डस्टी मिलर फूल, जिसे हिंदी में धूल दाचिया फूल के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रसिद्ध पौधा है जो मुख्य रूप से उद्यान, उपवन और बम्पर डस्ट प्लॉकेटेस की सजावट के लिए उपयोग में लाया जाता है। यह सुंदर पपड़ी के आकार और धूली धूंधली चर्बी स्थित फूलों के बहुत अच्छी खासियतों के लिए जाना जाता है। यह एक पुरानी जड़ी बूटी है जो विभिन्न फाइब्रॉट्स द्वारा लिए जाने वाले वनस्पतियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
डस्टी मिलर फूल उच्च गुरूत्वाकर्षणीय, ग्रोथ आवश्यकताओं कम मिट्टी में, तेज धूप और सुखे वातावरण में बढ़ सकते हैं। इसका पौधा साधारणतः 15-30 सेंटीमीटर के ऊँचाई तक पहुंचता है और इसके पत्ते छोटे, धूसरे और कड़क होते हैं। इसके पत्तों की दस्तक व रंगीन वृद्धि इसे आकर्षक बनाती हैं। यह पौधा सपनों की उपज माध्यम बाजारों में खास रूप से महिलाओं के बीच प्रदर्शित होता है।
डस्टी मिलर फूल अपार पपड़, बोर्डर प्लेंट, संग्राहक पेजास और नक्की पौधों की खान पर विकसित हुआ है। इसके मुख्य प्रयोग सजावटी फूलों के रूप में किए जाने पर होते हैं जिन्हें रूपण तथा पौधा प्रमोट करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसकी कहानी गोल मणियों के साथ सजावटी होती है जो मूल रूप से इसे अलंकरण के लिए उपयोग किया जाता हैं। यदि इसे सुखी अवस्था में छोड़ा जाता है, तो उपवन में जड़ी बूटियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत बनता है।
समाग्री के ऊपर से, डस्टी मिलर फूल हिंदी भाषा में एक रोमांचकारी पौधा है जिसे उपवनों और बगीचों की सुंदरता बढ़ाने के लिए बगीचे में उगाया जाता है। इसकी अद्वितीयता और खासियतें इसे बाज़ार में एक प्रमुख प्रकृति के माध्यम से उच्च महत्व देती हैं। इसकी रंगीनता, छोटे फूल, ग्लूंगग्री और कड़क पत्ते, यह पौधा ऐपीआरआई विश्व भर में बहुत चर्चा में हैं। इसकी सुंदरता और स्थिरता इसे अद्वितीय बनाती हैं। इसकी प्रमुख खासियतें खननी प्रणाली, प्राथमिकता, सुंदरता, अत्यधिक प्रभावी होती हैं और सजावटी बगीचों की सजावट में तथा उद्यानों में उपयोग होती हैं। यह ग्रींयालेअस लोके अनुकूल हैं जो पर्यावरण की चिंता करने वाले व्यक्तियों के लिए एक उत्तम विकल्प होता हैं।
Contents
- डस्टी मिलर क्या है? (What Is Dusty Miller?)
- डस्टी मिलर का इतिहास (History Of Dusty Miller )
- डस्टी मिलर की प्रकार (Types Of Dusty Miller)
- अन्य भाषाओं में डस्टी मिलर के नाम (Dusty Miller Names In Other Languages)
- डस्टी मिलर के उपयोग (Uses Of Dusty Miller)
- डस्टी मिलर के फायदे (Benefits Of Dusty Miller)
- डस्टी मिलर के नुकसान (Side effects Of Dusty Miller)
- डस्टी मिलर का पौधे की देखभाल कैसे करें (How To Take Care Of Dusty Miller Plant)
- डस्टी मिलर के पौधे का सांस्कृतिक उपयोग (Cultural Uses Of The Dusty Miller)
- डस्टी मिलर का पौधा कहां पाया जाता है (Where Is The Dusty Miller Plant Found)
- डस्टी मिलर की प्रमुख उत्पादन राज्य (Major Producing State Of Dusty Miller)
- डस्टी मिलर के पौधे के चिकित्सा गुण (Medical Properties Of Dusty Miller)
- डस्टी मिलर का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name Of Dusty Miller)
- डस्टी मिलर की खेती (Dusty Miller Cultivation)
- डस्टी मिलर की खेती कहां होती है (Where is Dusty Miller Farming done?)
- डस्टी मिलर/Dusty Miller FAQs
डस्टी मिलर क्या है? (What Is Dusty Miller?)
डस्टी मिलर (Dusty Miller) एक प्यारी, मौसमी पौधा है जो आमतौर पर जगह और म्रियामुखी के रूप में जानी जाती है। यह पौधा चरम ग्रीन व छोटी चरम४५७ुनयी पत्तियों के रूप में पहचाना जा सकता है। इसकी पत्तियाँ छोटी और मोटी होती हैं, जिनके साथ लम्बे और पतले तने भी होते हैं। इसकी पत्तियों की संख्या पैमाने पर पौधे की आकार, स्थान, और उबाऊता के आधार पर भिन्न हो सकती है।
डस्टी मिलर का वास्तविक नाम “सेनेशियो स्तेलाटा” है, जो मादा मकड़ी की तरह रंगबिरंगी, एक बूटेदार पौधे को दर्शाता है। यह पौधा ग्लाश हाउस, कंटेनर बागवानी, और खुदरा बागवानी में एक लोकप्रिय विकल्प माना जाता है। डस्टी मिलर में एक पावरफुल फीचर यह है कि यह सबसे अस्पताली पारित होनेवाली प्रजातियों में से एक है जिसमे पौधों को सबसे ज्यादा यातायाती तत्वों की टांकों कई महीनों के लिए शुरू होने की अनुमति दी जाती है।
इसकी प्रमुख प्रजातियों मेंचामरोपाढ़ी, एरप्रिशस, और सिल्वर लेसियोसम शामिल होती हैं। डस्टी मिलर की पर्यावरण में प्रमुख उपयोगिताएँ में से एक, इसके पत्तों की चमकारदार ग्रे-सफेद रंग है जो उन्नत रंगीन पौधों और गुलाबी फूलों के साथ सुंदरता जोड़ता है। इसकी प्रमुख उपयोगिताएं खुदरा बागवानी और म्यूजिंग के लिए होती हैं, लेकिन यह एक भव्यता कार्यक्रम योजना में भी एक जगह बना सकता है। इसके अपार औद्योगिक उपयोग, डस्टी मिलर एक उबाऊ पौधा है जो कि मनोपाधेय के लिए एक पंप की तरह देखा जा सकता है।
डस्टी मिलर का इतिहास (History Of Dusty Miller )
डस्टी मिलर, जिसे हिंदी में धूली हुई मिलर कहा जाता है, एक हरा पौधा होता है जो आमतौर पर अबादी में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम “सेनेचियो कोर्म्बोसा” है, जो पारिवारिक सर्काष खिलाने वाली मिलर की प्रजाति है।
इस पौधे के पत्ते अत्यंत परफोरेटेड (काटेदार) होते हैं, इसलिए इसे “धूली हुई मिलर” कहा जाता है। इन पत्तों की संरचना उन्नत स्तर की होने के कारण, इसे गहनी बारिश और हल्के बर्फ सहित अनुकंपा दिखाने वाले प्रदेशों में पाया जाता है। इस पौधे का पहला उल्लेख पश्चिमी यूरोप में 16वीं शताब्दी में हुआ था, हालांकि अब यह विश्वव्यापी रूप से पाया जाता है।
डस्टी मिलर एक प्रणालीबद्ध पौधा है और इसमें सुपारिणामांकन प्रक्रिया के माध्यम से प्रजनन होता है। इसकी बुनियादी संरचना में लचीलापन होती है जिससे यह कठोरता के शीर्ष सदस्यों के साथ मुकाबला कर सकता है। इसके दांत पत्थरी और पागलपने से पूर्ण होते हैं, जो इसे कठोरतावादी पर्वतीय प्रदेशों के लिए सही बनाते हैं। यह भी रोमियों और भूमि पर गिरावट के खिलाने-पिलाने में सक्षम हो सकता है।
इस पौधे के पत्ते और दांत नीले सफेद होते हैं, जो इसे व्यापारिक रूप से बहुत मूल्यवान बनाते हैं। यह अक्सर मंदिरों और बगीचों में सजावटी पौधा के रूप में उपयोग होता है। इसके फूल छोटे, हल्के पीले या पूवे रंग के होते हैं और उनकी खुशबू से इसकी पहचान की जाती है।
डस्टी मिलर को प्रकृति और मानवीय हित के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके तत्कालीन मिश्रण हैं other: health benefits) के कारण, इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी उपयोग किया जाता है। इसे जांचने के द्वारा पौधों के बारे में और भी बहुत कुछ पता चलता है, जैसे कि उनकी प्रजनन प्रक्रिया, रोगप्रतिरोधी क्षमता, और उनका पर्यावरणीय महत्व।
इस रूप में, मैं प्लांट विज्ञानी और पौधों के गहन अध्ययन करने वाले विज्ञानी की भूमिका निभाता हूं। मेरा आनंद है कि मैं अपने लेख में पौधे के बारे में अच्छी जानकारी प्रदान कर पा रहा हूं और आपको धूली हुई मिलर (डस्टी मिलर) के रोचक इतिहास के बारे में बता पा रहा हूं।
डस्टी मिलर की प्रकार (Types Of Dusty Miller)
1. सिल्वर डस्टी मिलर: यह प्रकार पौधे के पत्तों का रंग चांदी जैसा होता है, जिसे हम “सिल्वर” कहते हैं। इसकी ऊँचाई लगभग 6-12 इंच की होती है और यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पूरे विश्व में पाया जाता है।
2. ग्रीन डस्टी मिलर: यह प्रकार पौधे के पत्तों का रंग हरा होता है, इसलिए इसे हम “ग्रीन” डस्टी मिलर कहते हैं। इसकी ऊँचाई लगभग 6-9 इंच की होती है और यह उष्णकटिबंधीय और सुष्ठ क्षेत्रों में पाया जाता है।
3. ऑरेंज डस्टी मिलर: यह प्रकार पौधे के पत्तों का रंग नारंगी होता है, इसलिए इसे हम “ऑरेंज” डस्टी मिलर कहते हैं। इसकी ऊँचाई लगभग 6-12 इंच की होती है और यह सुष्ठ क्षेत्रों में पाया जाता है।
4. वाइट डस्टी मिलर: इस प्रकार के पौधे के पत्तों का रंग सफेद होता है, इसलिए इसे हम “वाइट” डस्टी मिलर कहते हैं। इसकी ऊँचाई लगभग 6-9 इंच की होती है और यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
अन्य भाषाओं में डस्टी मिलर के नाम (Dusty Miller Names In Other Languages)
1. हिन्दी: दस्ती मिलर (Dasti Miller)
2. बंगाली: ধূলিমাটি (Dhulimāṭi)
3. तेलुगु: దండాకురిచెత్తథమ (Dandākuricettatrama)
4. मराठी: धूसर मिलर (Dhūsara Milara)
5. तमिल: காரிசக்கப்பட்ட மயிலக்கு (Kārisakkappaṭṭa mayilakku)
6. उर्दू: خاكستری ملر (Khakistri Miller)
7. गुजराती: ધુલવડી મિલર (Dhulavadī Milara)
8. कन्नड़: ಧೂಸಿ ಮಿಲ್ಲರ್ (Dhūsi millar)
9. मलयालम: മരുന്നുപ്പൂവ് (Marunnu ppūv)
10. पंजाबी: ਧੂਲੀ ਮਿਲਰ (Dhūlī Milara)
डस्टी मिलर के उपयोग (Uses Of Dusty Miller)
डस्टी मिलर (Dusty Miller) एक पौधे का नाम है जिसे उसके उँचे व शीतल पत्तों की वजह से पहचाना जाता है। यह पौधा मुख्य रूप से उन्नति को दिया जाता है और आभूषणिक वृक्ष होने के कारण प्रमुखतः लंबाई और ठंडकदायक पत्तियों के लिए प्रशंसित होता है। इसका व्यवसायिक औषधीय महत्व भी है, जिसे इसके रोगनाशीय गुणों के कारण पहचाना जाता है।
यहां दस्तावेज में दी गई हैं कुछ महत्वपूर्ण बातें जो डस्टी मिलर (Dusty Miller) के उपयोग के बारे में विवरण देती हैं:
1. उन्नति को देने के लिए: डस्टी मिलर को उन्नति देने के लिए बागवानी में उपयोग किया जाता है ताकि इससे वृक्षों की योग्यता व मांग बढ़ाई जा सके।
2. आभूषणिक पौधा: डस्टी मिलर की लंबाई और आकर्षक ग्रीन/सिल्वर पत्तियों के कारण यह एक आकर्षक बगीचा या उद्यान का पौधा होता है। यह वृक्ष या पौधा अपनी जगह पर एक आदर्श साज सामग्री के रूप में प्रयोग किया जाता है।
3. औषधीय लाभ: डस्टी मिलर की पत्तियों में विशिष्ट रोगनाशीय गुण होते हैं, जो कई बीमारियों के इलाज में उपयोगी होते हैं। इसे ताजगी से मसला बनाने, उबटन या उत्तेजक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
4. पोषण की उपज: डस्टी मिलर का पत्तों में मौजूद क्लोरोफिल उच्च मात्रा में होता है, जो पौधों को पोषण सामग्री की आपूर्ति करता है। इसके लिए किसानों द्वारा पौधों के विकास और खाद्यतापन को बढ़ाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
5. रंगीन चटनी: डस्टी मिलर की पत्तियाँ मीठे स्वाद और खुशबूदार होती हैं, जिसे रंगीन चटनियों और सॉलेड द्रिंक्स में उपयोग किया जा सकता है। इससे ताजगी आती है और भोजन का स्वाद बढ़ता है।
6. गहनाई संरक्षण: डस्टी मिलर की पत्तियों की धारण शक्ति बढ़ती है और यह सडे़ हुए और रेखांकित हुए मार्गों को आसानी से दिखाती है। ऐसा करके, यह ऐपाटमेंट बारे में संकेत करके प्रकाश प्रवेश का काम करता है।
सामान्यतः, डस्टी मिलर का उपयोग विविधताओं में किया जाता है और इसका महत्व उन्नति, आभूषणीय सजावट, उत्तेजनादायक या औषधीय प्रयोगों में उपयोगी होता है।
डस्टी मिलर के फायदे (Benefits Of Dusty Miller)
1. पौधे की सुरक्षा: यह पौधा प्रतिरोधक कवच जैसी भूमिका निभाता है और पौधे को रोगों और पशुओं से बचाता है।
2. दुर्भाग्य को कम करने में सहायता: डस्टी मिलर बर्डी की पासीं को कम करके बुरे भाग्य को कम करने में सहायता करता है।
3. दृश्यमानता बढ़ाना: यह पौधा उच्च वर्गीय और वास्तविक पानी की वापसी की गति को कम करके पौधे की दृश्यमानता को बढ़ाता है।
4. रंग और फॉर्म का आकर्षण: डस्टी मिलर के सफेद और छोटे पत्तों का आकर्षण करने वाला रंग और फॉर्म होता है जो मनोहारी पानीय पक्षियों को आकर्षित करता है।
5. पौधे की शक्ति बढ़ाने में सहायता: इसका उपयोग कृषि में भी किया जाता है, जहां यह पौधे की संभावनाओं को बढ़ाने और उसकी वृद्धि को बढ़ाने में सहायता करता है।
6. ऑनाइकोलाइटिक गतिविधि: डस्टी मिलर के पौधों में पाया जाने वाला ऑनाइकोलाइटिक गतिविधि वृद्धि और संगठन को बढ़ाने में मदद करता है।
7. हार्मोन नियंत्रण: इसकी बनावट में पाये जाने वाले तत्वों के कारण, डस्टी मिलर पौधे के शरीर में हार्मोन निर्तरण को बनाये रखने में मदद करता है।
8. मधुमेह के इलाज: डस्टी मिलर का बीज भी मधुमेह के उपचार में उपयोग होता है। इसका नियमित सेवन मधुमेह से संबंधित शक्ति को बढ़ा सकता है।
डस्टी मिलर के नुकसान (Side effects Of Dusty Miller)
डस्टी मिलर या Dusty Miller एक पौधा है जिसे बगीचों में आकर्षक रूप से प्रयोग किया जाता है। यह पौधा सफेद या सफेद-हरा रंग के पत्तों के साथ आता है और बगीचे का नजारा और भी आकर्षक बना देता है। इसे अक्सर भूमि की बोर्डर और पेशी रेखा के रूप में उपयोग किया जाता है।
डस्टी मिलर के उपयोग के बावजूद, इसके कुछ संभावित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। हालांकि, ये साइड इफेक्ट्स आम तौर पर गंभीर नहीं होते हैं और बहुत कम लोगों को प्रभावित करते हैं। कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां यहां दी गई हैं:
1. ज्यादा मात्रा में हानिकारक नहीं: डस्टी मिलर के सेवन से नकारात्मक प्रभाव अधिकांश लोगों को नहीं होता है। हालांकि, अगर आप इसे ज्यादा मात्रा में लेते हैं तो शायद आपको कुछ पेट की तकलीफ, उलटी या दस्त हो सकता है। इसलिए, विशेषज्ञों के सुझाव के अनुसार ही इसका सेवन करें।
2. एलर्जी का खतरा: कुछ लोगों को डस्टी मिलर के उपयोग से एलर्जी या त्वचा पर खुजली हो सकती है। यदि आपको इसके प्रति किसी भी प्रकार की एलर्जी या त्वचा संक्रमण के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो इसे हटा दें और चिकित्सक से सलाह लें।
3. गर्भावस्था और स्तनपान: डस्टी मिलर के सुरक्षित और पूर्णतया सुरक्षित होने के बावजूद, इसे गर्भावस्था और स्तनपान के समय विशेष सावधानी बरतकर उपयोग किया जाना चाहिए। इससे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें और उनकी सलाह पर आगे बढ़ें।
4. डस्टी मिलर के तरल निपटान: डस्टी मिलर के बीजों को काटने और निपटान करते समय सावधानी बरतें। इसलिए, हमेशा इसे मुख्य जगहों से दूर और बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
यदि इन सावधानियों का ध्यान रखा जाए, तो डस्टी मिलर का उपयोग आपके लिए सुरक्षित होगा। हालांकि, किसी भी प्रकार की चिकित्सीय समस्या या संकेत होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें और उनके निर्देशों का पालन करें। विशेषज्ञों की सलाह के बिना इसका इस्तेमाल ना करें और विश्वसनीय स्रोत से इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें।
डस्टी मिलर का पौधे की देखभाल कैसे करें (How To Take Care Of Dusty Miller Plant)
डस्टी मिलर (Dusty Miller) एक सुंदर पौधा है जो वनस्पतियों के परिवार से संबंधित है। इसका बोटानिक नाम “Senecio cineraria” है और यह ऐसे कई मेंढ़क डिज़ाइन पर इस्तेमाल होता है जो इसे घरों और बगीचों में खास बनाते हैं। डस्टी मिलर के पत्तों की अनोखी ग्रीन-ग्रे रंग आकर्षकता और सुंदरता को बढ़ाते हैं।
यदि आप डस्टी मिलर की देखभाल करना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ सरल विचारों का पालन कर सकते हैं जो निम्नानुसार हैं:
1. सबसे पहले, आपको ध्यान देना चाहिए कि डस्टी मिलर अच्छी संपूर्णता रखता है और धूप से बचना चाहिए। इस पौधे को हल्की धूप में रखने से वह अच्छे स्वास्थ्य में रहेगा।
2. डस्टी मिलर को उचित मात्रा में पानी दें। भूमि को धुलाई करने से पहले उप्पायुक्त पानी से धो दें ताकि वह सुखाने पर बीमार पड़े की समस्या से बचाया जा सके। पानी कोस्टल मसाला या जेबोस जैसे खाद्य उत्पादों से गुणवत्ता में आवश्यक पोषक लेने के लिए बढ़ा सकते हैं।
3. डस्टी मिलर की ढाल टूट जाने पर उन्हें हटा दें और नई ऊर्जा के लिए वसंत में इंटरटेन स्थान प्रदान करें।
4. डस्टी मिलर की प्रकृति उद्यमी और पौधा तेजी से बढ़ता है। इसलिए, नियमित तौर पर पौधे को तंग बनाए रखने के लिए प्रशिक्षित करीबी को काटते रहें। कोस्टल मसाला के साथ देय खाने से पौधा स्वस्थ रहेगा और जल्दी बढ़ेगा।
5. यदि आप पौधों को मुक्त भूमि में उगाना चाहते हैं, तो अच्छी ड्रेनेज वाले मिट्टी का उपयोग करें। इससे पानी जल्दी निकल जाएगा और पौधा स्वस्थ रहेगा।
6. पत्तों पर आए सूखे तर को निकालने के लिए नियमित रूप से बूंदी भरकर सेना को धोएं। इससे पानी बचेगा और प्लांट को ठंडा महसूस होगा।
7. डस्टी मिलर को कीटों से बचाने के लिए नियमित अंतिम कोलकोइडल और नीम की छिड़काव करें। जब तक यह सामारिक सुविधा नियमित रूप से उपयोग की जाती है, प्रोटेक्टिवी और ट्रेलर ने कीटों को सरोकारी इंजेक्शन से बचाने के लिए अपने घर के रैंप पर संरचना की है।
इस प्रकार, डस्टी मिलर (Dusty Miller) पौधे की देखभाल करना आसान है और आपको इसे अच्छे स्वास्थ्य में रखने के लिए थोड़ी मेहनत करनी होगी। चर्चा किए गए विचारों का ध्यान रखें और आपका डस्टी मिलर पौधा सुंदर और आकर्षक दिखेगा।
डस्टी मिलर के पौधे का सांस्कृतिक उपयोग (Cultural Uses Of The Dusty Miller)
डस्टी मिलर एक छोटा एवं अनोखा पौधा है जो सामान्यतया आवासीय उपयोग के लिए प्रयोग होता है। यह पौधा उपहारी, औषधीय और सजावटी मुख्यतया रंगीन पत्तों के कारण लोगों के बीच खासी प्रसिद्ध है। डस्टी मिलर का वैज्ञानिक नाम “सेनेश्सिवे इलुस” है, जो संस्कृत शब्दों से निर्मित है । इसकी सुंदर और मोटी हरी पत्तियाँ जो ढलाने के रूप में देखने में ताजगी लाती हैं तथा इसकी अपत्य लिए सौंदर्यिक पौधा की विशेषता को बढ़ा देते हैं।
डस्टी मिलर का संस्कृत उपयोग महत्वपूर्ण है। यह पौधा विशेष आचरणों, पूजा और यात्राओं में उपयोग किया जाता है। इसकी राष्ट्रीय फूल मासिक पांजरी (Floral Arrangement) विशेषताओं में बहुत प्रचलित हैं। इसके सुंदर मोटी पत्तियाँ पीने योग्य विशेषता रखती हैं जो कि सौंदर्य, आरामदायक और मनोरंजक हैं। इसके पीले और छाया दार रंग के पत्तों का अकर्षण बढ़ाता हैं। इसकी पादप प्रजाति की HVW उच्चतम मानकों में रंगी जाती हैं, जो कि जनता को यह इंद्रियट (indoor) पाउदा प्रदान करता हैं, विशेष रूप से जब इसे ODC पर्यावरणों (environment) के निययित नयन ध्यानपूर्वक किया जाये।
इसे सड़कों, बगीचों और बाँकों में भी आकर्षित व्यक्तियों द्वारा प्रयोग किया जाता है। डस्टी मिलर को आसानी से कई रुपों में उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि कटाई योग्य पौधों की बुटियाँ, सजावटी पत्तियाँ या बुटो के नेत्रिकाएं (Eye Catching)। यह उदाहरण के लिए एक आरामदायक और सादगी वाले आरामस्थल का, आभूषण, सजावट, गोल्ड मीडल, PVYV और दुसरी ऐसी प्रकार की बुटों में उपयोग किया जा सकता हैं।
इस पौधे को गर्भन्योनी देने की शक्ति धारण करने के बावजूद, यह कृत्रिम प्राक्रतिक वातावरणस्थिति एवं सजावटी पौधे की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उत्पादन कठिनीयों को जीतता हैं। संभवतः निर्यासेषित पौधे का वितरण से इसका मत्सदस्वरूप बढाता हैं (propogates)।
डस्टी मिलर का पौधा कहां पाया जाता है (Where Is The Dusty Miller Plant Found)
डस्टी मिलर जो कि बेलफल फैमिली का एक पौधा है, एक आकर्षक सुंदर पौधा है जिसे अक्सर फूलों के रूप में उगाया जाता है। यह पौधा मुख्य रूप से विविध रंगों के चमकदार पत्तों के लिए जाना जाता है। इसके सदाबहार पत्ते वैज्ञानिक नाम सेंकिओ आर्जेंटिया समझे जाते हैं। डस्टी मिलर का पता चले कि मक्खीयों और कीटों को इसकी बुनावटी पत्तियों की वजह से खींच नहीं आ सकती है। इसके अलावा, डस्टी मिलर की पत्तियों का बीज ज्यादातर कैरियोफाइल पिगमेंट होने के कारण थोड़ा ग्रीन दिखता है।
डस्टी मिलर पौधा मुख्य रूप से दक्षिण अफ्रीका में पाया जाता है लेकिन इसे पूरी दुनिया में सजावटी पौधा के रूप में पसंद किया जाता है। इसे छोटे वटविजी, खुरासानी पत्ता, और पाती की घास के नामों से भी जाना जाता है।
डस्टी मिलर पौधे का इस्तेमाल पुराने कूदों को बचाने के लिए, बारिशी और अयोध्या वादियों में सजावटी के रूप में, और विवाह समारोहों में चौकाने वाले महके मंडपों की सजावट के लिए किया जाता है। यह एक बहुत ही टेक्स्चर रेसिस्टेंट प्रदान करने वाला पौधा होता है जो की उच्च तापमान और धूप की कठिनाइयों का सामना कर सकता है। इसके रंगों की वजह से, इसका प्रयोग बहुत सारे विज्ञानिक और अकृतिविद्यार्थियों द्वारा शोध और अध्ययन के लिए भी किया जाता है।
डस्टी मिलर की प्रमुख उत्पादन राज्य (Major Producing State Of Dusty Miller)
डस्टी मिलर, जिसे हिंदी में अरजुन दीदी के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है जो स्थलीय औषधीय महत्व वाले रूप में सम्पन्न है। यह परंपरागत रूप से उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व, मेक्सिको और भारत में पाया जाता है।
डस्टी मिलर पिपल फैमिली का एक थर्नी औषधीय पौधा है, जिसे इलायची के रूप में भी जाना जाता है। इसके छोटे, सफेद, ज़िगज़ागवाले पत्ते और सख्त धारित हस्ता प्रबंधन वाला पौधा होता है। इसके पत्तों में चिकना विराट, सफेद पीच भरा होता है, जो एकदिवसीय पौधा के रूप में इनकी पहचान बनाता है।
डस्टी मिलर राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे भारतीय राज्यों में पाया जाता है। यहां पर्यावरणीय और जलीय प्रदूषण के कच्चे पानी की पोषण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
डस्टी मिलर के पत्तों में गोंदले के सामान्य रूप से उच्च मात्रा में पाये जाने वाले विभिन्न रासायनिक तत्वों के आयोजन के कारण इसके कई औषधीय गुण होते हैं। इसे आंतराराष्ट्रीय औषधीय मानकों में स्वीकृति भी मिली है और यह कई औषधीय उत्पादों, जैसे कि जड़ी बूटी, चीयापा, बदलेरी, दियाबिटीस, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीआक्वेरे एजेंट के रूप में उपयोग में लाया जाता है।
इसके साथ ही, डस्टी मिलर में शांत कर्मात्मक रसायनिक तत्वों की खुशबू भी होती है, जिसके कारण यह एक पोध है कि अपार्टमेंट, बोर्डर और पाथाली में आसानी से रखा जा सकता है।
डस्टी मिलर के पौधे के चिकित्सा गुण (Medical Properties Of Dusty Miller)
डस्टी मिलर (Dusty Miller) एक पौधा है जो सदियों से वनस्पति औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है। यह एक सुंदर पौधा है जिसके पत्तियाँ पार्ले-चट्टानी (silvery-white) धारा धार दिखाती हैं और इसकी बुनावट व्यापक तौर पर सुंदरता और आकर्षण के लिए की जाती है। यह पौधा सामान्यतया बगीचों और वनस्पति उद्यानों में पाया जाता है।
यहां दस्तावेज़ दिए गए हैं जिनमें डस्टी मिलर के आयुर्वेदिक उपयोग दिए गए हैं:
1. एंटीऑक्सीडेंट: डस्टी मिलर में पाए जाने वाले औषधीय गुणों की वजह से, यह रोगों के खिलाफ एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदान कर सकता है। यह शरीर में अवशोषन की प्रक्रिया को सुधारता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
2. पाचन स्वास्थ्य: डस्टी मिलर के सेवन से पाचन प्रणाली को सुधार में मदद मिलती है। इसका नियमित सेवन करने से आपके पेट की समस्याएं और पाचन संबंधी विकार कम हो सकते हैं।
3. स्किन हेल्थ: डस्टी मिलर में पाए जाने वाले कैंनाबिनॉइड्स के कारण, इसका उपयोग त्वचा संबंधी समस्याओं को ठीक करने में मदद कर सकता है। यह त्वचा के रंग को सुंदर और चमकीला बनाता है और त्वचा की सुरक्षा को बढ़ाता है।
4. इम्यून सिस्टम को मजबूत करना: डस्टी मिलर में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण एक शक्तिशाली तत्व के रूप में काम करते हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
अगर आप किसी अन्य रोग से पीड़ित हैं या दवाओं का सेवन कर रहें हैं, तो कृपया पहले अपने चिकित्सक से सलाह प्राप्त करें। वह आपको सही मात्रा और सेवन के बारे में जानकारी देंगे। कुछ लोग इस पौधे के प्रति एलर्जी प्रदर्शित कर सकते हैं, इसलिए पूरी सावधानी बरतें।
अपने रोग के लिए सही उपचार द्वारा अच्छी स्वास्थ्य का पूर्वानुमान करना जरूरी होता है, इसलिए हमेशा एक चिकित्सक की सलाह प्राप्त करें। डस्टी मिलर के संबंध में सभी जानकारी को विशेषज्ञ के परामर्श के बाद ही उपयोग करें।
डस्टी मिलर का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name Of Dusty Miller)
डस्टी मिलर, जिसे हिंदी में ‘धूलभरा भूतपूर्वी पौधा’ कहा जाता है, एक प्रकार का सुंदर सदाबहार पौधा है जो सदीयों से मानव संप्रदायों में प्रयोग होता आया है। इसका वैज्ञानिक नाम ‘Senecio cineraria’ है। यह पौधा ब्रिटेन और यूरोप के अलावा विभिन्न भागों में पाया जाता है। इसकी पत्तियों की रंगत रेखा मध्यम से तहों तक होती है और इनकी धूलीदार पत्तियों ने इसे एक अनोखे नाम से पुकारा है।
यह पौधा छोटी होती है और इसकी पत्तियाँ सोने की धातु की रौशनी में चमकती हैं, जिससे इसकी सौंदर्य अदा रेखाएँ बढ़ जाती हैं। यह पौधा ऑक्सीजन उत्सर्जन भी करता है और इसे घरों और बगीचों की हरी ठंडी में सुंदर परस्परी वस्तुओं के रूप में लगाने के लिए भी पसंद किया जाता है। इसकी खेती भी बहुत आसान होती है। इसे धूप में रखें और अपने पौधे को स्वस्थ रखने के लिए समय-समय पर पानी दें।
डस्टी मिलर आमतौर पर अकल्पनीय रंगत और छवि के लिए उपयोग होता है। इसका प्रयोग बगीचों में सुंदरता और आकर्षण जोड़ने के लिए किया जाता है। इसके पत्तों की धूलीदारता और अदरक रंग इसे अनूठा बनाती हैं। इसके पुराने पौधे को छोटा करके संग्रहशालाओं या मंडपों में उपयोग किया जा सकता है ताकि इसकी सदाबहार खूबसूरतता का आनंद लिया जा सके।
डस्टी मिलर की खेती (Dusty Miller Cultivation)
डस्टी मिलर में हम पौधों का प्रबंधन करने के लिए एक विशेष तकनीक का उपयोग करते हैं। इसका उद्देश्य पौधों के विकास को प्रोत्साहित करना होता है जो एक सुंदर और स्वस्थ बागवानी निकालता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के जल, मोटी मिट्टी और आकार में किए जा सकता है।
हम इस तकनीक के द्वारा सीधे पौधों की नर्सरी से बचाने की क्षमता प्राप्त करते हैं। सबसे पहले, हमें एक उच्च गुणवत्ता वाली बीजों की खरीद करनी होती है और उन्हें ध्यान से पॉटलिंग मिक्स में बोना होता है। यहां पर, हमें अंकुरण करने के लिए ताजगी के साथ बीजों को प्रदान करना चाहिए और पॉट धकेलने के बाद उन्हें नमी देनी चाहिए।
एक बार जब हमारे पौधे मजबूत हो जाते हैं, हम उन्हें मिट्टी से निकालकर उनके जड़ों को अच्छी तरह से साफ करते हैं और शाखाओं को काट देते हैं। हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि पौधे अपनी पत्तियों और स्टेम के ऊपर से सिर्फ़ थोड़ी देर के लिए पतली रेखा प्राप्त करते हैं। इसका मतलब हमें उन्हें खाद्य पदार्थों की आपूर्ति करने के लिए पुष्टि मूल्यों के साथ पानी की मिश्रण की आवश्यकता होती है।
डस्टी मिलर पद्धति की विशेषता यह है कि हमें पौधे के प्रत्येक बजी के पास थोड़ी जगह छोड़नी चाहिए ताकि वे सुगमता से प्रमाणित हो सकें। स्लिट्स को छोड़ देने से पौधा शाखाओं की वृद्धि को बढ़ावा मिलता है और उन्हें ऊँचा और मजबूत बनाता है।
जब तक पौधा एक नार्सरी में तैयार हो जाता है, हमें इसे सोखने के लिए एक अवधि देनी होगी जो आमतौर पर 6 से 8 सप्ताह तक होती है। इस समय में, हमें ध्यान देना चाहिए कि पौधों को समय-समय पर जल और खाद्य पदार्थों की आपूर्ति करनी चाहिए और उन्हें उनके नर्सरी में इकट्ठा करने की ज़रूरत होती है।
डस्टी मिलर तकनीक का उपयोग करके हम पौधों की क्षमता का पूरा फायदा उठा सकते हैं और ऐसी बागवानी का आनंद ले सकते हैं जो हमें सुंदरित और स्वस्थ फूल एवं पत्तियों की खुशबू देती है।
डस्टी मिलर की खेती कहां होती है (Where is Dusty Miller Farming done?)
डस्टी मिलर या Dusty Miller, एक पौधा है जो की अपनी छोटी पत्तियों के लिए पर्यावरणीय बगीचों में पसंद किया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम “सेनेसियो झानिका” है और यह सदियों से कृषि के उद्यान में जीवनशैली की सुंदरता को बढ़ाने के लिए उपयोग होता आ रहा है। यह पौधा उच्च सुंदरता, पक्षीय जीवन आकर्षित करने की क्षमता और अपनी मुख्यता से थोड़े पानी के साथ अच्छी तलाशी वाली जगहों के लिए विशेष रूप से लोकप्रिय है।
डस्टी मिलर की फार्मिंग उद्यानों, पौध नर्सरियों और घरेलू बगीचों में की जाती है। क्षेत्र और जगहों की अवस्था के आधार पर, जहां मौसम की ठंडक और पर्यावरण की विषमता कम होती है, डस्टी मिलर फेंस के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसके बावजूद, इसकी प्राकृतिक सुंदरता की वजह से पश्चिमी देशों में अधिकांश तापमान क्षेत्रों में भी इसे रखा जा सकता है।
डस्टी मिलर को बागवानी में ध्यान देने के लिए कुछ उपाय शामिल होते हैं। यह पौधा पूरे धूप में बेहतर ढंग से उगता है, इसलिए सीधी सूर्य किरणों का पतन से पर्याप्त प्रबंधन की जरूरत होती है। इसे मिट्टी में सोखे रखने के लिए भी नियमित पानी देने की आवश्यकता होती है, लेकिन अधिक पानी कीचड़ भी बना सकती है, जिससे उसकी रक्षा होने की आवश्यकता होती है। यहां तक कि इसे नष्ट करने वाले कीट परिजनों और पुराने पत्ते हटा देने के लिए ध्यान देना भी आवश्यक हो सकता है।
इस तरह, डस्टी मिलर या Dusty Miller वैज्ञानिक, सामग्री और पश्चिमी कृषि उद्यानबिलासी की सदियों से चिंतनशीलता को दर्शाता आया है और उद्यान और बगीचों में अपूर्वता भर दी है। यह फार्मिंग का जाल खुशनुमा आयाम जोड़ सकता है, यह किसी भी लंबे समय तक आकर्षक दिखता है और अपनी पात्रता को बनाए रखता है।
डस्टी मिलर/Dusty Miller FAQs
Q1. डस्टी मिलर कौनसे पौधे के रूप में पाए जाते हैं?
A1. डस्टी मिलर एक पौधा होता है जो अपनी छोटी धूलीदार पत्तियों के लिए प्रसिद्ध है।
Q2. डस्टी मिलर पौधे को कैसे बोया जाता है?
A2. डस्टी मिलर को छोटे टुकड़ों में कटकर या बीजों के रूप में बोया जा सकता है।
Q3. डस्टी मिलर की उच्चतम ऊँचाई कितनी हो सकती है?
A3. डस्टी मिलर का उच्चतम ऊँचाई लगभग १५ सेंटीमीटर तक हो सकती है।
Q4. डस्टी मिलर की जलवायु की आवश्यकताएं क्या होती हैं?
A4. डस्टी मिलर ठंडी और मध्यम गर्म जलवायु को पसंद करती है और धूप को सहन कर सकती है।
Q5. डस्टी मिलर को कितना पानी दिया जाना चाहिए?
A5. डस्टी मिलर को मात्र १-२ सप्ताह में एक बार पानी दिया जाना चाहिए, पौधे को भीगा नहीं रखना चाहिए।
Q6. डस्टी मिलर का छिद्रण् कैसे होता है?
A6. डस्टी मिलर के पत्ते नीले या खाकी रंग के होते हैं, जो इसे इतने प्रसिद्ध और चमकीले बनाते हैं।
Q7. डस्टी मिलर पौधा सूखा या गीला मिट्टी में उगाया जाता है?
A7. डस्टी मिलर की उगाई गीली मिट्टी के मुद्दों में किया जाता है, जिन्हें धूप और गर्मी से बचाया जाना चाहिए।
Q8. डस्टी मिलर का पौधा धूप में रखा जा सकता है?
A8. हां, डस्टी मिलर पौधे को सुबह की सूर्य की किरणों के साथ छिड़काव करनी चाहिए, लेकिन अधिक गर्म धूप से बचाना चाहिए।
Q9. डस्टी मिलर पौधे को कैसे प्रवर्धित किया जा सकता है?
A9. डस्टी मिलर पौधे को नियमित रूप से छिड़काव और पोषण के साथ प्रवर्धित किया जा सकता है।
Q10. डस्टी मिलर को किस उपयोग के लिए उगाया जाता है?
A10. डस्टी मिलर को मुख्य रूप से आभूषण योजनाओं और वीडिंग शो में उगाया जाता है, लेकिन इसके पौधे भी एकदिवसीय व्यापार के रूप में उगाए जा सकते हैं।
Meet Sumati Surya, a distinguished Professor of Theoretical Physics at the renowned Raman Research Institute in Bangalore. With a Ph.D. from Syracuse University in 1997, she has devoted her career to exploring the fascinating realms of classical and quantum gravity.
Sumati’s primary area of expertise lies in the Causal Set approach to Quantum Gravity, a captivating concept where spacetime continuum is replaced by a locally finite partially ordered set. Motivated by the HKMM theorem in Lorentzian geometry, which establishes the equivalence between the causal structure of a spacetime and the conformal class of the spacetime under mild causality conditions, Sumati’s work holds profound implications for the understanding of our universe.
Apart from her groundbreaking research in quantum gravity, Sumati Surya has a keen interest in quantum foundations. She delves into aspects of classical gravity related to Lorentzian geometry and causal structure, making her a well-rounded expert in her field.
Throughout her illustrious career, Sumati has collaborated with esteemed researchers and scholars, including Nomaan X, Abhishek Mathur, Fleur Versteegen, Stav Zalel, Yasaman Yazdi, Ian Jubb, Lisa Glaser, Will Cunningham, Astrid Eichhorn, David Rideout, Fay Dowker, and Rafael Sorkin, among many others.
With her profound contributions to theoretical physics and a relentless pursuit of unraveling the mysteries of gravity, Sumati Surya remains at the forefront of cutting-edge research, inspiring the next generation of scientists and leaving an indelible mark on the scientific community.