गुलाब, एक ऐसा पुष्प जो अपनी सुंदरता और सुगंध से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। जब भी हमें किसी खास अवसर पर किसी को उपहार देना होता है, हम आमतौर पर गुलाब की पुष्पमाला ही चुनते हैं। गुलाब के फूल की बहुत सारी प्रजातियां होती हैं जिसमें हर एक का अपना अद्वितीय रंग और खासियत होती है। लाल गुलाब प्रेम की प्रतीक माना जाता है जबकि सफेद गुलाब शांति और मासूमियत का प्रतीक है।
गुलाब का पौधा अपनी सुंदर पत्तियों और कांटों के लिए भी जाना जाता है। कांटे इसे सुरक्षा प्रदान करते हैं। आप अगर और अधिक फूलों के नाम और उनकी जानकारी जानना चाहते हैं, तो हमारे पास “30 FLOWERS NAME IN HINDI” पर एक अद्वितीय लेख भी है। इससे आपको और भी अधिक फूलों के बारे में जानकारी मिलेगी। तो, आइए हम गुलाब के अद्वितीय संसार में घुसते हैं और इसकी अनगिनत खासियतों को जानते हैं।
Contents
- गुलाब क्या है (what is rose)
- गुलाब का इतिहास (history of roses)
- गुलाब की पहचान (rose identification)
- गुलाब के प्रकार (types of roses)
- गुलाब का पौधा कैसे लगाएं (How to plant a rose plant)
- गुलाब का पौधा गमले में कैसे लगाएं (How to plant a rose plant in a pot)
- गुलाब के फूल का उपयोग (uses of roses)
- गुलाब के पौधे में कौन सा खाद डालना चाहिए (Which fertilizer should be given to rose plant?)
- गुलाब के पौधे में फिटकरी कैसे डालें (how to put alum in rose plant)
- काला गुलाब का फूल कहां मिलेगा (where to get black rose flower)
- गुलाब के पौधे की देखभाल कैसे करें? (How to take care of rose plant?)
- गुलाब की खेती कैसे करे? (How to do rose cultivation?)
- गुलाब का पौधा सूखने लगे तो क्या करें? (What to do if the rose plant starts drying up?)
- यहां न लगाएं गुलाब का पौधा (Do not plant rose here)
- काला गुलाब का फूल कहां मिलेगा (where to get black rose flower)
- भारत में काला गुलाब कहां पाया जाता है (Where is black rose found in India)
- निष्कर्ष
- FAQ’s
गुलाब क्या है (what is rose)
गुलाब एक सुंदर और सुगंधित फूल है जो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यह अपने विभिन्न रंगों, आकारों और सुगंध में होता है। लोग इसे प्रेम, दोस्ती और सम्मान की प्रतीक के रूप में उपयोग करते हैं। लाल गुलाब प्रेम का प्रतीक माना जाता है, जबकि सफेद गुलाब शांति और सच्चाई का।
गुलाब के पौधे पर छोटे छोटे कांटे भी होते हैं जो इसे जीवानुओं से बचाते हैं। गुलाब के फूल का तेल भी बनता है जिसे खुशबू और तेल में उपयोग किया जाता है। गुलाब का अर्क भी बनता है जिसे चेहरे पर लगाने से ताजगी और निखार आता है। इसी तरह, गुलाब के कई उपयोग हैं और यह हमारे जीवन में विशेष स्थान रखता है।
गुलाब का इतिहास (history of roses)
गुलाब का इतिहास बहुत ही पुराना और रंगीन है। यह फूल प्राचीन समय से ही लोगों के जीवन में खास भूमिका निभा रहा है। गुलाब को लगभग ३५ मिलियन साल पहले की जड़ों से जोड़ा जा सकता है। चीन में ५००० साल पहले गुलाब की खेती हो रही थी।
अनेक संस्कृतियों में, गुलाब को प्यार, सुंदरता, सम्मान और अनय संवेदनाओं का प्रतीक माना जाता है। रोमन साम्राज्य में लोग गुलाब के पंखुड़ियों को नहाने के पानी में मिला लिया करते थे। उन्होंने यहाँ तक गुलाब के पंखुड़ियों के तकिये भी बनाए थे।
भारत में भी गुलाब की खास पसंद की जाती है। यहाँ गुलाब को भगवान और ईश्वरीय देवियों की पूजा में प्रस्तुत किया जाता है। इसके अलावा, गुलाब का अर्क और गुलाबी पानी भी भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखते हैं।
संगीत, कविता और कला में भी गुलाब का उल्लेख किया गया है जो इसकी महत्वपूर्णता और प्रेरणा को दिखाता है। इस तरह, गुलाब का इतिहास हमें यह दिखाता है कि यह फूल कितना खास है और हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन में कैसे बदलाव लाता है।
गुलाब की पहचान (rose identification)
गुलाब, एक खूबसूरत और सुगंधित फूल है, जिसे दुनिया भर में उसकी सुंदरता और ख़ास खुशबू के लिए पसंद किया जाता है। यह फूल अकेला होता है और उसके पंखुड़ीयां बहुत ही मुलायम होती हैं। गुलाब के रंग भी विविध होते हैं जैसे कि लाल, पिंक, सफेद, पीला और भूरा।
लाल गुलाब प्रेम का प्रतीक माना जाता है। गुलाब की पत्तियां हरी होती हैं और उसके कांटे भी होते हैं, जो कभी-कभी छूने पर चुभ सकते हैं। गुलाब का पौधा भी खूबसूरत होता है और इसे बाग-बागिचों, उद्यानों और घरों में लगाया जाता है।
गुलाब की खुशबू भी बहुत प्रिय होती है। इसकी खुशबू से अनेक प्रकार की परिमल और उत्पाद बनाए जाते हैं, जैसे कि गुलाब का तेल, गुलाबी पानी आदि। अब जब आप गुलाब को देखेंगे, तो आप उसे आसानी से पहचान सकेंगे!
गुलाब के प्रकार (types of roses)
गुलाब के विभिन्न प्रकार हैं जो उसके रंग, आकार, और उसके फूलने के तरीके के आधार पर विभाजित होते हैं। यहां कुछ प्रमुख प्रकार दिए गए हैं:
1. हाईड्रेजिड टी गुलाब (Hybrid Tea Roses)
ये गुलाब बहुत ही लोकप्रिय हैं। जब आप किसी फूल की दुकान पर गुलाब देखते हैं, तो आमतौर पर वे हाईड्रेजिड टी गुलाब होते हैं। इस प्रकार के गुलाब बड़े और सुंदर होते हैं। वे आमतौर पर एकल फूल के रूप में उगते हैं और उनमें एक शानदार सुगंध होती है। इन गुलाबों के रंग भी विविध होते हैं, जैसे की लाल, सफेद, पीला आदि। अगर आप किसी खास अवसर पर किसी को गुलाब देना चाहते हैं, तो ये गुलाब सबसे अधिक पसंद किए जाते हैं।
2. फ्लोरिबुंडा गुलाब (Floribunda Roses)
फ्लोरिबुंडा गुलाब हाईड्रेजिड टी गुलाब के समान हैं, लेकिन इनमें एक विशेषता है कि वे एक ही डाली पर बहुत सारे फूल उगाते हैं। ये गुलाब बगीचों और पार्क में आम तौर पर देखे जाते हैं क्योंकि वे एक समझाया जाने वाले इलाके में अधिक रंग और आकार में फूल उगा सकते हैं। इन गुलाबों की खास बात यह है कि वे अधिक दिन तक ताजगी को बनाए रख सकते हैं और उनकी सुगंध भी बहुत अच्छी होती है। इन्हें देखना और सुंघना दोनों ही सुखद अहसास दिलाता है।
3. क्लाइमिंग गुलाब (Climbing Roses)
क्लाइमिंग गुलाब उन विशेष गुलाबों को कहा जाता है जो अधिक ऊंचाई तक बढ़ते हैं और विभिन्न समर्थनों पर चढ़ते हैं, जैसे की बारिक दीवारें या तंबू जैसे ढांचे। इन गुलाबों की लताएं लंबी होती हैं जिससे वे आसानी से बढ़ सकते हैं। ये गुलाब बगीचे में एक आकर्षण का केंद्र बनते हैं और अपनी सुंदरता से प्रत्येक को मोहित कर देते हैं। उनका उपयोग आमतौर पर बगीचों की सुंदरता बढ़ाने और विशेष अदृश्य संरचना प्रदान करने के लिए किया जाता है।
4. मिनिच्योर गुलाब (Miniature Roses)
मिनिच्योर गुलाब उन छोटे आकार के गुलाबों को कहते हैं जिनका आकार सामान्य गुलाब से काफी छोटा होता है। इनकी छोटी-छोटी पत्तियां और फूल उन्हें बहुत ही प्यारा और आकर्षक बना देते हैं। ये गुलाब अकेले या जमावदार रूप में बगीचे में लगाए जा सकते हैं और बालकनी, टेरेस या इनडोर पौधों के रूप में भी लगाए जा सकते हैं। उनका छोटा आकार उन्हें अन्य गुलाबों की तुलना में विशेष बनाता है और ये विभिन्न रंगों में उपलब्ध हैं।
5. श्रब गुलाब (Shrub Roses)
श्रब गुलाब वे पौधे हैं जो विशाल झाड़ जैसे रूप में उगते हैं। ये अकेले या समूह में बड़े प्रमाण में फूल लाते हैं। इस प्रकार के गुलाब सजावटी बाग या बड़ी बगियाँ बनाने के लिए विशेष रूप से प्रयुक्त होते हैं क्योंकि वे जगह को धक लेते हैं। ये आमतौर पर अन्य गुलाबों से अधिक सहिष्णुता वाले होते हैं और विभिन्न मौसम में फूल लाते हैं। श्रब गुलाब कई रंगों और आकारों में उपलब्ध हैं।
6. खिलने वाले गुलाब (Floribunda Roses)
खिलने वाले गुलाब, जैसा कि नाम से ही पता चलता है, एक समय में अनेक फूल खिलाते हैं। ये गुलाब विशेष रूप से उन लोगों के लिए अच्छे होते हैं जो अपने बगीचे में ज्यादा रंग और खिलने वाले फूल चाहते हैं। ये गुलाब संगठन में होते हैं और उनके फूल छोटे समूहों में खिलते हैं। खिलने वाले गुलाब विभिन्न रंगों में होते हैं और वे अपने संघटित फूलों के लिए प्रसिद्ध हैं।
ये तो केवल कुछ प्रकार थे। गुलाब की दुनिया में अनगिनत प्रकार हैं और प्रत्येक प्रकार का अपना विशेष महत्व है। गुलाब के विभिन्न प्रकार और उनके रंग उन्हें दुनिया भर में प्रिय बनाते हैं।
गुलाब का पौधा कैसे लगाएं (How to plant a rose plant)
चयन और खरीददारी: सबसे पहले अच्छी प्रजाति का गुलाब का पौधा चुनें। आप बीज से या तो पूर्व-उगाये गए पौधे से शुरू कर सकते हैं।
स्थल चयन: गुलाब को अधिकतम सूर्य प्रकाश की जरूरत होती है, इसलिए ऐसी जगह चुनें जहां दिन में कम से कम 6 घंटे तक सीधी धूप पड़े।
मिट्टी की तैयारी: मिट्टी में संख्या में कोम्पोस्ट या गोबर मिला दें ताकि मिट्टी उर्वरकपूर्ण और अच्छी ड्रेनेज वाली हो।
बुआई और लगाने का तरीका: अगर आप बीज से लगा रहे हैं, तो बीजों को पूरी तरह से भिगो दें और फिर मिट्टी में बो दें। अगर पूर्व-उगाये गए पौधे हैं, तो उन्हें खुदाई किए गए छेद में सावधानी से लगाएं।
सिंचाई: पौधे को अच्छे से पानी दें, लेकिन ज्यादा पानी से बचें। जब मिट्टी सूख जाए, तब ही पुनः पानी दें।
उर्वरक और पोषण: पौधे को हर महीने एक बार उर्वरक दें, जिससे पौधे का अच्छा विकास हो।
प्रुनिंग: समय-समय पर मुरझाए हुए फूल और पत्तियों को काट दें, जिससे नए फूल अच्छी तरह से उग सकें।
रोग और कीट प्रबंधन: अगर आपको कीट या रोग की समस्या दिखाई दे, तो तुरंत उसे निवारक उपायों से निपटाएं।
इन सरल चरणों का पालन करके आप अपने गार्डन में सुंदर गुलाब के पौधे उगा सकते हैं। यह सिर्फ एक सुंदर पौधा ही नहीं, बल्कि यह आपके घर को भी सुंदर बनाता है।
गुलाब का पौधा गमले में कैसे लगाएं (How to plant a rose plant in a pot)
गमले का चयन: पहली बार जब आप गुलाब का पौधा लगा रहे हों, तो उसके लिए कम से कम 12 से 15 इंच की गहराई और चौड़ाई वाला गमला चुनें।
ड्रेनेज: गमले के तले में अच्छी ड्रेनेज सिस्टम होनी चाहिए। गमले के निचले हिस्से में कुछ पत्थर रख कर उस पर मिट्टी डालें।
मिट्टी: गुलाब के लिए उपयुक्त मिट्टी में संख्या में कोम्पोस्ट और बालू मिलाकर उसे उर्वरकपूर्ण बनाएं।
पौधे की स्थिति: पौधे को गमले में लगाने से पहले, उसके जड़ को अच्छे से पानी में भिगो दें।
सिंचाई: पौधे को लगाने के बाद तुरंत अच्छे से पानी दें। पहले दिनों में, पानी की ज्यादा मात्रा देने का ध्यान रखें।
स्थिति: गमला ऐसी जगह पर रखें जहां पर दिन में कम से कम 6 घंटे सीधी धूप पड़े।
उर्वरक: हर 3-4 महीने में गमले में उर्वरक जोड़ें, जिससे पौधे की सेहत अच्छी रहे।
प्रुनिंग: समय-समय पर मुरझाए हुए फूल और पत्तियों को काट दें, जिससे पौधा स्वस्थ रहे।
इस प्रकार, आप अपने गमले में गुलाब का पौधा आसानी से उगा सकते हैं और उसे अच्छी तरह से देखभाल कर सकते हैं।
गुलाब के फूल का उपयोग (uses of roses)
गुलाब के फूल का उपयोग विविध तरह से किया जाता है, चाहे वह सौंदर्य, धार्मिक अनुष्ठान, चिकित्सा या खाद्य पदार्थ में हो। यहाँ कुछ मुख्य उपयोग दिए गए हैं:
- सौंदर्य प्रसाधन: गुलाब का तेल और गुलाब जल को त्वचा के लिए उपयोग में लिया जाता है, जो त्वचा को ताजगी प्रदान करता है और मुहासों को भी कम करता है।
- धार्मिक और सांस्कृतिक उपयोग: गुलाब के फूल को पूजा, विवाह और अन्य धार्मिक अवसरों पर प्रस्तुत किया जाता है।
- खाद्य पदार्थ: गुलाब के पंखुड़ियों से बनी गुलकंद को भारतीय मिठाई में उपयोग किया जाता है।
- चिकित्सा उपयोग: गुलाब के फूल का उपयोग आयुर्वेदिक और घरेलू उपचार में भी किया जाता है, जैसे गुलाब जल का उपयोग आँखों की थकान दूर करने में।
- आराम और आत्म-विश्राम: गुलाब के तेल का उपयोग आरोमाथेरेपी में किया जाता है जो तनाव को कम करने में मदद करता है।
- सजावट: गुलाब के फूल का उपयोग घर, कार्यालय या किसी खास अवसर पर सजावट में भी होता है।
- उपहार: गुलाब की फूलों की बुके या गुलाब के पौधे को उपहार के रूप में दिया जाता है।
इस प्रकार, गुलाब के फूल का उपयोग कई तरह से होता है और यह हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
गुलाब के पौधे में कौन सा खाद डालना चाहिए (Which fertilizer should be given to rose plant?)
गुलाब के पौधे को सेहतमंद और संतुलित रूप में रखने के लिए, उसे समय-समय पर पोषण प्रदान करना बहुत जरूरी होता है। खाद एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इस प्रक्रिया में:
जैविक खाद: गोबर की खाद (कॉम्पोस्ट) गुलाब के पौधे के लिए एक श्रेष्ठ जैविक खाद है। यह मिट्टी को ऊर्जा प्रदान करता है और पौधे की जड़ों को सजीव बनाए रखता है।
बोनमील: बोनमील में फॉस्फोरस होता है जो फूलों के विकास में मदद करता है।
नीम खाली: यह एक प्राकृतिक कीटनाशक होता है और यह पौधों को कीटों से बचाव में भी मदद करता है।
निट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटैशियम (NPK): ये तीन तत्व पौधों के विकास के लिए आवश्यक हैं। आमतौर पर, गुलाब के पौधों के लिए 20-20-20 अनुपात वाली NPK खाद सबसे उपयुक्त मानी जाती है।
अधिकतर गार्डन सेंटर्स पर गुलाब के पौधों के लिए विशेष खाद मिलती है, जो उनकी विकास और पुष्पाणि के लिए उपयुक्त होती है। खाद लगाने से पहले सदैव निर्देशिका को पढ़ें और उसे सही मात्रा में ही उपयोग करें।
गुलाब के पौधे में फिटकरी कैसे डालें (how to put alum in rose plant)
फिटकरी को गुलाब के पौधों में एक प्राकृतिक कीटनाशक और एंटीफंगल उपाय के रूप में उपयोग किया जा सकता है। फिटकरी के सही तरीके से उपयोग करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
फिटकरी का पानी तैयार करें: एक लीटर पानी में 10 से 20 ग्राम फिटकरी मिलाएं और अच्छी तरह घोलें।
पौधे की जड़ों को सींचें: फिटकरी के पानी को सीधे पौधे की जड़ों पर सींचें। यह पानी कीटों को दूर करने में मदद करेगा और फंगस से बचाव में भी मददगार होगा।
सतर्क रहें: अधिक मात्रा में फिटकरी का उपयोग पौधों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, यह सुनिश्चित करने के लिए छोटी मात्रा में और समय-समय पर ही फिटकरी का उपयोग करें कि यह पौधे को किसी भी प्रकार की चोट पहुंचाने से बचे।
आपके गार्डन में किसी भी प्रकार के कीट या बीमारी की स्थिति के आधार पर, फिटकरी का उपयोग करने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, फिटकरी का नियमित उपयोग करने से पहले, गार्डनिंग विशेषज्ञ से परामर्श लेना हमेशा अच्छा होता है।
काला गुलाब का फूल कहां मिलेगा (where to get black rose flower)
काला गुलाब वास्तव में पूरी तरह से काला नहीं होता, बल्कि यह गहरा मरून या डार्क चॉकलेट रंग का होता है, जो दूर से देखने पर काला लगता है। इसके फूल की विशेषता के कारण यह कई लोगों के बीच लोकप्रिय है।
फूल वाले बाजार: आपको अपने नजदीकी फूल बाजार में काला गुलाब मिल सकता है।
नर्सरी और बागवानी दुकानें: कुछ नर्सरी और बागवानी दुकानें इस प्रकार के गुलाब बेचती हैं।
ऑनलाइन दुकानें: अब आप वेबसाइट्स जैसे कि Amazon, Flipkart और अन्य फूल विपणन साइट्स पर भी काले गुलाब मंगवा सकते हैं।
विशेष अवसर पर: विशेष अवसरों जैसे कि वैलेंटाइन्स डे पर, फूलवाले इस प्रकार के गुलाब की मांग को देखते हुए कुछ अतिरिक्त स्टॉक रखते हैं।
अगर आप चाहते हैं कि आपके पास हमेशा काले गुलाब हों, तो आप नर्सरी से काले गुलाब का पौधा खरीदकर अपने बगीचे में भी लगा सकते हैं।
गुलाब के पौधे की देखभाल कैसे करें? (How to take care of rose plant?)
गुलाब के पौधे की देखभाल करना आसान है, लेकिन इसके लिए नियमितता और सही जानकारी चाहिए। निम्नलिखित हैं कुछ महत्वपूर्ण बिंदु जिन्हें ध्यान में रखकर आप अपने गुलाब के पौधे की अच्छी तरह से देखभाल कर सकते हैं:
सिंचाई: गुलाब को नियमित और पर्याप्त मात्रा में पानी चाहिए। जब जमीन सूख जाए, तो अच्छे से पानी दें। सुबह का समय पानी देने के लिए सबसे अच्छा है।
स्थान: गुलाब के पौधे को प्रतिदिन कम से कम 5-6 घंटे धूप चाहिए। इसलिए, ऐसा स्थान चुनें जहाँ पर्याप्त धूप आए।
मिट्टी: गुलाब के पौधे के लिए अच्छी द्रैनेज वाली मिट्टी चाहिए। मिट्टी में कोंपोस्ट या खाद मिला कर इसका पोषण बढ़ा सकते हैं।
छाँटना: समय-समय पर सूखे हुए और डेड फ्लावर्स को छाँट दें ताकि पौधा अधिक फूल पैदा कर सके।
रोग और कीट: अगर आपको लगता है कि पौधा रोगग्रस्त हो रहा है या उस पर कीट हो रहे हैं, तो उसे उपयुक्त कीटनाशक या रोगनाशक से छिड़काव करें।
खाद्य: गुलाब के पौधे को विशेष खाद्य मिलाना भी महत्वपूर्ण होता है, जो कि नर्सरी में आसानी से मिल जाता है।
नियमित देखभाल और सही तकनीकों का पालन करके आप अपने गुलाब के पौधे को स्वस्थ और सुंदर बना सकते हैं।
गुलाब की खेती कैसे करे? (How to do rose cultivation?)
गुलाब की खेती करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना चाहिए:
भूमि का चयन: गुलाब की खेती के लिए अच्छी द्रैनेज वाली, उपजाऊ और बालूमय मिट्टी चुनें।
भूमि की तैयारी: मिट्टी को अच्छे से जोतकर उसमें सड़कनशक और जैविक खाद मिलाएं।
बुआई: गुलाब की खेती के लिए कटिंग्स या जड़ें उपयोग की जाती हैं। इसे ठंड के मौसम में बोया जाता है।
सिंचाई: नियमित सिंचाई जरूरी है, विशेष रूप से गर्मी और सूखने वाले दिनों में।
उर्वरक और पोषण: फूलों की अच्छी विकसन के लिए नियमित रूप से उर्वरक और पोषक तत्व दें।
रोग और कीट प्रबंधन: गुलाब पर होने वाले रोगों और कीटों को रोकने के लिए उपयुक्त कीटनाशक और रोगनाशकों का उपयोग करें।
प्रुनिंग: गुलाब के पौधे को समय-समय पर छाँटना चाहिए ताकि उसमें नई डालियां और फूल आ सकें।
फसल की कटाई: जब फूल पूरी तरह से खिल जाएं, तो उन्हें कटकर बाजार में बेचने के लिए पैक करें।
यदि आप इन चरणों का पालन करते हैं, तो आप अच्छी उपज और मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं। गुलाब की खेती में निवेश और मेहनत से आपको अच्छा लाभ हो सकता है।
गुलाब का पौधा सूखने लगे तो क्या करें? (What to do if the rose plant starts drying up?)
यदि आपका गुलाब का पौधा सूखने लगे है, तो निम्नलिखित उपायों का अनुसरण करें:
सिंचाई की जाँच: पानी की कमी से पौधे सूख सकते हैं। इसलिए पौधे की मिट्टी की नमी की जाँच करें। यदि मिट्टी सूखी है, तो पौधे को अच्छे से पानी दें।
स्थान परिवर्तन: गुलाब को प्रतिदिन कम से कम 6 घंटे तक धूप मिलनी चाहिए। यदि पौधे को पर्याप्त धूप नहीं मिल रही, तो उसे और धूप में स्थित स्थान पर ले जाएं।
फंगस और रोग: पौधे में फंगस या अन्य रोग हो सकते हैं। ऐसा होने पर, उसे उपयुक्त फंगीसाइड या रोगनाशक से छिड़काव करें।
जड़ की समस्या: अगर जड़ में समस्या है, जैसे कि सड़न, तो पौधे को ध्यान से खोदकर जड़ की जाँच करें और सड़ी हुई जड़ें काट दें।
उर्वरक: गुलाब को नियमित रूप से उर्वरक देना जरूरी है। पौधे को बारी-बारी से उर्वरक और जैविक खाद दें।
प्रुनिंग: सूखे हुए और मरे हुए डालियों और पत्तियों को काट दें, इससे पौधे की वृद्धि में सहायक होता है।
इन उपायों का अनुसरण करके आप अपने गुलाब के पौधे को पुनः स्वस्थ बना सकते हैं।
यहां न लगाएं गुलाब का पौधा (Do not plant rose here)
गुलाब का पौधा अपनी सुंदरता और खुशबू के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसे लगाने के स्थान का चयन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
छायामय स्थान: गुलाब को प्रतिदिन कम से कम 6 घंटे धूप की जरूरत होती है। इसलिए, ऐसे स्थान पर गुलाब का पौधा न लगाएं जहां दिनभर छाया रहती है।
अधिक भीगे हुए जगह: गुलाब के पौधे को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती, और ज्यादा पानी से उसकी जड़ सड़ सकती है। इसलिए ऐसे स्थान पर न लगाएं जहां पानी जमा होता हो।
अधिक हवा वाली जगह: अधिक हवा वाले स्थान पर गुलाब के पत्ते सूख सकते हैं और फूल अधिक जल्दी खिल सकते हैं।
पास में बड़े पेड़: बड़े पेड़ों के निकट गुलाब का पौधा न लगाएं, क्योंकि पेड़ ज्यादा पानी और पोषण अपने लिए ले लेंगे, जिससे गुलाब को पर्याप्त पोषण नहीं मिलेगा।
ध्यान देने वाली बात यह है कि गुलाब का पौधा वहां लगाएं जहां वह स्वस्थ रह सके और अच्छी तरह से बढ़ सके।
काला गुलाब का फूल कहां मिलेगा (where to get black rose flower)
काला गुलाब वास्तव में पूरी तरह से काला नहीं होता है, बल्कि यह गहरे मरून रंग का होता है जिसे दूर से देखने पर काला लगता है। इसे पाना थोड़ा कठिन होता है, लेकिन आप निम्नलिखित जगहों पर खोज सकते हैं:
फूल बाजार: बड़े शहरों के फूल बाजार में आपको विभिन्न प्रकार के गुलाब मिल सकते हैं, जहां पर काले गुलाब भी हो सकते हैं।
नर्सरी: कुछ विशेष नर्सरी में भी काले गुलाब के पौधे या बीज मिल सकते हैं।
ऑनलाइन दुकानें: आजकल बहुत सारी ऑनलाइन वेबसाइट्स पर विशेष प्रकार के पौधों को खरीदा जा सकता है। आप वहां पर काले गुलाब के पौधे या बीज खोज सकते हैं।
फ्लावर शो या मेले: कभी-कभी विशेष फ्लावर शो या मेलों में विशेष प्रकार के गुलाब प्रदर्शित किए जाते हैं, जहां पर आप को काले गुलाब मिल सकते हैं।
जब भी आप काले गुलाब खरीदें, तो सुनिश्चित करें कि वह सच में असली हैं और उस पर किसी प्रकार का रंग नहीं लगा हुआ है।
भारत में काला गुलाब कहां पाया जाता है (Where is black rose found in India)
भारत में असली काला गुलाब नहीं पाया जाता है, क्योंकि वास्तविक रूप में 100% काले गुलाब का अस्तित्व नहीं है। जो गुलाब हमें काले नजर आते हैं, वे दरअसल बहुत गहरे मरून या पर्पल रंग के होते हैं। लेकिन कुछ विशेष उद्यान और नर्सरी में इस प्रकार के गुलाब पाये जा सकते हैं।
भारत में कुछ विशेष बोटेनिकल गार्डन्स और उद्यान में इस प्रकार के गुलाब की खोज की जा सकती है। जैसे कि कोलकाता में इंडियन बोटेनिकल गार्डन, बंगलोर में लालबाग उद्यान आदि में विभिन्न प्रकार के गुलाब के पौधे पाये जा सकते हैं।
ऑनलाइन प्लांट शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर भी आप इस प्रकार के गुलाब के पौधे या बीज खरीद सकते हैं। लेकिन, जैसा कि पहले भी बताया गया है, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि वह असली हैं और उस पर किसी प्रकार का रंग नहीं लगा हुआ है।
निष्कर्ष
गुलाब, अपनी सुंदरता और सुगंध के लिए प्रसिद्ध है और यह प्रेम और स्नेह की प्रतीक भी माना जाता है। गुलाब का पौधा न केवल हमें सुंदर फूल प्रदान करता है, बल्कि उसके पेड़-पौधे में भी अनेक फायदे होते हैं। वे हमारे गार्डन को आकर्षित करने का काम करते हैं और हमें प्रदूषण से बचाने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा, गुलाब के तेल और अर्क का उपयोग त्वचा के लिए भी फायदेमंद है।
हर फूल अपनी अद्वितीयता और महत्व के लिए जाना जाता है, इसी तरह गुलाब भी अपने अनुपम गुणों के लिए पूजा जाता है। यदि आप और भी फूलों के नाम और उनकी जानकारी जानना चाहते हैं, तो हमारे अन्य लेख “150 फूलों के नाम” को पढ़ सकते हैं, जो आपको अनेक अद्वितीय और रोचक जानकारियां प्रदान करेगा।
FAQ’s
गुलाब का पौधा घर में कैसे उगाएं?
गुलाब का पौधा धूप में लगाएं, अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी में और सही खाद और पानी की मात्रा के साथ।
क्या गुलाब का पेड़ घर में लगाना चाहिए?
हाँ, गुलाब का पेड़ घर में लगाना सुंदरता और सुगंध के लिए उत्तम होता है।
गुलाब का पौधा कौन से महीने में लगाना चाहिए?
अधिकांश गुलाब ठंडे मौसम, विशेष रूप से अक्टूबर से जनवरी के बीच में लगाए जाते हैं।
गुलाब का पौधा कैसे बढ़ता है?
गुलाब का पौधा धूप, अच्छी मिट्टी, नियमित पानी और खाद से अच्छी तरह बढ़ता है।
कौन सा गुलाब का पौधा घर के लिए सबसे अच्छा है?
घर के लिए छोटे और मध्यम आकार के गुलाब, जैसे कि मिनीचर या बुश गुलाब, उत्तम हैं।
गुलाब में ज्यादा फुलाने के लिए क्या करें?
नियमित तरीके से खाद और पानी दें, और सूखे फूलों और पत्तियों को काट दें।
क्या गुलाब के पौधे शुभ होते हैं?
हाँ, गुलाब प्रेम और स्नेह का प्रतीक माना जाता है और शुभ माना जाता है।
वास्तु के अनुसार घर में गुलाब के पौधे कहां रखने चाहिए?
वास्तु के अनुसार गुलाब का पौधा घर के पूर्व या उत्तर दिशा में रखना श्रेष्ठ होता है।
घर के मेन गेट पर कौन सा पौधा लगाया जाना चाहिए?
घर के मेन गेट पर तुलसी, अहौवा या नीम जैसे शुभ पौधे लगाये जा सकते हैं।
गुलाब के पौधे की आयु कितनी होती है?
सही देखभाल और संरचना में, एक गुलाब का पौधा कई वर्षों तक जीवित रह सकता है।
Meet Sumati Surya, a distinguished Professor of Theoretical Physics at the renowned Raman Research Institute in Bangalore. With a Ph.D. from Syracuse University in 1997, she has devoted her career to exploring the fascinating realms of classical and quantum gravity.
Sumati’s primary area of expertise lies in the Causal Set approach to Quantum Gravity, a captivating concept where spacetime continuum is replaced by a locally finite partially ordered set. Motivated by the HKMM theorem in Lorentzian geometry, which establishes the equivalence between the causal structure of a spacetime and the conformal class of the spacetime under mild causality conditions, Sumati’s work holds profound implications for the understanding of our universe.
Apart from her groundbreaking research in quantum gravity, Sumati Surya has a keen interest in quantum foundations. She delves into aspects of classical gravity related to Lorentzian geometry and causal structure, making her a well-rounded expert in her field.
Throughout her illustrious career, Sumati has collaborated with esteemed researchers and scholars, including Nomaan X, Abhishek Mathur, Fleur Versteegen, Stav Zalel, Yasaman Yazdi, Ian Jubb, Lisa Glaser, Will Cunningham, Astrid Eichhorn, David Rideout, Fay Dowker, and Rafael Sorkin, among many others.
With her profound contributions to theoretical physics and a relentless pursuit of unraveling the mysteries of gravity, Sumati Surya remains at the forefront of cutting-edge research, inspiring the next generation of scientists and leaving an indelible mark on the scientific community.