नेस्तुर्शियम एक सुंदर फूल है, जो मुख्य रूप से सर्दी क्षेत्रों में पाया जाता है। यह पर्यावरण में ख़ूबसूरतता और रंगीनी उछाल लाता है। यह प्रमुखतः भारतीय मिलावटी शस्त्रबुद्धि में प्रयोग किया जाता है और उष्णकटिबंधीय और संतापग्रस्त क्षेत्रों के लिए वृक्षारोपण की एक मुख्य स्रोत के रूप में संशोधित किया जाता है।
नेस्टुर्शियम की प्रमुख विशेषताएँ उसके फायदेमंद गुणों में समाहित हैं। इसमें विटामिन सी की प्राचुर्य और उत्कृष्ट कैल्शियम, आयरन, मैगनीशियम, नाइट्रोजन आदि के स्वर्णिम संयोग पाए जाते हैं। इसलिए, नेस्टुर्शियम का दैनिक उपयोग करने से संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ती है, मसूड़ों की संरचना मजबूत होती है और कैंसर (खासकर मसूड़ों में) और दिल के रोगों के खतरे को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, नेस्टुर्शियम के उपयोग से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और पेट संबंधित समस्याओं को निवारण करने में मदद मिलती है।
नेस्तुर्शियम फूल को ट्रॉपिकल क्षेत्रों के लिए प्राकृतिक संरचनाओं के निर्माण का एक महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है। इसका खुलासा ओक्टोईको एिकाड्रचीज़ोमा जुमांसियन, एक परंपरागत जादू नामक अमेरिकी वनस्पति आर्डनेसियम के खंडों में मात्र 25 वर्षों में हो जाता है। यह पौधा अमेरिका में पूजनीय माना जाता है, क्योंकि इसे तेज़ीब की वास्तु के अनुसार शुक्रोचि का संयोग माना गया है और धन और धनवानता के प्रतीक माना जाता है।
समाप्ति के रूप में, नेस्तुर्शियम एक विशेष फूल है जिसका उपयोग न सिर्फ उष्णकटिबंधीय और संतापग्रस्त क्षेत्रों के लिए वृक्षारोपण में किया जाता है, बल्कि यह भी बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसकी खुशबूदार और उच्चतम गुणवत्ता से युक्त पूरे विशाल पौधे को देखकर दिल खुश हो जाता है और इसके उपयोग से समृद्ध और गुणवान स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
Contents
- नेस्तुर्शियम क्या है? (What Is Nasturtium?)
- नेस्तुर्शियम का इतिहास (History Of Nasturtium )
- नेस्तुर्शियम की प्रकार (Types Of Nasturtium)
- अन्य भाषाओं में नेस्तुर्शियम के नाम (Nasturtium Names In Other Languages)
- नेस्तुर्शियम के उपयोग (Uses Of Nasturtium)
- नेस्तुर्शियम के फायदे (Benefits Of Nasturtium)
- नेस्तुर्शियम के नुकसान (Side effects Of Nasturtium)
- नेस्तुर्शियम का पौधे की देखभाल कैसे करें (How To Take Care Of Nasturtium Plant)
- नेस्तुर्शियम के पौधे का सांस्कृतिक उपयोग (Cultural Uses Of The Nasturtium)
- नेस्तुर्शियम का पौधा कहां पाया जाता है (Where Is The Nasturtium Plant Found)
- नेस्तुर्शियम की प्रमुख उत्पादन राज्य (Major Producing State Of Nasturtium)
- नेस्तुर्शियम के पौधे के चिकित्सा गुण (Medical Properties Of Nasturtium)
- नेस्तुर्शियम का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name Of Nasturtium)
- नेस्तुर्शियम की खेती (Nasturtium Cultivation)
- नेस्तुर्शियम की खेती कहां होती है ( Where is Nasturtium Farming done?)
- नेस्तुर्शियम/Nasturtium FAQs
नेस्तुर्शियम क्या है? (What Is Nasturtium?)
नेस्तुर्शियम फूल को इंग्लिश में Nasturtium फूल के नाम से जाना जाता है। यह एक मुख्य रंगीन फूल है जो सभी दुनिया में लोकप्रिय है। इसका वैज्ञानिक नाम Tropaeolum majus है। यह एक पार्थिवीय पादप है जो उच्च तापमान में अच्छी तरह से विकसित होता है और बागों और अवकाश स्थलों को सजाने के लिए काफी लोकप्रिय है। इसके अलावा, इसके फूल और पत्तियों का उपयोग भोजन में भी किया जाता है।
नेस्तुर्शियम फूल इतने लोकप्रिय हैं क्योंकि उनका रंगबिरंगा दृश्य आँखों को खुश करता है। इनके फूल विभिन्न रंगों में होते हैं जैसे- पीला, लाल, नारंगी, गुलाबी और व्हाइट। इनके पेड़ छोटे होते हैं और इसलिए उन्हें आसानी से घर के छोटे बगीचों में और संग्रहालयों में उगाया जा सकता है। नेस्तुर्शियम फूल के पत्तों का स्वाद मसालेदार होता है और उन्हें सलाद, सूप और सब्जी में उपयोग किया जा सकता है।
नेस्तुर्शियम फूल विभिन्न पौधों और कीटाणुओं के लिए कीटनाशक की भूमिका निभाते हैं। इसके बीज और पत्ते पर एक खास सामरिक तत्व होता है जो कीटों को दूर रखने में मदद करता है। इसके अलावा, इसके फूलों का तेल स्लग और स्नेल्स के खाद्य प्रणाली में बाधाओं को बढ़ाने में सक्षम होता है। अतः, नेस्तुर्शियम फूल एक पर्यावरणीय आधार एवं आपूर्तिक चक्र का महत्वपूर्ण हिस्सा भी हैं।
नेस्तुर्शियम का इतिहास (History Of Nasturtium )
आपके लिए ब्लॉग पोस्ट के लिए एक पौधों के जैवविज्ञान विषयक विज्ञान्य एवं पौधों के गहन अध्ययन करने वाले शोधकर्ता के रूप में नेस्तुर्शियम (या Nasturtium) का इतिहास आसान भाषा में हिंदी में लिखा गया है।
नेस्तुर्शियम पौधे को बोटानिकल नाम “Tropaeolum” से भी जाना जाता है, जो यूनानी शब्द “tropaion” से लिया गया है और “त्रिपुण्ड्र” के साथ संबंधित है। त्रिपुण्ड्र में तीन गज के क्रूर प्राणियों के आधार पर एक छत्र बनाया जा रहा था, यह छत्र एक जीत का प्रतीक था। इसी प्रकार, नेस्तुर्शियम के पत्ते तथा फूल भी छत्र आकार में होते हैं, जो उन्हें व्यवहारिक और आकर्षक बनाता है।
नेस्तुर्शियम की जड़ें जमीन में सब्जे की तरह उभरती हैं। उनमें विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, अंशामुक्त एवं एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो इसे सेहतमंद खाद्य पदार्थ बनाते हैं। इसके फूलों में भरपूर टोटलेनियम, पोटेशियम, आयरन, फोस्फोरस, कैल्सियम आदि पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। नेस्तुर्शियम के बीजों के तेल में एल्फा-लक्टोन एसिड और बेटाकरोटीनोयड्स भी मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य लाभकारी होते हैं।
वैज्ञानिकों का मानना है कि नेस्तुर्शियम मूलत: पेरू स्थित आंडेस पर्वतीय क्षेत्र का आवासीय पौधा है। इसे कई वर्षों से उष्ण एवं मध्यमी इकाइयों में प्रमुखतया फूल या पत्तियों के रूप में उगाया जाता रहा है। आजकल, यह तापमान एवं माटी के पर्याय के रूप में यूरोप और अमेरिका में भी प्रसिद्ध हो गया है।
रंगबिरंगी फूलों के लिए मशहूर नेस्तुर्शियम एक सुंदर और आकर्षक पौधा है, जो आपके बगीचे को सजावटी रूप में डिज़ाइन करेगा। यह फूलों की खेती के लिए प्राकृतिक रूप से सबसे उपयुक्त पौधा है और इसे आसानी से उगाया जा सकता है। इसके पहले ही आकर्षक फूल ने इसे लोगों के बीच मशहूरी प्राप्त करवाया है।
विज्ञान ने नेस्तुर्शियम के अनेक औषधीय लाभों की पहचान की है। इसके फूलों और पत्तियों को खाने में या अंग्रेजी मुस्क में प्रयोग करके यह उम्दा प्रकार से रोगों के लिए लाभदायक हो सकता है। किताबों में भी इसके औषधीय उपयोग का जिक्र मिलता है।
इस प्रकार, नेस्तुर्शियम पौधे की जीवन प्रकृति, आकर्षण और औषधीय गुणों के पीछे एक रोमांचक इतिहास छिपा हुआ है। इसे आप अपने बगीचे में उगाकर इसके सुंदरता और लाभ दोनों का आनंद ले सकते हैं।
नेस्तुर्शियम की प्रकार (Types Of Nasturtium)
नेस्तुर्शियम एक छोटा सा फूलदार पौधा होता है जो भारतीय बगीचों में आमतौर पर पाया जाता है। इस पौधे के कुछ प्रकार इस प्रकार हैं:
1. एम्प्रेस ऑफ इंडिया पहाड़ी: यह पौधा उच्चतम 16 इंच तक ऊंचा हो सकता है और इसके फूल सुंदर, आकर्षक और लाल रंग के होते हैं। इसे आप अपने बालक के साथ बगीचे में पौधा लगाने के लिए चुन सकते हैं।
2. गौड़ी तोपी: इस प्रकार का नेस्तुर्शियम बीजों द्वारा उगाए जा सकते हैं और यह घास के तले बढ़ सकता है। इसके फूल छोटे होते हैं, इसलिए यह बगीचों में बॉर्डर पौधा के रूप में अच्छा लगता है।
3. जुबिली जेवेल: इस प्रकार का नेस्तुर्शियम फूल रंगबिरंगे होते हैं और यह पौधा जितना संतृप्ति देने वाला होता है, वही संतृप्ति शब्द से भी प्रकट होती है। यह वास्तविक रंगों की माला को तौलाकर बहुत सुंदर दिखता है।
4. वार्टोनियार: यह नेस्तुर्शियम पौधा बहुत भटकता है और बागीचे में झपट्टे से उगता है। इसके फूल सुंदर और चमकीले होते हैं और इसे आप अपने बारिश संचालित बगीचे में अच्छे से उगा सकते हैं।
5. विश्व रात की रानी: यह नेस्तुर्शियम पौधा रात में प्रकाशित होता है, जब यह फूल अमंगल हो जाते हैं। इसके फूल पूरी रात चमकते रहते हैं, जिससे इसका नाम “रात की रानी” पड़ा है। इसे आप बगीचे के गहरे कोनों में उगा सकते हैं और इसका लुफ्त उठा सकते हैं।
अन्य भाषाओं में नेस्तुर्शियम के नाम (Nasturtium Names In Other Languages)
नेस्तुर्शियम या नैस्टर्शियम, यह तोप 10 भारतीय विभिन्न भाषाओं में क्या कहलाता है। हिंदी में लिखें।
1. हिंदी – जंगली गेंदा (Jungle Genda)
2. मराठी – शेंधी फूल (Shendi Phool)
3. तमिल – இங்குப்பு (Inguppu)
4. गुजराती – લાળ મોહરી (Laal Mohri)
5. बंगाली – জলপাই (Jolpai)
6. तेलुगु – పచ్చి పూవు (Pachhi Puvvu)
7. कन्नड़ – ಸವಾರಣ ಸೊಪ್ಪು (Savaran Sopu)
8. मलयालम – ചെമ്പരുട്ടി (Chembrutti)
9. पंजाबी – ਬੋਟੀ ਹੋਈ ਫੂਲ (Boti Hoi Phool)
10. उड़िया – ଗୋଲବନ୍ଧ (& Guntha Gandha
नेस्तुर्शियम के उपयोग (Uses Of Nasturtium)
नेस्तुर्शियम या नास्तुर्शियम वनस्पति जिसका वैज्ञानिक नाम Tropaeolum majus है, एक मसाला है जिसके फूल, पत्ते, बीज और थोस भाग प्रयोगों में लिए जाते हैं. यह पौधा प्रमुखतः दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है और इसे अधिकांशतः इतर देशों में उगाया जाता है.
नेस्तुर्शियम के उपयोग के कुछ प्रमुख तरीके हैं:
१. खाद्य पदार्थ: नेस्तुर्शियम के फूल और पत्ते को सलाद और सौस पहुंचाने के लिए युक्तियां में उपयोग किया जाता है. इसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज़ होती हैं जो स्वस्थ्य को बनाए रखने में मदद करती हैं.
२. औषधीय उपयोग: नेस्तुर्शियम के पेड़, पत्ते और फूलों के अर्क को दवाईयों और होमियोपैथिक उपचारशास्त्र में इलाज के लिए उपयोग किया जाता है. इसमें एंटीमाइक्रोबियल क्षमता होती है जो विभिन्न रोगों के लिए उपयोगी होती है.
३. मसाला: नेस्तुर्शियम के संतरा रंग के फूल और ताजगी वाले पत्तों को खाद्य वस्त्रों और विभिन्न व्यंजनों की सजावट के लिए सुंदरता और स्वादिष्टता के लिए उपयोग किया जाता है.
४. शिल्प कार्य: नेस्तुर्शियम के फूल और पत्तों का भी उपयोग शिल्प कार्यों में होता है, जैसे की एकल और कॉस्ट्यूम बनाने में.
यहां कुछ मुख्य बिंदुओं में नेस्तुर्शियम के उपयोगों की सांकेतिक सूची दी गई है:
– फूल और पत्तों को सलाद, सौस और अन्य खाद्य पदार्थों के लिए उपयोग किया जाता है.
– यह एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज़ के कारण स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है.
– नेस्तुर्शियम का उपयोग औषधीय उपयोगों में किया जाता है, जैसे की इन्फेक्शन के इलाज में.
– इसके एंटीमाइक्रोबियल गुण विभिन्न रोगों के इलाज के लिए उपयोगी हो सकते हैं.
– फूलों और पत्तों की सुंदरता बढ़ाने के लिए यह खाद्य वस्त्रों और अन्य व्यंजनों की सजावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
– शिल्प कार्यों में नेस्तुर्शियम के फूल और पत्तों का भी उपयोग किया जाता है, जैसे की एकल और कॉस्ट्यूम बनाने में.
यह उक्त सूची नेस्तुर्शियम के प्रमुख उपयोगों को संकेतित करती है, हालांकि इसके अलावा भी इसे और वैश्विक परिवर्तनों के लिए उपयोग किया जा सकता है.
नेस्तुर्शियम के फायदे (Benefits Of Nasturtium)
नेस्तुर्शियम एक आकर्षक और उपयोगी पौधा है जिसमें अनेक फायदे हैं। पहला फायदा इसके पत्तियों और फूलों का है जो खाने में भी इस्तेमाल होते हैं। ये पौधा एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक के रूप में कार्य करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा, नेस्तुर्शियम में विटामिन C भी होता है जो रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने में सहायक है। ये पौधा खासकर त्वचा के लिए भी लाभदायक है, यह त्वचा को मुलायम और स्वस्थ बनाए रखता है।
नेस्तुर्शियम के बीज से तेल भी निकाला जाता है जिसका इस्तेमाल मालिश में किया जाता है। आजकल कई लोग इसे अपने बागिचों में लगाते हैं न केवल इसकी सुंदरता के लिए बल्कि इसके अनेक स्वास्थ्य लाभों के लिए भी। इसलिए, नेस्तुर्शियम को अपने जीवन में शामिल करना सचमुच एक अच्छा विचार है।
नेस्तुर्शियम के नुकसान (Side effects Of Nasturtium)
नेस्तुर्शियम एक फूलों वाला पौधा है जिसे अक्सर घरों में ढाली जाती है। इसके फूलों और पत्तियों की रंगीनता और सुगंध उन्हें खास बनाती है। यह पौधा बहुत कम समय और मेहनत में उगने और फूलने वाला होता है, इसलिए इसे बगीचे में आसानी से लगाया जा सकता है। इसके अलावा, इसके फूलों का उपयोग भोजन पदार्थों को सजाने और स्वादिष्ट बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
इसके साथ ही, नेस्तुर्शियम के इस्तेमाल से कुछ सावधानियां भी जुड़ी होती हैं जिनका जरूर ध्यान रखना चाहिए। यहां कुछ प्रमुख नुकसान बताए गए हैं:
1. पेट में परेशानी: नेस्तुर्शियम के सेवन से कई लोगों को पेट दर्द, उलटी, और अपच की समस्याएं होती हैं। यदि ऐसा होता है तो इसका सेवन बंद करना चाहिए और चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
2. रक्त प्रवाह में संकट: कुछ मामलों में, नेस्तुर्शियम के सेवन से रक्त प्रवाह में तकलीफ हो सकती है। यदि किसी को रक्त प्रवाह की समस्या है या उन्हें तंगी महसूस होती है, तो वे इसका सेवन न करें और चिकित्सक से परामर्श लें।
3. नपुंसकता और हॉर्मोनल असंतुलन: कुछ लोगों में नेस्तुर्शियम के सेवन से नपुंसकता और हॉर्मोन के असंतुलन की समस्या हो सकती है। यदि ऐसा होता है तो इसका सेवन बंद करना और चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
4. त्वचा एलर्जी: कुछ लोगों में नेस्तुर्शियम का संपर्क त्वचा एलर्जी के रूप में प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है। यदि आपको त्वचा में खुजली, लाल दाने, या दर्द की समस्या होती है, तो नेस्तुर्शियम के प्रयोग से बचें और चिकित्सक से परामर्श करें।
ध्यान दें कि ये सभी नुकसान व्यक्ति के शरीर पर अलग-अलग तरीके से प्रभाव डाल सकते हैं, इसलिए यदि आपको नेस्तुर्शियम के सेवन से किसी भी तरह की तकलीफ होती है, तो तुरंत इसका सेवन बंद करें और विशेषज्ञ सलाह लें।
नेस्तुर्शियम का पौधे की देखभाल कैसे करें (How To Take Care Of Nasturtium Plant)
नेस्तुर्शियम पौधे की देखभाल करना बहुत ही आसान है। यह पौधा छोटा और हल्का होता है, जो सुंदर और उज्ज्वल रंगों के फूलों से सजा होता है। इसे घर के सीधे सूरज के पास रखना फायदेमंद होता है। इसकी देखभाल के लिए निम्नलिखित टिप्स का पालन करें।
1. पौधे को धूप में रखें: नेस्तुर्शियम प्लांट को धूप में रखना बहुत जरूरी है। यह प्रकृति में उगने वाला पौधा है और इसको प्रदान की जाने वाली अधिकतम सूरज की रोशनी की आवश्यकता होती है।
2. अच्छी जल आपूर्ति सुनिश्चित करें: नेस्तुर्शियम पौधा अच्छी जल आपूर्ति की आवश्यकता रखता है। इसके लिए, आप सुनिश्चित करें कि मिट्टी हर दिन नम होती रहें, लेकिन पानी जमा न हो जाए। लगभग हर 10-15 दिन में पौधे को कम से कम एक इंच का पानी दें।
3. खाद का उपयोग करें: नेस्तुर्शियम पौधे की पोषक आपूर्ति के लिए आप नियमित रूप से खाद का उपयोग कर सकते हैं। विशेष रूप से इसके डालों के पास खाद फूलों की उगाने के लिए बेहतर रहेगी।
4. पेय तत्वों का संतुलन ध्यान दें: शास्त्रों के अनुसार, नेस्तुर्शियम पौधे को कम मात्रा में नाइट्रोजन, इंडियम, और कार्बनेट जैसे पेय तत्वों की आवश्यकता होती है। इसके लिए, एक अच्छी गुणवत्ता वाली खाद का उपयोग करें और पौधे को नियमित रूप से खुराक दें।
5. बिगुला मार्किंग की देखभाल करें: नेस्तुर्शियम की पत्तियों पर बिगुला मार्किंग (एक तरह की पत्ती में गहरी रंग की बिगुला) को ध्यान से जांचें और उसे हटा दें। यह अक्सर कीटों और बीमारियों की संकेत हो सकती है। इसके लिए, जैसे ही बिगुला दिखाई देती है, तुरंत कार्रवाई करें।
नेस्तुर्शियम पौधे को इन टिप्स का पालन करके आप इसे अच्छी तरह से देखभाल कर सकते हैं। यह आपके बगीचे को खूबसूरत और सजीव बनाए रखेगा।
नेस्तुर्शियम के पौधे का सांस्कृतिक उपयोग (Cultural Uses Of The Nasturtium)
“नेस्तुर्शियम” संस्कृत में एक पौधे का नाम है। यह पौधा एक फूलों की खुशबूदार गहरे रंग की पेंच वाला होता है। इसके पत्ते हृदयामर्दनीय गुणों से भरे होते हैं और इसके फूल बहुत सुंदर होते हैं। इस पौधे को सिर्फ देखकर ही नहीं, बल्कि उसके पत्तों और फूलों को खाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। नेस्तुर्शियम के पत्ते और फूल खटाई और तरबूज़ी के स्वाद से मिलते-जुलते हैं, जो उन्हें एक अद्वितीय और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ बनाता है।
यह पौधा अपना ऊँचाई बढाने के लिए एकत्रित जल की व्यापक मात्रा का उपयोग करता है। इसलिए, अगर आपके पास एक नाल या मोटी मिट्टी के समान जगह नहीं है, तो इस पौधे को बगीचे के निर्माण के लिए एक अच्छा विकल्प माना जाता है। इसके अतिरिक्त, नेस्तुर्शियम पौधा को देखने में और उसे बगीचे में बोने में भी खूब मज़ा आता है।
नेस्तुर्शियम का पौधा कहां पाया जाता है (Where Is The Nasturtium Plant Found)
Nesturshiam (नेस्तुर्शियम) एक प्रसिद्ध पौधा है जो आमतौर पर उगाई जाती है। यह एक ध्यान आकर्षक फूलों वाला पौधा होता है और इसे कई भव्य गुलाबी, पीले या सफेद रंग के फूल प्राप्त होते हैं। यह अपने फूलों के लिए भी जाना जाता है, हालांकि इसके पत्ते और बीज भी खाने और उपयोग के लिए उपयोगी होते हैं। जीवन्रेखा में यह पौधा दो वर्ष तक बना रह सकता है।
नेस्तुर्शियम पौधा दक्षिण अमेरिका, मेक्सिको और पेरू तथा भारत में पाया जाता है। यह एक प्राकृतिक रूप से प्रदूषण मिटाने की क्षमता रखता है, जिसे उसके प्राकृतिक केमिकल समारोह का कारण माना जाता है। इसकी शुरुआती पार्टीशन भी बघीचे में कवर करने और ध्यान आकर्षक रंग प्रदान करने के लिए इस्तेमाल होती है।
यह पौधा आकार बदल सकता है और अपने पंखेदार पत्तों के कारण तत्परता बढ़ा सकता है। इसकी गहरी मिट्टी में उगने पर इसका फूलों और पत्तों को नमी की आवश्यकता होती है लेकिन यह मैदानी और पहाड़ी क्षेत्रों में उगाया जा सकता है।
नेस्तुर्शियम की प्रमुख उत्पादन राज्य (Major Producing State Of Nasturtium)
नेस्तुर्शियम (Nasturtium) भारत के कुछ राज्यों में मुख्य रूप से उत्पादित होती है। यह फूल, पत्ते और बीजों के रूप में उपयोग में लाई जाती है।
राज्यों की बात करें तो मुख्य रूप से नेस्तुर्शियम का उत्पादन उत्तर प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, राजस्थान और महाराष्ट्र राज्यों में किया जाता है।
भारत में नेस्तुर्शियम की पैदावार में कई कारणों का प्रभाव होता है। इसकी जलवायु, मिट्टी, फसली स्थिति, वित्तीय समर्थन, विशेषज्ञ गठबंधन, किसानों की योग्यता में अंतर और सभी जिलों में किसानों के लिए नकदी योजनाएं शामिल होती हैं। धान, गेहूं, आलू, मक्का, चावल, तमिलनाडु रिवाइज़ वेजिटेबल एंड फ्लॉरीट डिविज़न, काबुलचीनी आदि फसलों में पूरी तरह की उचितता और वित्तीय समर्थन मौजूद होता है।
भारत के सबसे बड़े नेस्तुर्शियम उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश है। यहां नेस्तुर्शियम बगीचों में भी सबसे अधिक पैदा होती है। नेस्तुर्शियम की खेती राज्य में कई किसानों द्वारा की जाती है और उच्च गुणवत्ता वाले बीज और सामग्री प्रमुख विपणन कम्पनियों द्वारा खरीदी जाती है।
नेस्तुर्शियम के पौधे के चिकित्सा गुण (Medical Properties Of Nasturtium)
नेस्तुर्शियम, जिसे हिंदी में ज़ंगली मेथी भी कहा जाता है, एक पौधा है जिसे पौष्टिक फूल और पत्तियों के लिए प्रसिद्ध किया जाता है। यह पौधा आमतौर पर जंगली इलाकों में पाया जाता है और इसके फूल व ताजगी पत्तियों को खाने के रूप में उपयोग किया जाता है।
नेस्तुर्शियम के निम्नलिखित औषधीय गुण और उपयोग हो सकते हैं:
1. दारुहरिद्रा सूत्र होने के कारण, नेस्तुर्शियम में एंटीबैक्टीरियल गुण होता है जो संक्रमण से बचाता है। इसे रोगाणुओं के खिलाफ एक जीवाणुरोधी योग्यता के रूप में जाना जाता है।
2. नेस्तुर्शियम में क्षेत्रीय उपयोग करने के कारण, इसे खांसी, जुकाम और गले में सूजन जैसे सामान्य श्वसन तंत्र के रोगों के इलाज में उपयोगी माना जाता है। यह खांसी और ठंड में लाभदायक हो सकता है।
3. नेस्तुर्शियम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण से, यह पौधा बढ़ते हुए उम्र के साथ-साथ व्यक्ति के शरीर को मजबूत रखने में मदद कर सकता है। यह रोगाणुओं और रादानु के खिलाफ रक्षा में मदद करता है और शरीर की ऊर्जा के स्तर को बढ़ा सकता है।
4. नेस्तुर्शियम में पाया जाने वाला विटामिन सी शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है जो इम्यून सिस्टम को सुदृढ़ बनाए रखता है और वायरस और इंफेक्शन के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।
5. नेस्तुर्शियम में मौजूद पत्तियों को रेस्टोरेशन रंग और वेटर कलर बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह धार्मिक कार्यों, पूजाओं, और द्वारा आयोजित त्योहारों के लिए भी उपयोगी होता है।
नेस्तुर्शियम का उपयोग करने से पहले एक डॉक्टर से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है। यह सुनिश्चित करेगा कि आपका उपयोग सुरक्षित है और किसी तरह की संभावित परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
नेस्तुर्शियम का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name Of Nasturtium)
नेस्तुर्शियम की वैज्ञानिक नाम Tropaeolum majus है। नेस्तुर्शियम एक पौधा है जिसमें पत्तियाँ और फूल होते हैं। यह पौधा आमतौर पर आठ इंच से डेढ़ फीट की ऊंचाई तक बढ़ सकता है। इसके फूल विविध रंगों में पाए जाते हैं, जैसे कि पीला, लाल, नारंगी, लाल-बैंगनी, गुलाबी आदि। इसकी खुशबू मिठाई और मसाले की तरह होती है, जो इसे खाने के लिए भी उत्तेजित करती है।
नेस्तुर्शियम पौधा उष्णकटिबंधीय और शीतकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है और इसे उगाने में आसानी से सहायता मिलती है। यह उदाहरण के तौर पर मध्य पूर्व और दक्षिणी अमेरिका, एशिया और अफ्रीका में पाया जाता है। नेस्तुर्शियम को उगाने के लिए जमीन, गर्मी, और पानी प्राथमिक होते हैं। इसकी पात्रता भी कम होती है, जो इसे लोगों के लिए पालने के लिए आदर्श बनाती है। इसे मुख्य रूप से मसाले के उपयोग, किउर्ली लीफ्स, और फ्लावर्स के रूप में उपयोग किया जाता है। इसका जीवाश्म भी विषाणुरोधी गुणों के कारण उपयोगी माना जाता है।
नेस्तुर्शियम एक प्रिय पौधा है जो उपहार के रूप में भी बहुत पसंद किया जाता है। इसकी सुंदरता, खुशबू, और इसके स्वादिष्टता की वजह से यह बागबानों और फूलों के शौकीनों के बीच बहुत पॉपुलर है।
नेस्तुर्शियम की खेती (Nasturtium Cultivation)
नेस्तुर्शियम एक फूलों और पत्तियों वाला पौधा है जिसे स्वच्छता और स्वादिष्टता के कारण पसंद किया जाता है। इसे रेस्टोरेंट और होटलों में सालाद और ब्रेड के साथ गार्निश के रूप में भी उपयोग किया जाता है। यह एक हरी सब्जी के रूप में भी इस्तेमाल की जा सकती है और उपयोगिता में वृद्धि करती है।
नेस्तुर्शियम की प्रमुख विशेषताएं:
1. यह पौधा अत्यंत आसानी से उगाया और देखभाल किया जा सकता है। यह जल में उगने वाला पौधा है, इसलिए यह धरती की गहराई में रहने की आवश्यकता नहीं है।
2. नेस्तुर्शियम का उगाना और देखभाल करना सुलभ है। आप इसे बीजों से या सदाबहार सब्जी के बीजों से उगा सकते हैं।
3. इसकी फूलें और पत्तियां स्वादिष्ट होती हैं और सालाद, छटपटी चटनी, और विभिन्न पकवानों में उपयोग की जा सकती हैं। यह आपके भोजन को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ सामर्थ्य भी देता है।
4. यह पौधा बीमारियों और कीटों के प्रतिरोधी होता है, इसलिए आपको उनकी अधिक चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती।
नेस्तुर्शियम का उगाने का तरीका:
1. नेस्तुर्शियम की बुवाई के लिए उचित जगह चुनें। यह पौधा पूरी दिन धूप और तापमान के साथ अच्छी तरह बढ़ सकता है।
2. बेडिंग सॉइल को तैयार करें जिसमें कंपोस्ट, मिट्टी और पानी का सही मिश्रण हो। बिना कंपोस्ट के भी आप इसे उगा सकते हैं।
3. नेस्तुर्शियम के बीजों को जमीन पर छिड़कें और ऊपर से थोड़ा धूल डालें, फिर सामान्य पानी से ध्यान से सिंचाई करें।
4. पौधे की अच्छी देखभाल करें, और सोखी मिट्टी के मरकजवाले क्षेत्र में ध्यान दें। बढ़ते पौधों को पालतू फसलों से दूर रखें क्योंकि यह उनके साथ डंडों का परस्पर संवाद कर सकता है।
5. आपके नेस्तुर्शियम पौधे साल भर फूलने की क्षमता रखते हैं। तात्कालिक ऋतु में आपको उगाने के बाद से 6-8 सप्ताह में फसल तैयार हो जाएगी।
नेस्तुर्शियम एक आसान और सुंदर पौधा है जो आपके बगीचे या किचन में खुशहाली लाएगा। इसकी उगाई और देखभाल करने में कोई मुश्किल नहीं है और आप इसे घर में ताजगी और रंगबिरंगे फूलों की खुशबू के साथ निभा सकते हैं।
नेस्तुर्शियम की खेती कहां होती है ( Where is Nasturtium Farming done?)
नेस्तुर्शियम (Nasturtium) वनस्पतिकी एक प्रकार का फूल होता है जिसका उपयोग खाद्य एवं औषधीय उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इसकी खेती विशेष रूप से गन्ना ग्राम के माध्यम से की जाती है। यह फसल अधिकतर उष्णकटिबंधीय एवं धातुशोषक मिट्टी में अच्छी तरह से उगाई जा सकती है।
नेस्तुर्शियम खेती के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त जलवायु नैगानबो एवं मेहमान-शोषक सीरा होती है। इस फसल का बागान स्वामी जलवायु व्यवस्था क्षेत्र रहता है। आवश्यकतानुसार इस फसल की खेती के लिए नीम्बू की पेनन्टियल इस्तेमाल की जा सकती है।
नेस्तुर्शियम की खेती का उद्देश्य विभिन्न भारतीय विदेशों में नेस्तुर्शियम मेषों एवं अन्य फार्मों में गहरी रंगों में फूलों के निर्माण के लिए किया जाता है। यह फसल खाद्य में खूबसूरती एवं रसायनिक पदार्थों के निर्यात में भी मायने रखती है। इसके अलावा, नेस्तुर्शियम मुल्तानी मिट्टी में इमारतों एवं विद्युत शक्ति परिस्थितियों के लिए इस्तेमाल होती है।
इस फसल में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है, क्योंकि इसमें बाजार में पेश करने के लिए उत्पादों की सुंदरता एवं दमदार प्रशंसा की आवश्यकता होती है। पारंपरिक पदार्थों से सुंदर रंगों में नेस्तुर्शियम ले आने में सहयोग करते हुए पेशेवर स्थानों पर इस फसल की खेती विशेष रूप से गन्ना ग्राम में की जाती है।
यह एक उच्च गुणवान फसल होती है जिसे चुहारा प्रदान करना अत्यंत भारी जिम्मेदारी होती है। इसकी मुख्य खासियत बीमारियों के लिए उच्च प्रतिरोधशील प्रदर्शन होता है, यहां तक की इसका उपयोग विषाणुजनित विष प्रबंधन तन्त्रों में भी किया जाता है।
नेस्तुर्शियम/Nasturtium FAQs
Q: नेस्तुर्शियम पौधा क्या है?
A: नेस्तुर्शियम एक फूलों वाला पौधा है जिसे अपनी खूबसूरत और रंगीन फूलों के लिए जाना जाता है।
Q: नेस्तुर्शियम के कितने प्रकार होते हैं?
A: नेस्तुर्शियम में कई प्रकार होते हैं, जिसमें विभिन्न रंग और आकार के फूल होते हैं।
Q: नेस्तुर्शियम का पौधा कहां उगाया जा सकता है?
A: यह पौधा सूखे और अधिक सूरज प्रकाश वाले स्थल पर अच्छी तरह से उगता है।
Q: नेस्तुर्शियम के फूल का उपयोग किसमें होता है?
A: नेस्तुर्शियम के फूल का उपयोग सजावट, गार्डनिंग और कई आयुर्वेदिक उपयोग में होता है।
Q: क्या नेस्तुर्शियम के पत्ते खाए जा सकते हैं?
A: हां, नेस्तुर्शियम के पत्ते खाए जा सकते हैं और इनमें विटामिन C भरपूर होता है।
Q: नेस्तुर्शियम पौधे की देखभाल कैसे करें?
A: इस पौधे को सूखे स्थल पर और प्रतिदिन पानी देकर उसकी देखभाल की जा सकती है।
Q: नेस्तुर्शियम पौधा कितनी ऊंचाई तक बढ़ सकता है?
A: यह पौधा 2 से 3 फीट तक की ऊंचाई तक बढ़ सकता है।
Q: क्या नेस्तुर्शियम में कोई औषधीय गुण होते हैं?
A: हां, नेस्तुर्शियम में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं, जैसे कि यह एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक होता है।
Q: नेस्तुर्शियम के बीज कहां से प्राप्त किए जा सकते हैं?
A: नेस्तुर्शियम के बीज नजदीकी पौध बाजार या ऑनलाइन दुकानों से प्राप्त किए जा सकते हैं।
Q: क्या नेस्तुर्शियम पौधा अंदर रख सकते हैं?
A: जी हां, आप नेस्तुर्शियम पौधे को पॉट में अंदर भी रख सकते हैं, लेकिन इसे प्रतिदिन सूर्य प्रकाश की जरूरत होती है।
Meet Sumati Surya, a distinguished Professor of Theoretical Physics at the renowned Raman Research Institute in Bangalore. With a Ph.D. from Syracuse University in 1997, she has devoted her career to exploring the fascinating realms of classical and quantum gravity.
Sumati’s primary area of expertise lies in the Causal Set approach to Quantum Gravity, a captivating concept where spacetime continuum is replaced by a locally finite partially ordered set. Motivated by the HKMM theorem in Lorentzian geometry, which establishes the equivalence between the causal structure of a spacetime and the conformal class of the spacetime under mild causality conditions, Sumati’s work holds profound implications for the understanding of our universe.
Apart from her groundbreaking research in quantum gravity, Sumati Surya has a keen interest in quantum foundations. She delves into aspects of classical gravity related to Lorentzian geometry and causal structure, making her a well-rounded expert in her field.
Throughout her illustrious career, Sumati has collaborated with esteemed researchers and scholars, including Nomaan X, Abhishek Mathur, Fleur Versteegen, Stav Zalel, Yasaman Yazdi, Ian Jubb, Lisa Glaser, Will Cunningham, Astrid Eichhorn, David Rideout, Fay Dowker, and Rafael Sorkin, among many others.
With her profound contributions to theoretical physics and a relentless pursuit of unraveling the mysteries of gravity, Sumati Surya remains at the forefront of cutting-edge research, inspiring the next generation of scientists and leaving an indelible mark on the scientific community.