आईवी जेरेनियम या इसे हम हिंदी में किसी और नाम से भी जानते हैं – गुड़हल, बारहकुंभी या शंखपुष्पी। यह एक सुंदर फूल है जो पुरानी दुविधाओं का समाधान है और मस्तिष्क को शांति और चैतन्य देता है। यह मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका की पहाड़ी इलाकों से घरेलूतौर पर पाए जाने वाला पौधा है। इसके सुंदर गुच्छे हरे पत्तियों और चमकदार पुष्पों से सजे होते हैं।
आईवी जेरेनियम के पुष्प वासंतिक काल में फूलते हैं, जिनका आकार मंजरी जैसा होता है। इन पुष्पों का रंग गुलाबी या लाल होता है और उनकी खुशबू माधुर्यपूर्ण होती है। यह फूल बहुत छोटे औऱ मीठे नुक्कड़ धारीदार घाने से लिपटे रहते हैं। यह पौधा लंबी और छोटी दोनों प्रकार की मिटटी में ठहरने की क्षमता रखता है। इसे मुखर छिपकली भी कहा जाता है क्योंकि इस फूल का कुछ हिस्सा इससे पेदा हुए संकर अवस्था में उलझकर रह जाता है जिससे यह ऐसा निर्जीव संरचना का अनुकरण करता है।
वैज्ञानिक रूप से यह सिलेनीयम कुल में आता है और यह एक सुंदर, सस्त्र और समझने में आसान पौधा है। इसके पत्तों में सूखामूत्री बल्ब होते हैं जिसके कारण वनस्पति स्वतः पल जाती है और किसी भी प्रकार की पानी की जरूरत नहीं होती है। यह फूल सौंदर्य और ग्रेसफुलनेस का प्रतीक है और इसे आधार मंडल के साथ लगाना एक शुभ कार्य माना जाता है। यह पौधा खाने की वस्तुओं में उपयोग होता है और इसके पुष्पों को परागसंज्ञक रूप में भीषण छाया माना जाता है।
आईवी जेरेनियम हिंदी में एक छोटे परिवार के फूल हैं जो हमारे वातावरण को सौंदर्य, हर्ष और रमणीयता के साथ सजाते हैं। यह खरी धूप में अच्छी तरह से उग सकते हैं और उन्हें एक स्थिर और बढ़ते हुए जल आपूर्ति की आवश्यकता नहीं होती है। इसकी सुंदरता और निरंजनता इसे उच्चतम शुभ और मान्य फूल बनाती है जो अनेक उत्सवों के अवसर में काम आती हैं।
Contents
- आईवी जेरेनियम क्या है? (What Is Ivy Geranium?)
- आईवी जेरेनियम का इतिहास (History Of Ivy Geranium )
- आईवी जेरेनियम की प्रकार (Types Of Ivy Geranium)
- अन्य भाषाओं में आईवी जेरेनियम के नाम (Ivy Geranium Names In Other Languages)
- आईवी जेरेनियम के उपयोग (Uses Of Ivy Geranium)
- आईवी जेरेनियम के फायदे (Benefits Of Ivy Geranium)
- आईवी जेरेनियम के नुकसान (Side effects Of Ivy Geranium)
- आईवी जेरेनियम का पौधे की देखभाल कैसे करें (How To Take Care Of Ivy Geranium Plant)
- आईवी जेरेनियम के पौधे का सांस्कृतिक उपयोग (Cultural Uses Of The Ivy Geranium)
- आईवी जेरेनियम का पौधा कहां पाया जाता है (Where Is The Ivy Geranium Plant Found)
- आईवी जेरेनियम की प्रमुख उत्पादन राज्य (Major Producing State Of Ivy Geranium)
- आईवी जेरेनियम के पौधे के चिकित्सा गुण (Medical Properties Of Ivy Geranium)
- आईवी जेरेनियम का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name Of Ivy Geranium)
- आईवी जेरेनियम की खेती (Ivy Geranium Cultivation)
- आईवी जेरेनियम की खेती कहां होती है (Where is Ivy Geranium Farming done?)
- आईवी जेरेनियम/Ivy Geranium FAQs
आईवी जेरेनियम क्या है? (What Is Ivy Geranium?)
आईवी जेरेनियम, जिसे अंग्रेजी में Ivy Geranium के नाम से भी जाना जाता है, एक आकर्षक फूलों वाला पौधा है। यह पौधा प्रमुख रूप से गर्म मौसम में पाया जाता है और सदियों से मानवों द्वारा कितनी ही खूबसूरतता के माध्यम से पसंद किया गया है। इसकी आकर्षक बूंदें, जो बाहरी भूमि में लहरीदार रंगों की तरह दिखती हैं, इसे एक प्रमुख फूल समूह बनाने में सहायता करती हैं।
इस पौधे के पत्ते हरे और रंगीन होते हैं, और इसलिए इसे आइवी जेरेनियम कहा जाता है। इसके हल्के मसाले वाले सुगंध वाले पत्ते द्वारा सुंदर फूल ढाली होती है, जो मकसद के रूप में पौधों को और भी शानदार दिखने में मदद करती हैं। इसके फूलों के बीच में गठित की जाने वाली मध्यम-विचित्रता इसे और भी मनोरंजक और अपने आसक्तिवान प्रस्ताव को बढ़ाती है।
आईवी जेरेनियम को ईंधन संयंत्री या खाद्यानुपान संयंत्री के रूप में विकसित किया गया है, इसलिए इसे प्रकार के फूलों को अपने आवासीय या वाणिज्यिक उपयोग के लिए बगीचों या बालकनों में बोने या टोपियों में चढ़ाया जा सकता है। इस फूल को टुकड़ा काटकर बागों या अंतीर द्वारा भी बढ़ाया जा सकता है, जहां यह एक समृद्धि और प्रदर्शन खरीद के रूप में मार्गदर्शन करता है।
इसके अलावा, आईवी जेरेनियम एक पौधा के रूप में भी विकसित किया जाता है जिसे कहा जाता है लेट्टिस की अंग्रेजी में। यह उच्चारण और स्पष्टता की माप को मदद देता है, सुनसान जगहों को बदलने में मदद करता है, और एक आकर्षक कमरे को उज़्मिल और प्रीति से भरता है। यह भी एक प्रमुख प्रस्ताव है जो पुनरायोजित आकार समृद्धि के साथ संग्रहीत किया जा सकता है।
आईवी जेरेनियम का इतिहास (History Of Ivy Geranium )
मेरे प्यारे पाठकों, आज मैं आपको एक खूबसूरत और रोमांचक पौधे के बारे में बताने जा रहा हूँ, जिसे हम आईवी जेरेनियम या आइवी जेरेनियम के नाम से भी जानते हैं। इस पौधे का वैज्ञानिक नाम “Pelargonium peltatum” होता है। यह एक सुंदर फूलदार पौधा होता है जो आमतौर पर घरों में, उद्यानों में या मस्ती भरे आंगनों में पाया जाता है।
आईवी जेरेनियम का जन्म दक्षिणी अमेरिका में हुआ था और इसके उग्रववासी शांतिपूर्ण जलवायु वाले इलाकों की प्राकृतिक आवास में पाए जाते हैं। यह पौधा एक चट्टानी व क्रीपर होता है, जिसमें लंबे स्तंभ होते हैं जो तारों की तरह उछलते हैं। इसके फूल पुष्पित से टेडीबियर की तरह होते हैं और विभिन्न रंगों में पाए जा सकते हैं, जैसे सफेद, लाल, गुलाबी और नीले आदि।
यह पौधा सुंदरता के साथ-साथ फायदेमंद भी होता है। इसे सुगंधित वायु को शोधने का कार्य करता है और उद्यान को एक प्रकृतिकता की छाँव प्रदान करता है। यह पौधा कटने या छिटकाने के बाद भी ताजगी बनाए रखता है, यहाँ तक कि इसकी पत्तियाँ मिटटी के नम प्रान्त में उगाई जा सकती हैं और वे इसमें बरकरार रहती हैं।
जब हम इस पौधे की विस्तृत अध्ययन करते हैं, तो हमें यह पता चलता है कि यह मौसमी रूप से अनुरोधी होता है और उष्णकटिबंधीय टापू से बदलते मौसम के लिए समर्पित होता है। अप्रैल महीने से जून महीने तक, यह पौधा फूलता है और अपनी खूबसूरत फूलों को दिखाता है। इस समय उद्यानों और आंगनों में आईवी जेरेनियम की रंगीनता आईटाइल की छाछ की तरह बढ़ती है।
इस पौधे की स्थापिति करने के लिए, हमें थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। इसके बीज सब्जे में बहुत पहले से मिल जाते हैं और यह पौधा अपने जीवन के पहले 2-3 साल में बहुत ऊँचाई प्राप्त करता है। इस पौधे की सवारी और मार्गदर्शन करने के लिए, मैंने प्लांटी पीडिया व कई अन्य पुस्तकों की खोज की है।
यह पौधा संगीत और शांति की तालभेदी साधारित करता है और हमारे हृदय को शांति और सम्पूर्णता की भावना देता है। इसलिए, अगर आप आईवी जेरेनियम का आनंद लेना चाहते हैं, तो अपने घर और उद्यान को इस प्रकृतिक रंगभरे पौधे से सजाएं और उसकी सुंदरता का आनंद लें।
मैं आशा करता हूँ कि आपको यह लेख पसंद आया होगा और आप इसे आपके मित्रों और परिवार के साथ साझा करेंगे। धन्यवाद!
आईवी जेरेनियम की प्रकार (Types Of Ivy Geranium)
आईवी जेरेनियम एक फूलदार पौधा होता है जिसे अपने सुंदर फूलों के लिए जाना जाता है। इसके कई प्रकार होते हैं जो आपको यहां हिंदी में बताए जा रहें हैं।
1. रेड बटन आईवी (Red Button Ivy): यह प्रकार सुंदर लाल रंग के फूलों के लिए प्रसिद्ध है। इसका छोटा और गहरा हरा पत्तीदार बुश होता है जो लंबे समय तक फूल बनाए रखता है।
2. पिंक सिंगल मेटलिक आईवी (Pink Single Metallic Ivy): यह प्रकार गहरे गुलाबी रंग के फूलों के लिए प्रसिद्ध है। यह पौधा ट्रेलिंग यानि उभरने-फैलने वाला होता है, जिसे आप किसी चढ़ाई या झूले पर लगाने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
3. वरिएगेटिड आईवी (Variegated Ivy): इस प्रकार के आईवी पौधे के पत्तों पर हरे और सफेद के चित्र होते हैं। यह पौधा आकर्षक दिखता है और अपने विविध रंगों के कारण अद्वितीयता में झलकें प्रदान करता है।
4. रोयल पर्पल आईवी (Royal Purple Ivy): यह प्रकार बेहद सुंदरीय गहरे बैंगनी रंग के फूलों के लिए जाना जाता है। इसके पत्ते हरे होते हैं और पौधा झूले और बागवानी में आकर्षक दिखता है।
5. एन ओबलॉंगा आईवी (N’Oblonga Ivy): यह प्रकार मध्यम आकार के भूरे-हरे फूलों के लिए जाना जाता है। इसके पत्ते इंटरलॉक होते हैं और इसकी पौधा पूरे साल फूल देता है।
ये प्रमुख आईवी जेरेनियम के प्रकार हैं जो फूलों के रूप में प्रसिद्ध हैं। ये आईवी पौधे आकर्षक और पर्यावरण को हरे भरे और सुंदर बनाने में मदद करते हैं।
अन्य भाषाओं में आईवी जेरेनियम के नाम (Ivy Geranium Names In Other Languages)
आईवी जेरेनियम को हिन्दी में इवी जेरेनियम कहा जाता है। यहां भारत की टॉप 10 अलग-अलग भाषाओं में इसका नाम दिया जाता है:
1. हिन्दी: आईवी जेरेनियम (Ivy Geranium)
2. मराठी: आइव्ही जेरेनियम (Ivy Geranium)
3. गुजराती: आईवी जेरेनियम (Ivy Geranium)
4. बंगाली: আইভি জেরেনিয়াম (Ivy Geranium)
5. तेलुगु: ఐవీ జెరనియం (Ivy Geranium)
6. तमिल: ஐவி ஜெரெனியம் (Ivy Geranium)
7. कन्नड़: ಐವಿ ಜೆರೇನಿಯಂ (Ivy Geranium)
8. मलयालम: ഐവി ജെരാണിയം (Ivy Geranium)
9. पंजाबी: ਐਵੀ ਜੇਰੇਨੀਅਮ (Ivy Geranium)
10. उडिया: ଆଇଲ ଜେରେନିଅମ୍ (Ivy Geranium)
आईवी जेरेनियम के उपयोग (Uses Of Ivy Geranium)
आईवी जेरेनियम, जो कि बोटेनिकल नाम में Pelargonium peltatum होता है, एक सुंदर पौधा है जो आमतौर पर घरों, बगीचों और वाणिज्यिक उपयोग के लिए उगाया जाता है। इसे हिंदी में ‘आईवी जेरेनियम’ या ‘आईवी गेरैनियम’ के नाम से भी जाना जाता है।
यह पौधा मूल रूप से दक्षिणी अफ्रीका का है, लेकिन यह अब विश्व भर में पाया जाता है और विभिन्न जलवायु में उगाया जा सकता है। यह पौधा लंबे समय तक फूलता रहता है और उसके फूल सुंदर और बाहरी इंतजाम के साथ होते हैं। इसके पत्ते हड्डीदार होते हैं और उनका रंग हरा से लेकर सफेद तक होता है।
यहां हिंदी में Ivy Geranium के उपयोगों की बात की जा रही हैं:
१. दृश्य और फूलों के लिए सजावटी पौधा: Ivy Geranium के सुंदर फूल और आपूर्ति को देखते हुए, यह पौधा अक्सर घरों, बगीचों और पारिवारिक बालकनों में सजावटी पौधा के रूप में उगाया जाता है।
२. शाकाहारी और आयुर्वेदिक उपयोग: Ivy Geranium के पत्तों का उपयोग भोजन में जारी रखा जाता है और कई शाकाहारी व्यंजनों में इसका उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही, इसके पत्तों का उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों में सुरक्षा और उपचार के लिए भी किया जाता है।
३. मोगरा वसंती: Ivy Geranium के फूलों की मधुर महक को ‘मोगरा वसंती’ के नाम से भी जाना जाता है। इसे फूलों के रूप में प्रयोग किया जाता है और इससे अद्वितीय दस्तावेजों, सुगंधित बाथ सॉल्ट्स और इत्रों का निर्माण किया जाता है।
४. आधारभूत औषधीय उपयोग: Ivy Geranium के पत्तों में कई स्वास्थ्य लाभ मान्यताएं हैं। इसे कई स्किन केयर उत्पादों में उपयोग किया जाता है, जो त्वचा के लिए शांति, मोटापे, सूजन और जलन का उपचार करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
आईवी जेरेनियम के फायदे (Benefits Of Ivy Geranium)
आईवी जेरेनियम एक फूलदार पौधा है जो ऐसे कई लाभ प्रदान करता है जो इसे एक लोकप्रिय पौधे के रूप में बनाते हैं। यह पौधा मोटे हरे पत्तों और विविध रंगों के फूलों के साथ खूबसूरती उत्पन्न करता है। यह गर्म और सुखी मौसम में अनुकूल पौधा है और इसे आंबरी, गेंदा या अद्भुत गेंदवाला नाम दिया जाता है। यह पौधा खूबसूरती के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है, जिनमें निम्नलिखित हैं:
1. स्वास्थ्य लाभ: आईवी जेरेनियम अम्लीय औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन सी, फॉलिक एसिड और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो रक्त प्रवाह को बढ़ाते हैं और सामान्य प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करते हैं।
2. मस्तिष्क स्वास्थ्य: इस पौधे की खुशबू सुखाए नसों को शांति देने में मदद कर सकती है, जिससे तनाव का सामना करने में सहायता मिलती है। यह भावनात्मक तनाव को कम करने और मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
3. पाचन तंत्र को बेहतर बनाना: इस पौधे के पत्तों को सूखाकर और पाउडर बनाकर ईच्छानुसार उपयोग करने से पाचन तंत्र को बेहतरीन लाभ मिलता है। यह पेट के दर्द, अपच, और जीवाणुजनित संक्रमण को रोकने में सक्षम होता है।
4. स्किन की देखभाल: आईवी जेरेनियम का उपयोग त्वचा को स्वस्थ रखने में भी किया जाता है। इसके पत्तें त्वचा को शीत रखते हैं और त्रिप्ति के लिए एक शांति प्रदान करते हैं। इसका बार-बार इस्तेमाल स्किन इंफेक्शन और सूखेपन को कम कर सकता है।
इन सब लाभों के कारण, आईवी जेरेनियम को आप अपने घर या बगीचे में बाढ़ों के इलाकों में उगाने के बारे में विचार कर सकते हैं।
आईवी जेरेनियम के नुकसान (Side effects Of Ivy Geranium)
आईवी जेरेनियम (आईवी गेरेनियम) एक प्रसिद्ध फूलदार पौधा है जो आमतौर पर गुलाबी या लाल रंग के फूलों से भरा हुआ होता है। यह एक सुंदर पौधा है जो आँखों को भी खुश कर देता है। अब हम इस पौधे के कुछ माहितीपूर्ण पक्षों के बारे में जानकारी देंगे:
कुछ इंसानों को आईवी जेरेनियम के पत्तों या फूलों से एलर्जी हो सकती है। इससे प्राथमिक लक्षण हो सकते हैं जैसे कि त्वचा में खुजली, लाली, चकत्ते, त्वचा में सुजन, या अन्य त्वचा की समस्याएं। ऐसे मामलों में आपको डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए और आईवी जेरेनियम को छूने से परहेज करना चाहिए।
आईवी जेरेनियम के पत्तों और रंगीन फूलों को खाने से बचें, क्योंकि इसका सेवन खाना नहीं है और इससे उल्टी, दस्त, पेट में दर्द और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ताजे होने पर भी इसका सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि यह पौधा एक्जोटिक होता है और हमारे पाचन तंत्र को अनुकूल नहीं हो सकता है।
अगर आपको गर्भावस्था के दौरान आईवी जेरेनियम को लेणा है, तो डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए। यह पौधा गर्भावस्था के दौरान ईंधन (कैल्शियम) की माएं को कम कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप कृपया इसका सेवन केवल डॉक्टर की मार्गदर्शन में ही करें।
ध्यान दें कि यह आईवी जेरेनियम के कुछ साधारण पक्षपातों लगभग सभी व्यक्ति में हो सकते हैं, लेकिन किसी को उदाहरण रूप में उल्टी होती है तो दूसरे के लिए ऐसा बिलकुल जरूरी नहीं होता है। प्रत्येक व्यक्ति के शरीर और प्रतिस्पर्धाशीलता अलग हो सकती है, इसलिए यह बहुत मायने रखता है कि हम सभी एक-दूसरे के लिए सावधान रहें और हमारे शरीर की संकेतों पर ध्यान दें।
आपको हमारी यह सलाह दी जाती है कि अगर आपको किसी तरह की दिक्कत हो रही है, तो कृपया अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह लें और उनके मार्गदर्शन पर चलें।
आईवी जेरेनियम का पौधे की देखभाल कैसे करें (How To Take Care Of Ivy Geranium Plant)
आईवी जेरेनियम, जिसे आमतौर पर आईवी गेरेनियम भी कहा जाता है, खूबसूरत और आकर्षक पुष्पों वाला पौधा है। यह पौधा मुख्य रूप से सदियों के समय सुंदर सजावटी खपत के रूप में प्रयोग होता रहा है। इस पौधे की देखभाल करने के लिए नीचे दिए गए सुझावों का पालन करें:
1. संकर धातु या खूदर की मिट्टी का चयन करें: आईवी जेरेनियम खुशहाल रहने के लिए अच्छी ड्रेनेज प्रदान करने वाली और उपजाऊ मिट्टी में उगानी चाहिए। आप संकर धातु या खूदर की मिट्टी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. पौधे को सूरज के पास रखें: आईवी जेरेनियम सूरज की प्रचांड प्रकाश की आवश्यकता रखता है। इसलिए, इसे ऐसे स्थान पर रखें जहां यह सबसे अधिक सूर्य की किरणों में समय बिता सके।
3. नियमित जल व संभाल: आईवी जेरेनियम जल की ज्यादा मांग करता है। इसके लिए, जब भी मिट्टी सूखने की शुरुआत होती है, तो आप इसे पानी से नम सुरंगों में रख सकते हैं। हां, इस पौधे को पानी सौंदर्य पट्टी के नीचे पानी के साथ लगाने से बचें।
4. संभाल कर काटचीत करें: आपको अपने आईवी जेरेनियम के लिए नियमित उलटफेर और प्रधानता कटिंग के साथ काटचीत करनी चाहिए। इससे आपके पौधे का आकार बढ़ता है और यह अधिक मोटा होता है।
5. खाद को जीरोग्रेटर के साथ दें: आप अपने आईवी जेरेनियम को नियमित खाद देते रहें। इसके लिए जीरोग्रेटर (नमी और खाद को कुपोषित करने वाला पदार्थ) का उपयोग करें। खाद को पौधे के बासल डिजाईन या पेतीओल (समान परिमाण) में मिश्रित करें और इसे पौधे के चारों ओर डालें। ध्यान रखें कि आप खाद का बहुत अधिक मात्रा में उपयोग न करें, क्योंकि यह पौधे को नष्ट कर सकता है।
6. पेरों को काटें: पेरों को नियमित रूप से काटते रहें। यह पौधे को अधिक स्वस्थ और फैलते हुए रखने में मदद करेगा। इसके लिए, पौधों को 6-8 हफ्ते के बाद २०-३० सेंटीमीटर के साथ काट लें।
इन सरल उपचारों को अपनाकर आप अपने आईवी जेरेनियम पौधे को स्वस्थ और सुंदर बनाए रख सकते हैं। ध्यान रखें कि आपके पौधे को नियमित गर्मियों के दौरान पानी और आवश्यक खाद देना चाहिए। आपके पौधे की देखभाल के लिए नियमित ध्यान देने और स्वस्थ मिश्रण को प्रदान करने से आप इसकी विकासशीलता को बढ़ा सकते हैं।
आईवी जेरेनियम के पौधे का सांस्कृतिक उपयोग (Cultural Uses Of The Ivy Geranium)
आईवी जेरेनियम या आनंदिता यह एक प्रकार का सूखे फूलों वाला पौधा है जिसका वैज्ञानिक नाम Pelargonium peltatum है। यह पौधा धूप वाली जगहों के लिए अच्छा होता है और इसे बालकनों और उद्यानों में बगीचे में खूबसूरती बढ़ाने के लिए उगाया जाता है। इसे सीधा सूरज की रोशनी में रखना चाहिए और इसकी देखभाल में पानी की आवश्यकता होती है।
इसके मधुर महक और फ़िल्मी पत्ते, हरे रंग के फूल जैसे कि लाल, गुलाबी, पीले, नीले आदि, इसकी खूबसूरती को बढ़ाते हैं। यह पौधा आसानी से पल्ला बना सकता है और बगीचे के किनारे में या बालकन की गंडगी को छिपने के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
आईवी जेरेनियम का पौधा कहां पाया जाता है (Where Is The Ivy Geranium Plant Found)
आईवी जेरेनियम एक प्रसिद्ध पौधा है जो पुष्पवान सजावटी पौधा के रूप में लोगों की आँखों को चमक देता है। यह पौधा ज्यादातर उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। इसकी मूल जड़ें दक्षिणी अमेरिका की होती हैं, लेकिन आजकल यह विश्व भर में बहुतायत मात्रा में पाया जाता है।
आईवी जेरेनियम को आमतौर पर मनोरंजन के लिए घरों और बगीचों में लगाया जाता है। इसके पुष्पों के रंग विविधताएं दिखाते हैं, जैसे लाल, गुलाबी, पीले, सफेद, नीले, बैंगनी, आदि। इसके पत्ते भी हरे, पीले, और चमकदार होते हैं। इस पौधे की खास बात यह है कि इसमें पुष्पों की गांठ से एक महकती सुगंध आती है। इसलिए यह काम ही नहीं, बल्कि मनोहारी भी होती है।
आईवी जेरेनियम अपनी पानी की आवश्यकता के लिए जानी जाती है। इसे धूप वाली जगह पर रखना चाहिए, क्योंकि इसे धूप की आवश्यकता होती है। इसकी देखभाल भी आसान होती है, क्योंकि यह एक शक्तिशाली पौधा है और जांच-पड़ताल की कमी की वजह से कम मरता है।
आईवी जेरेनियम या इंग्लिश में उसे “Ivy Geranium” कहा जाता है, यह पौधा अपनी रंगीन पुष्पों के लिए मशहूर है। यह शांतिपूर्णता की भावना बढ़ाता है और शुभता की आभा को भी अपनी भूमिका निभाता है। इसलिए, यह एक सुंदर और सजावटी पौधा है, जिसे आप अपने घर या बगीचे में आसानी से लगा सकते हैं।
आईवी जेरेनियम की प्रमुख उत्पादन राज्य (Major Producing State Of Ivy Geranium)
आईवी जेरेनियम या आईवी गेरानियम मुख्य रूप से भारत और कुछ अन्य देशों में उत्पादित किया जाता है। भारत में, आईवी गेरानियम का प्रमुख उत्पादन उन स्थानों पर होता है जहां उपयुक्त जलवायु मौजूद होती है। आईवी जेरेनियम की प्रमुख उत्पादन राज्यों की सूची है:
1. महाराष्ट्र: महाराष्ट्र आईवी गेरानियम के मुख्य उत्पादक राज्यों में से एक है। यहां की मौसमिक स्थिति और उपयुक्त मिट्टी आईवी जेरेनियम के विकास के लिए उपयोगी होती है।
2. कर्नाटक: कर्नाटक भी आईवी जेरेनियम के मुख्य उत्पादक राज्यों में से एक है। यहां की मानसूनी वर्षा और उच्चतम औसत तापमान भी इसे उगाने के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
3. तमिलनाडु: तमिलनाडु भी आईवी जेरेनियम की बड़ी मात्रा में उत्पादित करता है। यहां की मानसूनी वर्षा, अच्छी माटी और सब्जीमंडी के उपस्थिति के कारण यहां पर पौधों का उत्पादन संभव होता है।
भारत के अलावा, आईवी गेरानियम दूसरे देशों में भी बड़े पैमाने पर उत्पादित किया जाता है। इन देशों में से कुछ हैं:
1. कोलंबिया: कोलंबिया आईवी जेरेनियम के विश्व में मुख्य उत्पादक देशों में से एक है।
2. भूमध्यसागरीय घाटी क्षेत्र: आईवी गेरानियम अन्य उपयोगी भू-क्षेत्रों में जैसे कि भूमध्यसागरीय घाटी क्षेत्र में भी उत्पन्न होता है।
इस प्रकार, आईवी जेरेनियम या आईवी गेरानियम का उत्पादन मुख्य रूप से भारत और अन्य देशों में होता है जहां उपयुक्त मौसमिक और जलसंसाधन मौजूद होते हैं।
आईवी जेरेनियम के पौधे के चिकित्सा गुण (Medical Properties Of Ivy Geranium)
आईवी जेरेनियम, जिसे हिंदी में आईवी जॉरेनियम भी कहते हैं, एक पौधा है जो आमतौर पर बागवानी में पाया जाता है। यह पौधा मुख्य रूप से चमकदार फूलों के लिए जाना जाता है, जिनका रंगबिरंगा प्रदर्शन बागों और घरों को सुंदरता प्रदान करता है। इसके अलावा, आईवी जेरेनियम आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी उपयोग होता है, जिसे आगे पढ़कर हम समझेंगे।
आईवी जेरेनियम की औषधीय गुणों का उपयोग विभिन्न रोगों की उपचार में किया जाता है। इसके नीचे दिए गए बिंदुओं में हम इन उपयोगों को स्पष्ट करेंगे:
१. एंटीऑक्सीडेंट गुण: आईवी जेरेनियम शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है, जिसका अर्थ होता है कि यह शरीर के खिलाफ मुक़ाबले में रक्षा प्रदान करने के लिए मदद करता है।
२. सूजन के उपचार: यह पौधा गठिया, आर्थराइटिस और दर्द में आराम करने में मदद कर सकता है। इसके लिए, इसके पत्तों को त्रिकटु घी या तुवर घी के साथ गोंद कर लें और इस मिश्रण को मासस के दर्द वाले हिस्से पर लगाएं।
३. स्किन स्वास्थ्य: आईवी जेरेनियम के बीजों से निकाले गए तेल का उपयोग शरीर की त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है। यह त्वचा को नमी प्रदान करने, सूजन को कम करने और छाले को ठीक करने में मदद करता है। इसके लिए, इस स्क्रब को निर्माण करें: एक टेबलस्पून नर्म शहद, एक टेबलस्पून नर्म सफेद चीनी और बीमारी के निषेध साबुन के एक स्माल पकेट को मिलाएं। इसके बाद, इस मिश्रण को गीला करें और उसे अपने चेहरे पर लगाएं। धीरे-धीरे मसाज करें और धुलाई करें।
यह उपयोगी जानकारी आपको आईवी जेरेनियम के चिकित्सीय उपयोग के बारे में बता सकती है। यह जानकारी सेवनीय निर्धारित होने के साथ-साथ आपके डॉक्टर की सलाह का पालन करने की जरूरत होती है। प्रकृति की देन है आयुर्वेदिक उपाय, लेकिन हमेशा सुरक्षित रहें और उचित व्यायाम और खाद्य सामग्री के साथ मिश्रण के साथ उपयोग करें।
आईवी जेरेनियम का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name Of Ivy Geranium)
आईवी जेरेनियम का वैज्ञानिक नाम Pelargonium peltatum है। विश्व में अपनी सुंदरता के लिए लोकप्रिय आईवी जेरेनियम पौधा एक सुंदर, स्वच्छ, सादे और प्यारे रंगों में फूलों का आकार होता है। इसके पत्ते हरे और मधुर माहक होते हैं जो इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। यह पौधा मुख्य लंबा और छौटा होता है और दीवारों, पेड़ों, चबूतरों और बारिशदानों में प्रयोग होता है।
इसका उपयोग गलती से बटनियों के लिए सजावटी पौधा के रूप में भी किया जाता है। यह पौधा आमतौर पर नरम मिट्टी में अच्छी तरह से बढ़ता है। इसे नियमित रूप से पानी देना चाहिए और धूप में रखना भी इसके लिए बेहद आवश्यक है। आईवी जेरेनियम के फूल बहुत शानदार होते हैं और इसे बागवानी और लंडस्केपिंग में चर्चा के योग्य बनाते हैं।
आईवी जेरेनियम की खेती (Ivy Geranium Cultivation)
आईवी जेरेनियम या आईवी गेरेनियम वृक्षों को उगाने का एक विशेष तरीका है। इस तकनीक का उपयोग करके वृक्ष को बड़ा और सुंदर बनाना संभव होता है। यह तकनीक अधिकांश रोपण कार्यक्रमों में उपयोग होती है, चाहे वह घरेलू मकानों, वनों या सार्वजनिक स्थलों में हो।
तकनीक के बारे में और अधिक जानने से पहले, हमें आईवी जेरेनियम के बारे में थोड़ा अधिक जानकारी प्राप्त करनी होगी। आईवी जेरेनियम वृक्षों का मूल उद्दिपन मध्य पूर्वी आफ्रीका का है, लेकिन आजकल यह विश्वभर में उगाए जाते हैं। यह वृक्ष परवानगी के पेड़ों की श्रेणी में शामिल होती है और इसकी पत्तियाँ गुलाबी, लाल, सफेद या मशरूमी रंग की हो सकती हैं। आईवी जेरेनियम वृक्षों के अंदर सूखे फूल भी हो सकते हैं, जो उन्हें अत्यंत आकर्षक बनाते हैं।
तकनीक का उपयोग करके आईवी जेरेनियम को उगाने के आदेश को बताने के लिए यहां कुछ बिंदु दिए गए हैं:
1. प्रथम पदार्थ: तकनीक के लिए शुरूआत में, एक आदर्श माटी मिश्रण तैयार करें। इसके लिए लोमड़ी के छत्ते की मिट्टी, कम दिखने वाली मिट्टी और गोबर का उपयोग करें। अच्छी द्रावणीयता और जल चक्रण की व्यापकता सुनिश्चित करें।
2. बीज चयन: सबसे अच्छा तरीका आईवी जेरेनियम को उगाने के लिए बियर्स का उपयोग करना है। बियर्स वैक्यूम पैकेट से मिश्रित बीज मुहूर्तों को बचाएं। इससे बीजों को उबालाने वाले कीटाणुओं का पता चलता है और उन्हें नष्ट किया जा सकता है।
3. बीज की उम्र: उचित उम्र पर बीज उगाने के लिए, बीजों का विश्लेषण करें और उन्हें उगाने से पहले 1-2 घंटे तक रखें। इससे उन्हें नमी और गर्माहट मिलती है जो आगामी उगाई के लिए उचित माहौल बनाती है।
4. उगाई: माटी के कंटेनर में थोड़ी सी छाछ के साथ मिश्रण बनाएं। इसके बाद मैग्नीशियम सल्फेट ध्यानपूर्वक मिलाएं और मिश्रण को आम तापमान पर पटरी का निकास करने के लिए रखें।
5. संख्या: हर पेड़ के लिए पांच बीजों का उपयोग करना उचित होता है। इन्हें मैग्नीशियम सल्फेट में इमर्स कराएं और 4-5 लिटर का स्थिरीकृत पानी डालें। बीजों को कम से कम 12 घंटे तक जल में भिगोएं।
6. उगाने का स्थान: 8-10 इंच की ऊँचाई पर आपको पेड़ों को सुनहरी रोशनी देने के लिए अच्छे से रोशनी वाले स्थान पर बिछाना चाहिए। ध्यान दें कि कंटेनर में सुनहरी रोशनी और एक सुरवाती तापमान आवश्यक है क्योंकि वृक्षों को इन दोनों चीजों की आवश्यकता होती है।
7. देखभाल: पेड़ों को पानी देने का ध्यान रखें और खाद या उर्वरक को नियमित रूप से मिलाएं। नियमित रूप से कंटेनर में उत्पन्न झाग मिटाएं और जरूरत पड़ने पर पेड़ों की कटाई करें।
उर्जा, देखभाल, और समयिकता के साथ, वृक्षों को आप वास्तव में सुंदर आकृति में देख सकते हैं। अब जब आप तकनीक के बारे में इतनी अच्छी जानकारी रखते हैं, आप इसे अपने ब्लॉग पोस्ट में आसान शब्दों में समझा सकते हैं।
आईवी जेरेनियम की खेती कहां होती है (Where is Ivy Geranium Farming done?)
आईवी जेरेनियम या आईवी घास की खेती विभिन्न भूभागों में की जाती है। इसे आमतौर पर विभिन्न पारंपरिक और संयुक्त किसानी उत्पादों में प्राथमिक रूप से विकसित किया जाता है। आईवी जेरेनियम खेती मुख्य रूप से मध्य और पश्चिमी भारत में की जाती है। वहीं, यह खेती उत्तरी अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में भी बड़े पैमाने पर की जाती है।
आईवी जेरेनियम खेती के लिए किसी भी मिट्टी का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन सबसे अधिक उपयुक्त मिट्टी आर्गेनिक मिट्टी होती है, जो उच्च उन्नति तत्वों के साथ पौधों के पोषण की गारंटी प्रदान करती है। इसके अलावा, यह पौधों के लिए बेहद आवश्यक महत्व है कि खेती क्षेत्र में अच्छी और नियमित सिंचाई सुनिश्चित की गई हो।
आईवी जेरेनियम का कारोबार कई तरीकों से किया जा सकता है, जैसे कि मटर, बीज, पाध, और बगीचाओं में पाध काटने जैसे। इसे इसकी खाद्यतन वृद्धि, मेडिसिनल उपयोग, सुंदरता के लिए, और डायरेक्ट मार्केटिंग के लिए चुनाव किया जाता है। यहां तक कि आईवी जेरेनियम को फूलों के रूप में भी प्रदर्शित किया जाता है और इसे फूल व्यवसाय में उपयोग किया जाता है।
समाग्री ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आसानी से प्राप्त की जा सकती है और इसे महिला उद्यमिता के रूप में भी विकसित किया जाता है। आईवी जेरेनियम की खेती छोटे किसानों के लिए वाणिज्यिक और आयोजन मनोज्ञ उपाय भी साबित हो सकती है, जो उन्हें अच्छी आय और रोजगार की सीमाओं के माध्यम से मदद कर सकती है।
यहां तक कि आईवी जेरेनियम की खेती कृषि योजनाओं द्वारा भी प्रोत्साहित की जा सकती है, जो कृषि सेक्टर को और आयामों में विविधता और सतत विकास के दिशानिर्देश प्रदान करती है। चुनौति के तंत्र के रूप में, आईवी जेरेनियम खेती समाजीकरणीकरण, पर्यावरण संरक्षण, और सामुदायिक विकास को भी प्रोत्साहित कर सकती है।
आईवी जेरेनियम/Ivy Geranium FAQs
Q1: आईवी जेरेनियम एक पौधा है या फूल है?
A1: आईवी जेरेनियम एक पौधा है जो फूलों से लदा होता है।
Q2: आईवी जेरेनियम को कैसे उगाएं?
A2: आईवी जेरेनियम को बिज से या पौधे से उगा सकते हैं। सबसे अच्छा समय इसे उगाने के लिए बरसात के मौसम में होता है।
Q3: आईवी जेरेनियम को कितना समय धूप की आवश्यकता होती है?
A3: आईवी जेरेनियम को कम से कम 4 से 6 घंटे धूप की आवश्यकता होती है।
Q4: क्या आईवी जेरेनियम जलने के लिए अधिक संवेदनशील हैं?
A4: हां, आईवी जेरेनियम जलने के लिए काफी संवेदनशील होते हैं। इसलिए इसे अच्छी तरह से पानी देना महत्वपूर्ण होता है।
Q5: आईवी जेरेनियम को कितनी मात्रा में पानी देना चाहिए?
A5: आईवी जेरेनियम को मात्रा में पानी देने के लिए जमीन के अच्छे संचालन को ध्यान में रखते हुए जल वार्ता की जानी चाहिए। इसे संचालक से सलाह लेना उचित होगा।
Q6: आईवी जेरेनियम को कितना तापमान अच्छा लगता है?
A6: यह पौधा उमस सूखे के तापमान के लिए अच्छी तरह संवेदनशील होता है। इसलिए, इसे कम से कम 15-30 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान पर रखना सुनिश्चित करें।
Q7: क्या आईवी जेरेनियम को माखन लगाना चाहिए?
A7: हाँ, आप आईवी जेरेनियम के पपड़ित पत्तों पर माखन लगा सकते हैं, यह उन्हें चमकदार और स्वस्थ बनाएगा।
Q8: आईवी जेरेनियम को कितनी खाद की आवश्यकता होती है?
A8: आईवी जेरेनियम को ह्रास, फॉस्फोरस और काली की खाद की आवश्यकता होती है। मुख्यतः, 10-10-10 या 20-20-20 निर्माण की खाद का उपयोग किया जा सकता है।
Q9: आईवी जेरेनियम को कितनी जगह पर उगाया जा सकता है?
A9: यह पौधा आधिकांशतः हांगिंग बास्केट्स, ट्रेलर और पेड़ों में अच्छी तरह उगता है।
Q10: आईवी जेरेनियम को कितने समय बाद प्रून करना चाहिए?
A10: आपको अपने आईवी जेरेनियम को 2-3 महीने के बाद प्रून करना चाहिए। इससे पौधा सुंदर और स्वस्थ बना रहेगा।
Introducing Meenakshi Banerjee, a distinguished professional in the field of Plant Developmental Biology and Plant-Pathogen Interaction. With a remarkable academic journey and notable awards to her credit, she has made significant contributions to the scientific community.
Meenakshi Banerjee’s academic pursuits began at Banaras Hindu University, where she pursued her education with great zeal and enthusiasm. Armed with a passion for research and a drive to excel, she embarked on a journey that would shape her illustrious career.
In 1989, Meenakshi joined Barkatullah University as a lecturer, where she imparted knowledge and inspired young minds for years to come. Her dedication and commitment to academia were evident as she climbed the ranks, becoming a Reader in 1997 and a Professor in 2005.
Throughout her career, Meenakshi’s expertise in Plant Developmental Biology and Plant-Pathogen Interaction has been widely acknowledged. Her valuable insights have advanced the understanding of complex biological processes, leaving a lasting impact on the scientific landscape.
Notably, Meenakshi Banerjee has been honored with the prestigious Dr. Katju Award and the M.P Young Scientist Award, recognizing her exceptional contributions to the field.
With a prominent presence on Google Scholar, Meenakshi continues to inspire and mentor aspiring researchers, fostering a culture of scientific curiosity and innovation.
Through her unwavering dedication to research, teaching, and academic excellence, Meenakshi Banerjee has earned the respect and admiration of her peers and students alike. Her work serves as a beacon of knowledge, illuminating the path for future generations of scientists and scholars.