डेज़र्ट मोमबत्ती भी कहा जाता है, एक प्रकार की प्राकृतिक मोमबत्ती होती है जो प्राय: रेगिस्तानी और सूखे क्षेत्रों में पाई जाती है। यह माडिगोला नामक पौधे से प्राप्त की जाती है जो सूखे और कठोर मौसम पर असामान्य रूप से रहने की योग्यता रखता है।

इसका उपयोग निम्नलिखित दो आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया जाता है:

1. रोशनी की सप्लाई: डेज़र्ट कैंडल रेगिस्तानी प्रदेशों में असाधारण गर्मी और सूखे मौसम के कारण रोशनी की कमी को पूरा करने के लिए उपयोग होती है। इसे प्रयोग करके लोग मन्नुवाड़े और छोटे गांवों में रात में आसानी से रोशनी प्रदान करते हैं।

2. विनाशकारी प्रदूषण को नष्ट करना: डेज़र्ट कैंडल को अल्टर्नेटिव ईंधन स्रोत के रूप में उपयोग किया जा सकता है जब इलेक्ट्रिसिटी उपलब्ध ना हो। यह प्रदूषण मुक्त है और स्वच्छ विकल्प प्रदान करती है जब धूल में खोज भी बचाकर मांसल प्रोडक्शन को कम किया जा सकता है।

इसके अलावा, निम्नलिखित बातें भी ध्यान में रखनी चाहिए:

– डेज़र्ट कैंडल में पारदर्शी कपड़ों के संबंध से ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह अवशोषक और अस्थायी हो सकते हैं।
– इसे आग के पास उपयोग न करें और ध्यान दें कि इसे छोटे बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर रखें।

इस तरीके से, डेज़र्ट कैंडल विभिन्न उपयोगों के लिए एक उपयोगी और पर्यावरण संरक्षणीय उत्पाद है।

डेज़र्ट कैंडल के फायदे (Benefits Of Desert Candle)

– डेज़र्ट कैंडल एक प्रकार की पौधा है जो उमसों के मध्य पाए जाते हैं और जलते समय धूप के जगह एक दूसरे प्रकार की सुंदर रोशनी देते हैं।
– यह पौधा सबसे अधिक गर्म और रूखा मौसम में पाया जाता है, जैसे कि मार्च से जून या उष्णकटिबंधीय इलाकों में।
– डेज़र्ट कैंडल के पेड़ का उपयोग पुराने समय से हो रहा है, जहाँ इसे दोपहर के समय रोशनी प्रदान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
– इसके पत्ते में प्राकृतिक तेल होता है, जिसे जलते समय इस्तेमाल करके हवा में अच्छी सुगंध छोड़ती है।
– यह पौधा सूखे इलाकों में पाया जाता है, जहाँ इसकी पानी की आपूर्ति कम होती है। इसके कारण डेज़र्ट कैंडल एक प्रकार के सुखा मैदानों की सीशम पौधाओं के लिए जीवनदायक होता है।
– यह पौधा धूप के नागरिकों के लिए मार्च तथा अप्रैल माह में अधिक मायने रखता है। क्योकि इस मौसम में सूर्य की धूप काफी गर्म और तापमान उच्च होता है, जिससे लोगों को ठंडक मिलती है।
– इस पौधे का उपयोग वैद्यकीय उद्देश्यों में भी किया जाता है, जैसे कि कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने, सांस लेने में सहायता प्रदान करने और प्रकर्ति की प्राकृतिक रक्षा करने के लिए।

डेज़र्ट कैंडल के नुकसान (Side effects Of Desert Candle)

डेज़र्ट कैंडल या डेज़र्ट कैंडल (Desert Candle) एक पौधा है जो प्राकृतिक औषधि के रूप में प्रयोग होता है। इसे आमतौर पर स्किन के लिए प्रयोग किया जाता है, लेकिन कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इस आर्टिकल में हम डेज़र्ट कैंडल के साइड इफेक्ट के बारे में आसान भाषा में लिखेंगे।

साइड इफेक्ट्स:
1. यह प्रदरोग के प्रतिक्रियाओं को बढ़ा सकता है: कुछ लोगों को डेज़र्ट कैंडल की संयंत्र द्वारा उत्पन्न होने वाली प्रतिक्रियाएँ हो सकती हैं। इनमे से कुछ शामिल हो सकते हैं: स्किन जलन, खुजली, श्वेत पदार्थों का उत्पादन और संतरी जगहों पर लालिमा।

2. एलर्जी: कुछ लोगों में डेज़र्ट कैंडल के सामग्री के प्रति एलर्जी हो सकती है। यदि आपको इस पौधे से जुड़ी किसी भी चीज़ के प्रति एलर्जी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो इसका सेवन बंद कर दें और चिकित्सक से परामर्श करें।

3. सुन समस्याएं: कुछ लोगों में डेज़र्ट कैंडल के साथ संपर्क करने पर सड़ा हुआ सूरज के कारण ततकाल सूर्य द्वारा होने वाली समस्याएं दिखाई दे सकती हैं। इनमें से कुछ शामिल हो सकती हैं: सूर्य के प्रति संवेदनशीलता में बढ़ोत्तरी, जलन, रैश, चकत्ता आदि।

4. प्रेगनेंसी के दौरान सावधानी: अगर आपने डेज़र्ट कैंडल के सेवन का निर्णय लिया है और आप गर्भवती हैं, तो ध्यान रखें। इस पौधे के बारे में गर्भवती महिलाओं के बीच क्षति की कम जानकारी है। इसलिए, आपको इसे सेवन से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

कृपया ध्यान दें कि इन साइड इफेक्ट्स का सामना हर किसी को नहीं करना पड़ता है, लेकिन कुछ लोगों में यह दिखा सकता है। अगर आप इन चिंताओं के बारे में हों तो, तो कृपया अपने चिकित्सक से सलाह लें।

डेज़र्ट कैंडल का पौधे की देखभाल कैसे करें (How To Take Care Of Desert Candle Plant)

डेज़र्ट कैंडल एक सुंदर पौधा है जिसे कक्षाओं, खिड़कियों और बालकनों में सजाने के लिए इंडोर प्लांट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह कैक्टस परिवार से सम्बन्धित होती है और रेषा नामक पौधे के तौर पर भी जानी जाती है। इसकी देखभाल बहुत सरल है और इसके अंदर पानी संचयित करने की विशेषता होती है, जिसकी वजह से वे सूखे की भारी मात्रा में रह सकती हैं।

इसकी देखभाल करने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। पहले जब आप इसे खरीदें, तो सुनिश्चित करें कि यह स्वस्थ और अच्छे संपर्क में है। फिर, इसे ढाल में पानी के साथ डालने के लिए एक जग चुनें। इसे पानी की आवश्यकता की संख्या के हिसाब से सावधानीपूर्वक आराम से डाले। यहां यह याद रखें कि कैंडल की मिट्टी को कभी भी पूरी तरह सूख जाने नहीं देना चाहिए, यह इसकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।

डेज़र्ट कैंडल को धूप और समय-समय पर सूर्य की किरणों के लिए व्यापक पहुंच के साथ खिड़कियों के करीब रखा जाता है। रोज की रौशनी में यह अच्छी तरह से खिलता है और आकर्षक दिखता है। इसे निकट बिजली और नमी वाले स्थानों से दूर रखें, क्योंकि यह इन सभी परिवार के लिए हानिकारक हो सकता है।

जैसे ही अपके डेज़र्ट कैंडल की मिट्टी सूखने लगेगी, उसे सूखने से पहले पानी करें। आपको यह ध्यान देना चाहिए कि जब आप पानी कर रहे हों, तो उसे सिलेंडर के ऊपरी भाग में नहीं डालना चाहिए, क्योंकि यह उसकी उच्चतम पर्यावरणीय ऐम्बियेंस के लिए शर्मिंदगी संकेत करता है। इसके बजाय, आपको पॉट में एक छोटा सा पानी डालना चाहिए और फिर इसे मिट्टी में डालना चाहिए ताकि यह अपनी विश्राम और प्राकृतिकता को बरकरार रख सके।

डेज़र्ट कैंडल की उचित देखभाल करने से, यह पौधा आपके घर की खूबसूरती और स्मृति में चमका देगा। इसकी सेहत से सम्बंधित कोई ख़ातरा नहीं होता है, लेकिन यदि आप किसी तरह की समस्या का सामना करते हैं, तो देर न करते हुए एक पेडियाट्रिशियन से परामर्श करें।

डेज़र्ट कैंडल के पौधे का सांस्कृतिक उपयोग (Cultural Uses Of The Desert Candle)

डेज़र्ट कैंडल एक प्रकार की पौधा होती है, जिसका वैज्ञानिक नाम ‘Calligonum polygonoides’ है। इस पौधे का उपयोग रेगिस्तानी क्षेत्रों में किया जाता है, जहां पानी की कमी होती है।

इसके लम्बे सूखे डंठल और चारों ओर पसीने में दिखाई देने वाले झर से इस पौधे को पहचाना जा सकता है। यह पौधा अपार पानी खो देता है और इसे बारिश के तालाबों के किनारे आसानी से ढूंढ़ा जा सकता है। इसके पौधों में पानी संचय करने के लिए कीमती तंबे जग इटर बनाए जाते हैं।

इस पौधे द्वारा प्रकृति में पानी को संचयित किया जाता है, इसलिए यह एक महत्वपूर्ण स्रोत होता है रेगिस्तानी जीवन के लिए। आर्कोऐलॉजिकल भीट इसे संरक्षित स्थल के रूप में देखते हैं, क्योंकि यह पौधा अपूर्ण्ण जल संसाधनों के लिए आवश्यक हो सकता है।

इस पौधे के पेड़ की छाल और पत्तियों का उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों में भी किया जाता है। इसे कटनेवाली वोट, ंकट्टी और इलाज के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा, इसकी जड़ें भी औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। इसे बाजकीना कहा जाता है और इसका उपयोग पैमारियलिन से कोरियोग्राफिक औषधि बनाने में किया जाता है।

डेज़र्ट कैंडल का पौधा कहां पाया जाता है (Where Is The Desert Candle Plant Found)

डेज़र्ट कैंडल या जंगली मोमबत्ती को बाध्यकारी माटी के अंदर पाए जाते हैं। ये अनूठे प्रकृति के आवासी हैं जो कि अक्सर सूखे इलाकों में पाई जाती हैं। इन मोमबत्तियों की विशेषता ये है कि जब इन्हें जलाया जाता है तो उनमें आग की जगह जून अबाकुस रंग के छोटे-छोटे तारे ब्लूम करते हैं, जो कि उन्हें लगभग चालीस मिनट तक जलते रहने का दृश्य प्रदान करते हैं।

डेज़र्ट कैंडल होने के कारण ये भगवान के अद्भुत कृतियों में से एक कहलाती हैं। ये बगीचों में और सूखे इलाकों में अक्सर खोजी जाती हैं क्योंकि ये संपूर्णतः प्राकृतिक आदान-प्रदान द्वारा चमकीले रंगों की ज्योति प्रदान करती हैं। ये अद्वितीय जलने वाली मोमबत्तियाँ मसलने, प्यार करने और बहुत से अन्य प्रकृतिक गतिविधियों को प्रेरित करती हैं।

यह गढ़वाल और कुंभ में प्रमुख रूप से पाय जाती हैं, विशेष रूप से पहाड़ी सुरम्य स्थानों में। डेज़र्ट कैंडल सूखी जलावणी का एक मूल पेड़ मानी जाती हैं और इन्हे सुशोभित करने के लिए ये पेड़ बहुत आवश्यक होते हैं। ये एक अद्वितीय सृजन हैं जो कि प्रकृति की विविधता और सुंदरता का प्रतीक हैं।

डेज़र्ट कैंडल की प्रमुख उत्पादन राज्य (Major Producing State Of Desert Candle)

डेज़र्ट कैंडल, जिसे लोग ज्वारा (Jwara) भी कहते हैं, एक उपमहाद्वीपीय पौधा है जो विशेष रूप से जोधपुर और बर्मीर जैसे उत्पादक इलाकों में भारत के मुख्यतः राजस्थान राज्य द्वारा उत्पादित किया जाता है। यह पौधा आमतौर पर हरित-भूषित दलदली जमीन पर पाया जाता है जो सूखे या तालाबों और झीलों के किनारे पाया जाता है। यह पौधा एक ट्रॉपिकल पौधा है, जिसका अर्क प्राप्ति अवधि मई से सितंबर तक का होता है।

डेज़र्ट कैंडल एक मुख्य उत्पादक राज्य राजस्थान है, जहां इसे एक बड़ी मात्रा में उत्पादित किया जाता है। राजस्थान के उत्पादक क्षेत्रों में, जोधपुर और बर्मीर बड़े डेज़र्ट कैंडल का निर्माण करने के लिए प्रसिद्ध हैं। यहां के किसान इसे रोपण एवं उचित ध्यान देकर पालते हैं। इन क्षेत्रों में उच्च तापमान और सुखी जलवायु का प्रभाव होने के कारण ही डेज़र्ट कैंडल को अधिक विकसित किया जा सकता है।

डेज़र्ट कैंडल का मत्स्यिकीय महत्व भी होता है, और इसे मुख्य रूप से मछली पालन उद्योग के लिए उपयोग किया जाता है। अन्य उद्योगों में, इसे पत्रोलियम उद्योग में तेल निकालने के लिए भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, डेज़र्ट कैंडल एक प्राकृतिक औषधि के रूप में भी प्रयोग होता है और इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में इलाज में उपयोग किया जाता है।

इन सब कारणों से, डेज़र्ट कैंडल एक महत्वपूर्ण उत्पाद है और अधिकांश उत्पादन राजस्थान के जोधपुर और बर्मीर जैसे क्षेत्र में सम्पन्न होता है। यह पौधा राज्य की स्थानीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और अनेक उद्योगों में उपयोग होता है।

डेज़र्ट कैंडल के पौधे के चिकित्सा गुण (Medical Properties Of Desert Candle)

डेज़र्ट कैंडल, जिसे दूसरे नाम से अर्कानीज़ इंदीका (Desert Candle) भी कहा जाता है, एक औषधीय पौधा है जो पश्चिमी राजस्थान, भारत में पाया जाता है। यह पौधा सूखे और गर्म इलाकों में सबसे अधिक पाया जाता है। इसे डेज़र्ट के आदिवासी लोग विभिन्न चिकित्सीय प्रयोगों में इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि इसके कई गुण स्वास्थ्य को बहुत लाभदायक हो सकते हैं।

मुख्यतः डेज़र्ट कैंडल के चिकित्सीय उपयोग को निम्नलिखित बुनियादी बातों में किया जाता है:

1. गठिया: डेज़र्ट कैंडल में पाये जाने वाले जीवनशक्ति तत्व कई रोगों, जैसे गठिया, मस्तिष्क रोग, रक्तचाप, मधुमेह, पेशाब में रक्त, और पाचन तंत्र सम्बंधी रोगों के उपचार में मान्यता प्राप्त हैं। इसके रंग का प्रभावशाली अंतीऑक्सिडेंटीय गुणों के कारण यह शरीर के रोगों से लड़ने वाले तत्व को बढ़ावा देती हैं।

2. त्वच्छा और बाल की देखभाल: डेज़र्ट कैंडल त्वचा और बाल के लिए भी बहुत आदर्श होती हैं। यह त्वचा को शीतल करती हैं और रेरहट को कम करती हैं। इसका नियमित इस्तेमाल चेहरे की गंदगी, कील-मुहांसों, जलन, खुजली और चर्म रोगों को कम कर सकता हैं। इसका तेल बालों की मजबूती बढ़ाने, मांसपेशियों को घटाने और बालों की झड़ने से बचाने में मदद कर सकता हैं।

3. पाचन स्वास्थ्य: डेज़र्ट कैंडल में मौजूद एंटिबायोटिक, एंटीवायरल, और एंटीफंगल गुण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। यह पाचन शक्ति को बढ़ाने, एसिडिटी और पेट संबंधी समस्याओं को ठीक करने में भी लाभकारी हो सकती हैं।

इन तत्वों के आवश्यकतानुसार, डेज़र्ट कैंडल के उपयोग के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। यह एक प्राकृतिक औषधि है जिसमें कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है। हालांकि, हमेशा यह ध्यान देना चाहिए कि इसका इस्तेमाल किसी विशेष बीमारी के उपचार के लिए होना चाहिए, तो कृपया एक वैद्य से परामर्श करें।

डेज़र्ट कैंडल का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name Of Desert Candle)

डेज़र्ट कैंडल, जिसे वनस्पतिक रूप में यूपीपीएस फेनिक्स नॉनमस भी जाना जाता है, एक सूखे हालात में योग्य होने वाला सांभावित धारावाहिक है। यह अरबीयन प्रायद्वीप के सूखे और खूबसूरत मूल्यक्षेत्रों में पाया जाता है। यह पौधा संकर डंठलावाला, छोटे और सजावटी बूंदों वाले, दस्तर्दार पत्तों वाला होता है।

यह सुभक्षित वनस्पति कैकटस फैमिली से सम्बंधित है। इसकी हरंगेबिनस लाठी आकार की शाखाएं होती हैं जो काफी मजबूत होती हैं। यह पौधा हर्षणीय, सूखने और ऊन बनाने वाली योग्यता में विशेष होता है, इसलिए उपवनों और उद्यानों में पौधों की स्थापना के लिए आमतौर से इसका प्रयोग किया जाता है। कई प्रकार के पशु इसके दूसरे पार्श्वों पर अपने चार खाय भोजनों की आदत के लिए इस्तेमाल करते हैं।

डेज़र्ट कैंडल अर्ध-वृष्टियांग (सेमी-आरिड) रूपरेखा में पाया जाता है और इसे कम पानी और ज्यादातर ज़मीनी सलात (ईंधन पानी) के साथ ताजगी की कमी के लिए सांभावित बनाने के लिए धारावाहिक पौधा माना जाता है। यह सड़क पाठशालाएं और मेरे मार्केट, पार्क और शॉपिंग मॉल जैसे सार्वजानिक जगहों में आमतौर पर देखा जा सकता है। इसकी क्रीम-रंगीन फूले, जो सूख गए हैं, एक प्राकृतिक रूप से शीतल हवाओं को तल्लीन करने में मदद करते हैं, जबकि इसकी बिटेनिकी तेज हवाओं के लिए सुरक्षात्मक बाधा प्रदान करती है।

डेज़र्ट कैंडल की खेती (Desert Candle Cultivation)

डेज़र्ट कैंडल या डेज़र्ट कैंडल ऋति पद्धति का विवरण:
डेज़र्ट कैंडल (Desert Candle) ऋति पद्धति एक अद्वितीय और समृद्ध खेती का तरीका है जिसका इस्तेमाल अक्सर शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में किया जाता है। यह एक आलोचनीय विधि है जिसमें पानी की खपत को कम किया जा सकता है और फिर भी सटीक मात्रा में पेड़, पौधे और पौधों के अर्धमूल्य उत्पाद उत्पन्न किए जा सकते हैं।

डेज़र्ट कैंडल या डेज़र्ट कैंडल ऋति पद्धति का उपयोग ज्यादातर वहां पर किया जाता है जहां अपेक्षित वर्षा मात्रा कम होती है और पानी की कमी रहती है। इस पद्धति के माध्यम से, हम पौधों के लिए पानी की उपयोग मात्रा को कम कर सकते हैं, बिना इसकी गुणवत्ता को कम करें और पौधों की वृद्धि को सुनिश्चित कर सकते हैं। इसकी वजह से, यह एक आर्थिक और उपयोगी तकनीक है, खासकर जब प्राकृतिक संसाधनों की कमी होती है।

डेज़र्ट कैंडल ऋति पद्धति में पौधों के लिए तीन मुख्य तत्व होते हैं: एक अद्यावधिक, एक सूखा, और एक वाष्पित हवा वनस्पति। इन तीनों तत्वों को प्रत्येक पौधे के सार्वभौमिक विकास की आवश्यकताओं के अनुसार प्रदान किया जाता है। अद्यावधिक हवा में, पौधे को खाद्य सामग्री, पानी और मिश्रण की संख्या को प्रदान किया जाता है। सूखा हवा में, पानी की मात्रा और पर्याप्त पोषण के लिए जरूरी घटक प्रदान किए जाते हैं। वाष्पित हवा में, पानी की कमी को संतुलित किया जाता है ताकि पौधे तरलीकरण क्रिया को पूरा कर सकें।

डेज़र्ट कैंडल पद्धति को ऐसे प्रदेशों में उपयोग करना चाहिए जहां शुष्कता और पानी की कमी के कारण खेती कठिन होती है। इसका उपयोग बचाव और पौधों के संरक्षण में मदद करता है, पानी की संरचना को मजबूती देता है और उत्पादन को बढ़ावा देता है। इसके विभिन्न उपयोगों के माध्यम से, डेज़र्ट कैंडल पद्धति शुद्ध पानी के लिए एक उपयुक्त विकल्प भी बना सकता है, जो हमारी मानव समुदायों के लिए अहम पर्यावरणीय लाभ प्रदान करता है।

इस पद्धति को लागू करने से, शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों की फसलों को सटीक मात्रा में पौधों और पेड़-पौधों के उत्पादन करने की क्षमता प्राप्त होती है। इसके फायदे कम पानी की बचत, मौसम पर में नियंत्रण, पानी की व्यवस्था का सुनिश्चित करने, पानी की कमी को संतुलित करने, और जलमण्डित जीवन के सुचारू आवास को संभालने में सहायता करते हैं।

डेज़र्ट कैंडल की खेती (Farming of Desert Candle)

डेज़र्ट कैंडल (या एचईएच -डेज़र्ट कैंडलिया) पौधों का वैज्ञानिक नाम क्रिसियाथमन्थम ucwords(arboreum) है। यह एक पौधा होता है जो मितवाने वाली प्रजाति है और सब्जाओं के रूप में खाया जा सकता है। यह पौधा उत्तरी अफ्रीका में पाया जाता है और मुख्य रूप से नामिबिया, बोत्सवाना, कालाहारी एवं अफ्रीकी सवानाओं में पाया जाता है।

डेज़र्ट कैंडल एक छोटे स्थायी वृक्षारोपी वृक्ष होता है जिसमें पेड़ सरल एवं स्वस्थ होते हैं, जो कि उपजाऊ जलादाताओं के संकेत के तौर पर जाने जाते हैं। इसकी पत्तियाँ चिकनी एवं सुंदर होती हैं और इस पौधे के लिए उपयोग होती हैं। इसके फूलों में पीले या गुलाबी रंग आता है, जो कि मधुमक्खियों को आकर्षित करता है। यह पौधा उपयोग में आ सकता है, जैसे कि फल कंपोस्ट, लाठ का उपयोग, फुल उत्पादन, अन्य सब्जियों का उत्पादन, सब्जियों का फसलवारी, वनस्पति संरक्षण आदि में भी किया जा सकता है।

डेज़र्ट कैंडल की फार्मिंग विधियों में बीजों द्वारा, पॉलेन द्वारा एवं कटिंग द्वारा वृद्धि हो सकती है। यह पौधा दोपहर तक धूप या पूर्ण सूर्य प्रकाश का उपयोग करता है, इसलिए जगह के रोशनी, ऊनी एवं पानी की आपूर्ति इसकी व्यवस्था होना आवश्यक होती है। इसकी खेती के लिए सूख़ या अति ठंडी वाले मौसम की जगहों का चयन करना एवं विशेष ध्यान व निरीक्षण करना आवश्यक होता है। इसके समकक्ष 400 रुपये तक प्रति पौधे का खर्च आ सकता है।

डेज़र्ट कैंडल/Desert Candle FAQs

Q1. डेज़र्ट कैंडल क्या है?
A1. डेज़र्ट कैंडल एक पौधा है जिसे वनस्पति विज्ञान में जिनसे के रूप में जाना जाता है, लेकिन यह वास्तव में कैक्टस परिवार का हिस्सा है। यह पौधा विशेष रूप से मेक्सिको, नाइजेर, और आरभ सागरीय में पाया जाता है।

Q2. डेज़र्ट कैंडल का पौधा कितनी ऊंचाई तक बढ़ता है?
A2. डेज़र्ट कैंडल का पौधा आमतौर पर 6 फीट तक ऊंचा होता है। हालांकि, कुछ बड़े पौधे 16 फीट तक भी बढ़ सकते हैं।

Q3. डेज़र्ट कैंडल के फूल कैसे होते हैं?
A3. डेज़र्ट कैंडल के फूलां का आकार छोटा और बड़ा होता है। ये फूल प्रशांत पंख जैसे होते हैं और अपनी खूबसूरत गहरे रंग की वजह से खास होते हैं।

Q4. डेज़र्ट कैंडल का संगठन कैसा होता है?
A4. डेज़र्ट कैंडल का संगठन एक बोझीदार गुच्छा होता है, जिसमें तंदुरुस्त डंठल होता है और खार कनुई रंग की पांयें वाली तने उभरी होती हैं।

Q5. क्या डेज़र्ट कैंडल का पौधा गर्म और सूखे स्थानों में ही बढ़ता है?
A5. हां, डेज़र्ट कैंडल पौधा मुख्य रूप से गर्म और सूखे स्थानों में ही बढ़ता है। यह पौधा शुष्क और ठंडे जलवायु को सहन कर सकता है, जैसे कि मार्गिनल उत्तरी अरब, सुदान, ओमान, और मेक्सिको के तटीय हिस्सों में।

Q6. डेज़र्ट कैंडल की देखभाल कैसे की जाए?
A6. डेज़र्ट कैंडल एक अत्यधिक सहनशील पौधा होता है, जिसकी देखभाल आसान होती है। इसे ठंडे जल पानी के साथ तथा संश्लेषित मिट्टी में रखना चाहिए, जो उचित निर्वाह और पोषण सुनिश्चित करेगी।

Q7. क्या डेज़र्ट कैंडल अपने फूल के तहत फल देता है?
A7. हां, डेज़र्ट कैंडल अपने फूलों के तहत छोटे और मीठे प्रशांतग्रामी फल देता है। ये फल मसालादार होते हैं और उन्हें खाने का लोगों के द्वारा शौक रखा जाता है।

Q8. क्या डेज़र्ट कैंडल के पत्ते होते हैं?
A8. नहीं, डेज़र्ट कैंडल के पत्ते नहीं होते हैं। यह पौधा खार कनुई रंग की पांयें वाली तने उभरी होती हैं, जो इसे फोटोसिंथिसिस में मदद करती हैं।

Q9. क्या डेज़र्ट कैंडल का वृद्धिहीनन कठिन होता है?
A9. डेज़र्ट कैंडल की वृद्धिहीनन असम्भव नहीं है, लेकिन यह ताली धर्ये पौधे के रूप में जाना जाता है और इसे पोषण, धूप, और वायु प्रदूषण की संख्या में प्यार करना आवश्यक होता है।

Q10. डेज़र्ट कैंडल को कहाँ खरीदा जा सकता है?
A10. डेज़र्ट कैंडल को विशेष रूप से पेरागोनिया, ब्राज़िल, दक्षिणी अमेरिका, और केन्या जैसे स्थानों पर खरीदा जा सकता है। इसके अलावा, आप ऑनलाइन वनस्पति विक्रेताओं से भी डेज़र्ट कैंडल प्राप्त कर सकते हैं।

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