ऑर्किड के पौधे विशेषतः फूलों के लिए प्रसिद्ध होते हैं और इन्हें गर्म और नम इलाकों में पाया जाता है। इनके फूल बहुत सुंदर होते हैं और इनकी आकृति और रंग विविध होते हैं। ऑर्किड पौधों की देखभाल थोड़ी खास होती है, उन्हें स्थिर रूप से धूप और पानी की जरूरत होती है। ये पौधे गार्डनिंग और फ्लोरल डेकोरेशन में विशेष महत्व रखते हैं।
अतिरिक्त रूप से, हमारे पास “30 फूलों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में“ शीर्षक का एक लेख भी है, जिसमें हिंदी और अंग्रेजी भाषा में 30 फूलों के नाम हैं। यह लेख छात्रों को समझने में सहायता करेगा और उन्हें फूलों के नामों की जानकारी देगा। इसे पढ़कर छात्र अपनी भाषा कौशल को सुधार सकते हैं और फूलों के नामों की पहचान कर सकते हैं।
Contents
- ऑर्किड क्या है?
- ऑर्किड के पौधे की जानकारी
- ऑर्किड का पौधा
- ऑर्किड के फूल की जानकारी
- आर्किड फ्लावर हिंदी नाम
- आर्किड का वानस्पतिक नाम
- ऑर्किड के फूल का उपयोग और फायदे
- ऑर्किड फूल का रोचक तथ्य
- ऑर्किड के प्रकार
- ऑर्किड के लिए मिटटी कैसी होनी चाहिए
- विभिन्न भाषाओं में आर्किड के नाम
- ऑर्किड के पौधे के लिए कैसा गमला होना चाहिए
- ऑर्किड के पौधे की देखभाल कैसे करें
- ऑर्किड फूल की खेती कैसे करें
- निष्कर्ष
ऑर्किड क्या है?
आर्किड एक प्रकार का फूल है, जो अपनी सुंदरता और विविधता के लिए प्रसिद्ध है। आर्किड पौधों का परिवार वानस्पतिक जगत में बहुत बड़ा है, और इसमें हजारों प्रजातियां शामिल हैं। इन फूलों का रंग और आकार बहुत विविध होता है, जिससे यह लोकप्रिय होते हैं। आर्किड फूल अधिकतर उच्च और शीतल इलाकों में पाये जाते हैं, जैसे हिमालय। लेकिन कुछ प्रजातियाँ गर्म और नमीले जंगली इलाकों में भी पाई जाती हैं।
आर्किड फूल को भारतीय त्योहारों और समाजिक अवसरों पर भी पसंद किया जाता है। इसे उपहार देने के लिए भी चुना जाता है, क्योंकि यह फूल प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। आर्किड के फूल की खेती भी बढ़ रही है, क्योंकि इसकी मांग बढ़ती जा रही है। इस अद्वितीय और आकर्षक फूल को देखकर लोग अक्सर उसकी सुंदरता और अद्वितीयता को प्रशंसा करते हैं।
ऑर्किड के पौधे की जानकारी
ऑर्किड का पौधा भारत में विभिन्न पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है, जैसे हिमालय, खासी-जयंती, कोडै कैनाल, पश्चिमी घाट और नीलगिरि। यह पौधा गुच्छों में उगता है और उसकी जड़ें बंडल की तरह होती हैं जो हवा की आवश्यकता होती है। पत्तियाँ भी प्रजाति और स्थान के अनुसार भिन्न होती हैं।
गर्म और नम इलाकों में उगने वाले पौधों की पत्तियाँ लंबी और पतली होती हैं, जबकि सूखे जलवायु में उगने वाले पौधों की पत्तियाँ मोटी होती हैं। इसके अलावा, कुछ ऐसे पौधे भी होते हैं जिनकी पत्तियाँ नहीं होतीं।
ऑर्किड का पौधा
ऑर्किड पौधों का परिवार वानस्पतिक जगत में बहुत ही विशेष माना जाता है। इस परिवार में हजारों प्रजातियां शामिल हैं जो पूरी दुनिया में विभिन्न प्राकृतिक जलवायु में पाई जाती हैं। ऑर्किड पौधे अपने अद्वितीय फूलों के लिए जाने जाते हैं, जो कि विभिन्न रंगों और आकारों में होते हैं। इन फूलों में से कुछ अत्यंत सुगंधित होते हैं जबकि कुछ बिना गंध के होते हैं।
ऑर्किड पौधों की एक विशेषता यह है कि वे अक्सर पेड़ों और अन्य पौधों पर उगते हैं जैसे कि एक एपिफाइट। वे मिट्टी में नहीं उगते हैं। इसके बजाय, वे हवा से और अपने होस्ट पौधे से पोषण प्राप्त करते हैं।
भारत में ऑर्किड पौधे पहाड़ी इलाकों में अधिक पाए जाते हैं, जैसे कि हिमालय। इन पौधों की खासियत यह है कि वे आसानी से अन्य पौधों के साथ मेल खाते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य में योगदान करते हैं।
ऑर्किड के फूल की जानकारी
ऑर्किड (Orchid) के फूल बहुत ही सुंदर होते हैं। इनके फूल विविध आकार, आकृति और रंगों में पाए जाते हैं। ये फूल आमतौर पर एकांतिक पौधे होते हैं, जिसके कारण उनकी खूबसूरती और मान्यता बढ़ती है। ऑर्किड के फूल आधिकांशतः स्वच्छंद पर्यावरण में पाए जाते हैं। ये फूल धीरे-धीरे विकसित होते हैं और लंबे समय तक खिले रहते हैं। इनकी खुशबू भी आकर्षक होती है और इन्हें आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है।
ऑर्किड के फूल जीवनशैली के आधार पर अनुकूलित होते हैं। इनके फूलों में धूप और गर्मी के साथ-साथ प्रकाश, हवा और पानी की आवश्यकता होती है। इन्हें उचित धारणा, आपूर्ति और देखभाल की आवश्यकता होती है ताकि वे अच्छी तरह से विकसित हो सकें। ऑर्किड के फूल न केवल खूबसूरती और मनोहारिता लाते हैं, बल्कि इन्हें अद्वितीयता और प्राकृतिकता का प्रतीक भी माना जाता है। ये फूल मानवीय जीवन के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकते हैं और हमें प्रकृति की महत्वपूर्णता को समझाते हैं।
आर्किड फ्लावर हिंदी नाम
आर्किड फ्लावर को विश्वभर में उसकी सुंदरता और अद्वितीय आकृतियों के लिए जाना जाता है। आर्किड का हिंदी नाम “आर्किड” ही है। हालांकि, यह शब्द संस्कृत शब्द “अर्क” से आया है, जिसका मतलब होता है “आँख का कोना” या “सूर्य“, लेकिन यह फूल के साथ सीधे संबंधित नहीं है।
आर्किड फूल एक बहुत ही विविध और विशाल परिवार का हिस्सा है, जिसमें हजारों प्रजातियां और किस्में शामिल हैं। भारत में आर्किड की कई प्रजातियां पाई जाती हैं, जो अलग-अलग जलवायु और पर्वतीय क्षेत्रों में उगती हैं।
यह फूल अपनी अद्वितीय और जटिल संरचना के लिए प्रसिद्ध है, और यह विभिन्न रंगों और आकारों में पाया जाता है। आर्किड का फूल भारतीय संस्कृति में भी एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जहां इसे सजावट, पूजा और अन्य अनुष्ठानिक गतिविधियों में उपयोग किया जाता है।
आर्किड का वानस्पतिक नाम
आर्किड फ्लावर को जब हम वानस्पतिक विज्ञान की दृष्टिकोण से देखते हैं, तो इसे ‘Orchidaceae‘ परिवार में रखा जाता है। ‘Orchidaceae‘ वास्तव में आर्किड फूलों के पूरे परिवार का वानस्पतिक नाम है।
आर्किड परिवार में हजारों प्रजातियाँ शामिल हैं और यह फूल दुनिया भर में विभिन्न जलवायु, भूमि और पर्वतीय क्षेत्रों में पाये जाते हैं। ‘Orchidaceae‘ वास्तव में वानस्पतिक जगत में सबसे बड़े फूलों के परिवारों में से एक है।
यह फूल अपनी सुंदरता, अद्वितीय आकृतियों और रंग-बिरंगी विविधता के लिए प्रसिद्ध हैं। वानस्पतिक विज्ञान में आर्किड की इस अद्वितीयता और विविधता को महसूस किया जा सकता है।
ऑर्किड के फूल का उपयोग और फायदे
ऑर्किड (Orchid) के फूल का उपयोग और फायदे विभिन्न होते हैं। यहां कुछ मुख्य उपयोग और फायदे बताए गए हैं:
सजावट के लिए: ऑर्किड के फूल बगीचों, आवासों, ऑफिसों और होटलों को सजाने के लिए उपयोग होते हैं। इनकी खूबसूरती से महफ़िलें और मंदिरों की सजावट भी आकर्षित होती है। चिकित्सा में उपयोग: ऑर्किड के फूलों का तेल और उद्गार अनेस्थेटिक गुणों के कारण चिकित्सा में उपयोग होते हैं। इसके फूलों को अंग्रेजी लिलीज के नाम से भी जाना जाता है और ये कैंसर के इलाज में भी मददगार हो सकते हैं।
मन की शांति: ऑर्किड के फूल देखने से मन को शांति मिलती है और विचारों को शुद्ध करते हैं। इनके सुंदर रंग, आकार और महक मन को आनंदित करते हैं और चिंताओं को दूर करते हैं। मनोहारी और उत्सवों में उपयोग: ऑर्किड के फूलों को अलग-अलग उत्सवों और अवसरों में उपयोग किया जाता है। ये फूल मनोहारी होते हैं और विवाह, पूजा, जन्मदिन और अन्य उत्सवों में उपहार के रूप में भी दिए जाते हैं।
इस प्रकार, ऑर्किड के फूल एक सुंदर, उपयोगी और मनोहारी पौधे की अहमियत रखते हैं।
ऑर्किड फूल का रोचक तथ्य
ऑर्किड (Orchid) फूल के बारे में कुछ रोचक तथ्य निम्नलिखित हैं:
ऑर्किड फूल दुनिया में सबसे बड़े फूलों में से एक हैं। इनके फूलों का आकार विभिन्न प्रकार के होता है, जिनमें से कुछ फूल लगभग 1 मीटर तक लंबे हो सकते हैं। ऑर्किड फूलों की विविधता बहुत अद्भुत होती है। इनके फूल विभिन्न रंगों, आकारों और पैटर्न में पाए जा सकते हैं। कुछ ऑर्किड फूल बहुत लंबा समय तक खिले रह सकते हैं। यह फूलों की लंबी उम्र और स्थायित्व की एक प्रतीक हैं।
ऑर्किड फूलों की खुशबू बहुत ही मनोहारी होती है। इन्हें आवासों को सुंदरता और ताजगी का आनंद देने के लिए उपयोग किया जाता है। ऑर्किड फूल पौधों की संरक्षण रखरखाव करने की जरूरत होती है क्योंकि इनकी प्रजातियों की संख्या खत्म होने की आशंका है। इसलिए, ऑर्किड के फूलों की संरक्षण के लिए कदम उठाना आवश्यक है। ये थे कुछ रोचक तथ्य ऑर्किड फूलों के बारे में, जो इनको एक अद्भुत प्रकृति की वरदान बनाते हैं।
ऑर्किड के प्रकार
ऑर्किड (Orchid) पौधे कई प्रकार के होते हैं। यहां कुछ प्रमुख ऑर्किड के प्रकार दिए जाते हैं:
1. फैलेनोप्सिस ऑर्किड (Phalaenopsis Orchid):
यह सबसे प्रसिद्ध ऑर्किड प्रकार है और बांधने में आसान होने के कारण बहुत लोकप्रिय है। इसके फूलों का आकार छोटा से बड़ा होता है और उनकी खुशबू भी मनोहारी होती है।
2. डेंड्रोबियम ऑर्किड (Dendrobium Orchid):
यह प्रकार उच्च और ठंडी जलवायु क्षेत्रों में पाया जाता है। इसके फूल छोटे-बड़े होते हैं और विभिन्न रंगों में पाए जा सकते हैं।
3. ब्रासिया ऑर्किड (Brassia Orchid):
यह प्रकार टाइगर ऑर्किड के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसके फूलों के पैटर्न टाइगर की तरह होते हैं। इसकी खुशबू भी आकर्षक होती है।
4. वांदा ऑर्किड (Vanda Orchid)
यह प्रकार बड़े और आकर्षक फूलों के लिए प्रसिद्ध है। इसके फूल विभिन्न रंगों में पाए जाते हैं और उनकी बाहरी सुंदरता उच्च मान्यता प्राप्त है।
ये थे कुछ प्रमुख ऑर्किड के प्रकार, जो अपनी आकर्षकता और विविधता के लिए प्रसिद्ध हैं।
ऑर्किड के लिए मिटटी कैसी होनी चाहिए
ऑर्किड पौधे को उच्च विषाणु संचित मिटटी की आवश्यकता होती है। ये पौधे जल वायु और पोषक तत्वों से समृद्ध मिटटी में अच्छे से विकसित होते हैं। इसके लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
ड्रेनेज की सुविधा: ऑर्किड की मिटटी में अच्छी ड्रेनेज की सुविधा होनी चाहिए। यह मिटटी जल को अच्छी तरह से निकालने की क्षमता रखनी चाहिए, क्योंकि ऑर्किड पौधे को जल भरपूर मिटटी में रहने से बचाने की जरूरत होती है।
वेतनिक घटकों की विशेषता: अच्छी ऑर्किड मिटटी में वेतनिक घटकों की विशेषता होनी चाहिए। ये घटक पौधे को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं और स्वस्थ विकास को सुनिश्चित करते हैं।
PH मान: ऑर्किड पौधे की मिटटी का pH मान आधिकांशतः 6-7 के बीच होना चाहिए। यह मिटटी की अम्लता को नियंत्रित करता है और पौधे के संपूर्ण विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
वातावरणिक परिस्थितियाँ: ऑर्किड पौधे के लिए वातावरणिक परिस्थितियाँ महत्वपूर्ण होती हैं। इन पौधों को शीतल और आर्द्र माहौल में रखने से उनका विकास बेहतर होता है। इन बातों का ध्यान रखते हुए, ऑर्किड पौधों के लिए सुरक्षित और उपयुक्त मिटटी चुनना आवश्यक होता है।
विभिन्न भाषाओं में आर्किड के नाम
आर्किड फ्लावर के नाम को 10 विभिन्न भाषाओं में दिखाया गया है:
भाषा (Language) | आर्किड का नाम (Name in Native Language) |
---|---|
अंग्रेजी (English) | Orchid (आर्किड) |
स्पेनिश (Spanish) | Orquídea (ऑरकिडा) |
फ्रेंच (French) | Orchidée (ऑर्चिडी) |
जर्मन (German) | Orchidee (ओर्चिदी) |
इतालवी (Italian) | Orchidea (ऑर्चिडा) |
पोर्तुगीज़ी (Portuguese) | Orquídea (ऑरकिडा) |
आर्किड एक सुंदर फूल है जो विश्व भर में विभिन्न रंगों और प्रजातियों में पाया जाता है। यह तालिका दिखाती है कि विभिन्न भाषाओं में इसे कैसे पुकारा जाता है।
ऑर्किड के पौधे के लिए कैसा गमला होना चाहिए
ऑर्किड पौधों को उच्च गुणवत्ता वाले गमले में रखना आवश्यक होता है ताकि उन्हें सही समर्थन और आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके। यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो गमले के लिए ध्यान में रखना चाहिए:
आकार और गहराई: ऑर्किड पौधे के लिए गमला इसके जड़ों और पेड़ की उंचाई के अनुरूप होना चाहिए। गमले की गहराई भी पौधे की जड़ों को सही ढंग से समर्थन करने के लिए पर्याप्त होनी चाहिए।
ड्रेनेज सुविधा: गमले में अच्छी ड्रेनेज सुविधा होनी चाहिए ताकि जल अवशोषण और विषाणु विकिरण का सही नियंत्रण हो सके। गमले में ड्रेनेज होल या नेटिंग होनी चाहिए जो जल को अच्छे से निकाल सके।
सामरिकता: गमला सामरिकता में टिकाऊ और मजबूत होना चाहिए। यह पौधे को सही समर्थन प्रदान करेगा और उनके विकास को सुनिश्चित करेगा।
मटेरियल: अच्छी गुणवत्ता वाले प्लास्टिक या मेटल के गमले ऑर्किड पौधों के लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं। इनमें पौधे को पूर्णतः समर्थित रखने की क्षमता होनी चाहिए। उपरोक्त बातों का ध्यान रखते हुए, आपको उचित आकार, ड्रेनेज सुविधा, सामरिकता और मटेरियल का चयन करके ऑर्किड पौधे के लिए सही गमला चुनना चाहिए।
ऑर्किड के पौधे की देखभाल कैसे करें
ऑर्किड पौधे की देखभाल निम्नलिखित तरीकों से की जा सकती है:
प्रकाश और तापमान: ऑर्किड पौधे को मध्यम प्रकाश और उच्च तापमान वाले स्थान पर रखना चाहिए। सूर्य की दिशा में इन्हें रखना फायदेमंद होता है।
पानी की आपूर्ति: ऑर्किड पौधे को नियमित रूप से पानी देना आवश्यक होता है। उन्हें जल भरपूर करने वाले उपायों से पानी प्रदान करें और सुखी मिटटी से बचाएं।
खाद का उपयोग: ऑर्किड पौधों को नियमित खाद प्रदान करना चाहिए। इसके लिए जीवाश्म खाद, खाद या निर्माण खाद का उपयोग करें।
रोगों और कीटों का नियंत्रण: पौधों को संतुलित और स्वस्थ रखने के लिए उन्हें नियमित रूप से रोगों और कीटों का नियंत्रण करें। पेस्टिसाइड और जैविक रोगनाशकों का उपयोग करें।
प्रतिरक्षा क्षमता का बढ़ावा: पौधे की प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाने के लिए पौधों को संतुलित पोषण प्रदान करें, उचित प्रकाश और तापमान रखें, और उन्हें स्वच्छ और सुखी रखें।
ये सरल उपाय ऑर्किड पौधे की देखभाल में मददगार सिद्ध हो सकते हैं।
ऑर्किड फूल की खेती कैसे करें
ऑर्किड एक प्रमुख सजावटी और उपयोगी पौधा है जो अपनी सुंदरता और विविधता के लिए प्रसिद्ध है। ऑर्किड की खेती की प्रक्रिया निम्नलिखित है:
चयन: पहले तो आपको तय करना होगा कि आप किस प्रकार का ऑर्किड उगाना चाहते हैं। भारतीय जलवायु में कई प्रकार के ऑर्किड उगते हैं।
बीज और समझावट: आप बीज या ऑर्किड के अन्य भागों से शुरुआत कर सकते हैं। ऑर्किड के बीज बहुत छोटे होते हैं, इसलिए उन्हें उगाना थोड़ा कठिन हो सकता है।
मिट्टी और गमला: ऑर्किड पौधे के लिए विशेष मिट्टी की जरूरत होती है जिसमें उन्हें जरूरी पोषण मिले। ऑर्किड को पानी की अधिकता से बचाना चाहिए। इसलिए अच्छी नालिका वाले गमले का चयन करें।
पानी और पोषण: ऑर्किड को धीरे-धीरे पानी दें ताकि मूल में सीलन न हो। उन्हें हर दो सप्ताह में ऑर्किड खाद मिलाकर पानी दें।
स्थान: ऑर्किड पौधे को प्रत्यक्ष प्रकाश में न रखें। वे अधिक चाया और ठंडी जगह पर अच्छे से उगते हैं।
आधुनिक तकनीकियां: ऑर्किड की खेती में टिश्यू संस्करण जैसी तकनीकों का उपयोग भी हो रहा है जिससे अधिक और बेहतर उत्पादन होता है।
रोग और कीट: ऑर्किड पौधों पर कई प्रकार के कीट और रोग प्रकोपित हो सकते हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए उपयुक्त कीटनाशक और रोगनाशकों का उपयोग करें।
प्रजनन: ऑर्किड पौधों का प्रजनन बीज और विभाजन द्वारा होता है। अगर आप पौधे का विभाजन करते हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक भाग में कम से कम तीन पत्ते हों।
फूलों की देखभाल: जब ऑर्किड फूल देने लगता है, तो इसे सही समय पर पानी और पोषण दें।
अगर आप ऑर्किड की खेती में सफलता पाना चाहते हैं, तो धैर्य और समर्पण से काम करें। यह एक समय और प्रयास की मांग करता है, लेकिन परिणाम सतत प्रयासों का मूल्य होता है।
निष्कर्ष
आज हमने जाना ‘ऑर्किड’ (Orchid) फूल के बारे में! यह फूल अपनी अद्वितीयता और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। ऑर्किड के विभिन्न प्रकार होते हैं, और उनमें से कुछ बहुत ही विशेष और अनमोल होते हैं।
ऑर्किड के फूलों का उपयोग विभिन्न तरीकों में किया जाता है, सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लेकर उपहार देने तक। यह फूल न केवल सुंदरता बल्कि वाणिज्यिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
ऑर्किड के फूल और उनके फायदों के बारे में जानकर हमने यह महसूस किया कि ये हमारे जीवन को खुशियों से भर देते हैं। इन खूबसूरत फूलों की देखभाल करना और सम्मान देना हमारी जिम्मेदारी है, ताकि हम इनके सौंदर्य और महत्व का आनंद ले सकें। और हां, अगर आप और भी 150 प्रकार के फूल के बारे में जानना चाहते हैं, तो हमारे पास एक विशेष लेख उपलब्ध है।
ऑर्किड कितनी बार खिलते हैं?
ऑर्किड पौधे अक्सर एक वर्ष में एक बार खिलते हैं। यह खिलाने में कुछ समय ले सकते हैं, जो आमतौर पर कई सप्ताह तक चल सकता है। जब इन्हें प्रभावित करने वाली सही मौसम और प्रकृति की देखभाल मिलती है, तब ऑर्किड के फूल खिलने शुरू होते हैं। फूल धीरे-धीरे विकसित होते हैं और लंबे समय तक खिले रहते हैं, जिससे यह फूल पौधे की लंबी उम्र और स्थायित्व की एक प्रतीक होते हैं। इसलिए, ऑर्किड के फूल की खूबसूरती और अद्वितीयता का आनंद लेने के लिए हमें धैर्य और सही देखभाल की आवश्यकता होती है।
ऑर्किड के खिलने के बाद क्या करें?
ऑर्किड के खिलने के बाद उसकी देखभाल करें।
ऑर्किड अपने फूल क्यों खो देते हैं?
ऑर्किड अपने फूल खो देते हैं क्योंकि इसके प्राकृतिक कारण जैसे पानी, रोशनी या कीटों की अभाव हो सकती है।
ऑर्किड के फूल कितने समय तक चलते हैं?
ऑर्किड के फूल आमतौर पर २-८ हफ्तों तक खिलते रहते हैं, लेकिन कुछ प्रकार के ऑर्किड फूल बढ़िया देखभाल पर अधिक समय तक भी खिले रह सकते हैं।
क्या ऑर्किड के फूल सर्दियों में गिर जाते हैं?
हां, कुछ ऑर्किड के फूल सर्दियों में गिर सकते हैं क्योंकि वे सर्दी के मौसम के लिए संबंधित नहीं होते हैं। उन्हें ठंड के कारण नुकसान हो सकता है और उनकी खिलने क्षमता प्रभावित हो सकती है।
क्या ऑर्किड को गर्मी चाहिए?
नहीं, ऑर्किड को ज्यादा गर्मी नहीं चाहिए। वे मध्यम से ठंडी जगह पर अच्छी तरह से विकसित होते हैं। ज्यादा गर्मी उनके लिए हानिकारक हो सकती है और उनके फूल नहीं खिल सकते।
ऑर्किड रात में क्या करते हैं?
ऑर्किड रात में विश्राम करते हैं। वे अपनी पत्तियों को फैलाकर ऑर्किड के अंदर पोषक तत्वों को जमा करते हैं। इससे वे दिन में फूलने के लिए ऊर्जा इकट्ठा कर पाते हैं।
ऑर्किड कब तक बाहर रहते हैं?
ऑर्किड फूल आमतौर पर कई हफ्तों तक बाहर रह सकते हैं। इसकी अवधि प्रजाति और पर्यावरण पर निर्भर करती है, लेकिन बहुत से ऑर्किड फूल लगभग २-८ हफ्ते तक अपनी सुंदरता को बरकरार रख सकते हैं।
Introducing Vidita Vaidya, an eminent Indian neuroscientist and esteemed professor at the Tata Institute of Fundamental Research, Mumbai. With a distinguished scientific career, she has made remarkable contributions to the fields of neuroscience and molecular psychiatry.
Vidita’s research endeavors revolve around studying the neurocircuitry of emotion, delving into the intricate workings of the human brain. Her dedication and outstanding achievements have not gone unnoticed, as she has been honored with prestigious awards such as the Shanti Swarup Bhatnagar Prize in 2015 and the National Bioscience Award for Career Development in 2012.
In addition to these accolades, Vidita Vaidya was also recognized with the Infosys Prize in Life Sciences in 2022, solidifying her position as a frontrunner in the realm of life sciences research.
During her academic journey, she had the privilege of being mentored by Professor Ronald Duman at Yale University while pursuing her doctorate. This valuable experience played a crucial role in shaping her expertise and passion for neuroscience.
As a professor, researcher, and distinguished scholar, Vidita Vaidya continues to inspire and impact the scientific community with her groundbreaking work. Through her relentless pursuit of knowledge and understanding of the brain’s complexities, she opens new avenues for unraveling the mysteries of human emotions and brain function.