क्रीपिंग थाइम पौधे की जानकारी: इतिहास, पहचान, प्रकार, महत्व, फायदे, खेती, नुकसान

By Vidita Vaidya

क्रीपिंग थाइम, जिसे हिंदी में छोटी घास कहा जाता है, एक खूबसूरत फूल है जो विशेष रूप से पर्यावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए उपयोगी होता है। यह एक ब्रिटेन का प्राकृतिक जलवायुशील पौधा है जो मांसपेशियों पर पैदा होता है और चूसने योग्य फूलों के साथ सजीव गाढ़ा हरा रंग होता है। यह पौधा प्रमुखतः ब्लॉक या जॉइंट के बीच विस्तार प्राप्त करने के लिए प्रयुक्त होता है, जो विभिन्न तत्वों को गाढ़ा, भूरा मिट्टी और मध्यम से बड़ा रहने के लिए सहायक है।

यह पौधा छोटी, गढ़वीदार और मोटी लम्बाई वाली स्तूपी होती है जो असंगठित रूप से फैल जाती है और उत्प्रेरक शाखाएं उत्पन्न करती है। क्रीपिंग थाइम के छोटे-छोटे पत्ते हिरण को खाने में स्वादिष्टता और मात्रा में गुण संचारित करने की एक अद्वितीय क्षमता का परिचायक होते हैं। इसकी अनोखी सुगंध और वनस्पति के सबसे स्वच्छ घास होने के लिए, यह प्राचीन समय से ही औषधीय उपयोग की जाती है, सम्पूर्ण विश्व में यह आगे को सजीवता, कठिनाईयाँ को दिशा देने, पौधों को ड्रामों से छींटने और इकाई में बंधक संरचनाएं प्रदान करने के लिए उत्तेजित होता है।

क्रीपिंग थाइम निर्माण के लिए एक कम प्रयोगी तत्व के रूप में भी जाना जाता है जिसे पर्यावरण सुरक्षा और कार्बन के संकट को सुलझाने की धाराप्रवाही में गणितीय अलंकारिकता सहायता प्रदान करने के लिए उपयोग करना चाहिए। वायुमंडलीय जैव-कणों की एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में, यह पौधा वनस्पतियों को कार्बन डाइऑक्साइड को अद्यतित करने, प्रदूषण को रोकने और जीवाश्म को नष्ट करने में मदद करता है। इसका भी एक फायदा है कि यह मृदा की धरोहर स्थिर करने में सफलता प्राप्त करता है, जिसके अपर स्तर पर वनस्पतियाँ बढ़ती हैं।

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क्रीपिंग थाइम क्या है? (What Is Creeping thyme?)

क्रीपिंग थाइम या Creeping Thyme एक छोटा सा पौधा है जो धातुमय बागवानी के लिए बगीचे में उगाया जाता है। यह एक सुंदर फूलदार पौधा है जो मक्खी, मुर्गे और गाय को बागवानी के लिए आकर्षित करता है। इसकी छटपटाहट, सुंदरता और उपयोगिता के कारण, इसे आमतौर पर बगीचों, छत के वितरण में और पेड़ों के नीचे बसाया जाता है।

क्रीपिंग थाइम के पौधे छोटे, गहरे हरे और अच्छी तरह से सजा हुए होते हैं। इनके पत्ते मणी के आकार के होते हैं, और यह एक खुशबूदार महक उत्पन्न करते हैं। पौधे के पत्तों को मसल के रस बहुत नरम होता है और सेवन किया जा सकता है, फल और सब्जियों के मलाशो और उबटनों में उबलने से पहले।

क्रीपिंग थाइम के फूल छोटे होते हैं, लगभग 4-6 मिमीटर आकार के होते हैं और एक महीने तक खिल उठते हैं। ये फूल पूरी तरह से वजन के नीचे टहलते हैं और पौधे को आकर्षक बनाने में मदद करते हैं। ये फूल आमतौर पर गहरे लाल या सफेद होते हैं और गरमाहट और ऊष्णायन की संकेत मुद्राएं हैं। इन्हें छाछ में भिगोकर उम्रकैद करके पानी को सुखाने के लिए उपयोग किया जा सकता है और इसे इस्तेमाल किया जा सकता है दरवाजों, जगहों और दीवारों पर बटन के रूप में।

क्रीपिंग थाइम हमेशा के लिए हरे, सुंदर और उपयोगी रहने के लिए हर वर्ष काटना होता है। यह छोटे गमलों, फूलदार पौधों और आकर्षक बगीचों के लिए एक आदर्श विकल्प है।

क्रीपिंग थाइम का इतिहास (History Of Creeping thyme )

क्रीपिंग थाइम, जिसे हिंदी में “चढ़ावनी उष्णकटिबंधी” कहा जाता है, वनस्पति की एक महत्वपूर्ण प्रजाति है जो जड़ी बूटी के रूप में खुदरा में मिलती है। यह पौधा छोटा होता है और आमतौर पर 2-3 सेंटीमीटर ऊंचा होता है। इसकी पत्तियाँ छोटी होती हैं और सफेद या गुलाबी रंग की होती हैं।

यह पौधा मुख्य रूप से यूरोप में पाया जाता है, लेकिन इसे पूरी दुनिया में पसंद किया जाता है। इसकी खुशबूदार पत्तियों का प्रयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में बहुत किया जाता है। इसमें विभिन्न पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, खनिज और विटामिन ए, बी और सी मौजूद होते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।

चढ़ावनी उष्णकटिबंधी के उपयोगों में सबसे प्रमुख माना जाता है इसका उपयोग बागवानी में, खाद्य पकवानों में और औषधीय उद्योग में। यह वनस्पति टाइम के रूप में भी जानी जाती है क्योंकि इसे अक्टूबर या नवंबर में उगाया जा सकता है और इसे योग्य जगहों पर छोड़ने के बाद, इसकी गहरी हरियाली बरकरार रहती है।

इस पौधे को उचित ढंग से व्यवस्थित करने के लिए, छोटी बाग-वाड़ी या मार्ग किनारे में इसका उपयोग किया जाता है। यह अधिकांश जगहों पर अच्छी प्रकार से फैलता है और उपयुक्त मंजूरी नहीं चाहता। इसे आप प्रशान्त पर्यटन स्थलों, बगीचों, आदि में देख सकते हैं।

इसके अलावा, चढ़ावनी उष्णकटिबंधी के कुछ नाम औषधीय उद्योग में उपयोग होते हैं, जैसे कि यह खास एंटीबैक्टीरियल गुणों के अथवा ताजगी और सुगंध के लिए जाना जाता है। इसे त्वचा की देखभाल के उद्देश्य से भी उपयोग किया जाता है, क्योंकि यह त्वचा को सुंदर और चमकदार बनाने में मदद करता है।

अब जब आप चढ़ावनी उष्णकटिबंधी के बारे में अधिक जानते हैं, आप इसे अपने बगीचे में या पौधा पाठशाला में पूरे मिर्च से परिचित कर सकते हैं। यह ध्यान देने योग्य औषधीय रूप में मौजूद होने के साथ-साथ इसका बगीचे में एक अच्छा और सुंदर विकल्प भी है।

क्रीपिंग थाइम की प्रकार (Types Of Creeping thyme)

1. अरचर्स गोल्ड (Archers Gold): यह प्रकार पतले और मोटे पत्तों वाला होता है और पीले रंग का होता है। यह पौधा सुंदर गुलाबी-लाल होते हैं।

2. ऐल्जा लवेन्डर रिपेन्स (Elfin Lavender Repens): यह प्रकार धारीदार पोधे में पाए जाते हैं और पूरी तरह से इंपोजिंग नहीं होते हैं। यह लवेंडर रंग का होता है और मसालेदार सुगंधित फूलों के लिए मशहूर है।

3. सरेना (Serena): यह प्रकार छोटे पौधों के रूप में पहचाना जाता है और रंगीन मनी ग्रीन पत्तों के लिए मशहूर है। इसके पत्ते चिकने और पौष्टिक होते हैं।

4. पिंक कस्केड (Pink Cascades): यह प्रकार सूंदर चिकनी मणियों और भव्य गुलाबी-लाल पत्तों के लिए जाना जाता है। इसकी गंभीर गुणवत्ता और आकर्षक फूलों के लिए प्रशंसा की जाती है।

5. आटालंटिकसु (Atlantis Blue Carpet): यह प्रकार नीले और हरे वेलवेट रंग के पत्तों के लिए मशहूर है। यह पौधा अपार रंग और आकर्षक तकनीकी गुणों के लिए आदर्श है।

6. कॉपर टर्न (Copper Turn): यह प्रकार धारीदार पौधों के रूप में पहचाना जाता है और ब्रांडी संतरे रंग के पत्तों के लिए मशहूर है। इसका आकर्षक रंग इसे अन्य प्रकारों से अलग बनाता है।

यह थाइम कंटेनर गार्डनिंग, बगीचे, फूलों की खाद्य पर्यावरण आदि में आसानी से उपयोग किए जा सकते हैं। इन प्रकारों को छाती जाने की कठिनाइयां कम होती हैं और इसे प्राकृतिक रूप से परिरक्षित करना आसान होता है।

अन्य भाषाओं में क्रीपिंग थाइम के नाम (Creeping thyme Names In Other Languages)

क्रीपिंग थाइम एक सुंदर और गंधयुक्त औषधीय पौधा है जिसे आमतौर पर बगीचे में सजावटी और मसाले के रूप में उगाया जाता है। विभिन्न भाषाओं में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है, लेकिन बहुत सी भाषाओं में इसका अंग्रेजी नाम का ही प्रयोग होता है। नीचे कुछ भारतीय भाषाओं में “क्रीपिंग थाइम” के नाम दिए गए हैं:

  1. संस्कृत: क्रीपिंग थाइम
  2. बंगाली: क्रीपिंग थाइम
  3. मराठी: क्रीपिंग थाइम
  4. गुजराती: क्रीपिंग थाइम
  5. पंजाबी: क्रीपिंग थाइम
  6. तेलुगु: क्रीपिंग थाइम
  7. तमिल: क्रीपिंग थाइम
  8. कन्नड़: क्रीपिंग थाइम
  9. मलयालम: क्रीपिंग थाइम
  10. उड़िया: क्रीपिंग थाइम

अधिकतर भाषाओं में, जैसा कि आप देख सकते हैं, “क्रीपिंग थाइम” का अंग्रेजी नाम का ही प्रयोग होता है।

क्रीपिंग थाइम के उपयोग (Uses Of Creeping thyme)

क्रीपिंग थाइम एक छोटा, बेलजीयम प्रजाति का सदाबहार सदाबहार वनस्पति है जो मुख्य रूप से एक सुंदर गार्डन में उपयोग होती है। यह मूल रूप से मध्य और दक्षिण यूरोप से पायी जाती है, हालांकि अब यह पूरी दुनिया में व्यापक रूप से आपकी पहाड़ी परियोजनाओं और छोटे सजावटी खेतों में खासा लोकप्रिय हो गयी है।

क्रीपिंग थाइम की कुछ महत्वपूर्ण उपयोगिताएँ हैं:

१. गार्डन सजावट में उपयोग: क्रीपिंग थाइम एक प्रमुख सजावटी पौधा है जो गार्डन में उपयोग होती है। यह पौधा छोटे फूलों और मसालेदार, पतली पत्तियों के साथ विशेष रूप से फ्लॉवर बेड, ढालों और उच्चायों को चारमृत बनाने के लिए प्रदान करती है।

२. भूमि की टपकन को कम करें: क्रीपिंग थाइम का उपयोग भूमि के टपकन को कम करने के लिए भी होता है। इसकी लंबी, छोटी और कसी हुई मुद्रा भूमि को बाँध देती है और जमीन को स्थिरता प्रदान करती है, इससे बारिश के समय टपकन की समस्या कम होती है।

३. एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण: क्रीपिंग थाइम में औषधीय गुण होते हैं जो इसे स्वास्थ्य के लिए उपयोगी बनाते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, जो रोगों और संक्रमण के खिलाफ रक्षा करने में मदद करते हैं।

४. सेहत के लिए फायदेमंद: क्रीपिंग थाइम में विटामिन C, आयरन, विटामिन A और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इसे खाने में शामिल करने से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती मिलती है, मस्तिष्क और मसलों को सक्रिय रखता है, और रक्त संचार को सुचारू रूप से बढ़ाता है।

५. भूकम्प की सुरक्षा प्रदान करने में मदद: क्रीपिंग थाइम की मुद्राएँ जमीन को मजबूत करके भूकम्प के समय आपकी सुरक्षा प्रदान कर सकती हैं। यह जमीन के पतले श्वेत तत्व को बंद करती है जो भूकम्प के समय जमीन को अधिक स्थिर बनाने में मदद करता है।

क्रीपिंग थाइम के फायदे (Benefits Of Creeping thyme)

– क्रीपिंग थाइम एक प्रकार की छोटी पौधा है जो बहुत तेजी से फैलती है और उंचाई में सिरफिटी करती है।
– इसे आमतौर पर बगीचे और मनोहारी सजावटी परियोजनाओं के लिए प्रयोग किया जाता है।
– इसके छोटे और सुंदर फूलों का अपार रंगबिरंग प्रदर्शन होता है, जो उपकरणों के रूप में या फूलों के द्वारा कंबल रंग का रंग बदलने के लिए उपयोग हो सकता है।
– क्रीपिंग थाइम बीज यंत्रीय झटिति से बचने में मदद करती है, जिससे उच्चाधिकारियक वार्षिक या पेरेनियल फूलों की खेती करने में मदद मिलती है।
– इसे छोटे पौधों के रूप में बगीचे के पाठशाला में या लंडस्केपिंग डिजाइन में उपयोग किया जा सकता है ताकि वे अन्य पौधों को सीमित करने में मदद कर सकें।
– इसके मधुमेह नियंत्रण, पाचन और एंटीबैक्टीरियल गुणवत्ता होती है, जो इसे आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी उपयोगी बनाता है।
– इसकी सुंदरता के साथ-साथ यह भूमिगत पोषण जैसे उपयोगी गुण संचारित करती हैं, जो पौधों को स्वस्थ और सुगंधित रखने में मदद करती है।
– इसका पोषण शब्दांश पैक कटिबंधी और उष्ण फुलवाली उपयोगिता को बढ़ावा देता है, जिससे उच्च गहरे बगीचों के लिए एक मनोहानी विकल्प बना सकता है।

क्रीपिंग थाइम के नुकसान (Side effects Of Creeping thyme)

क्रीपिंग थाइम एक पौधा होता है जिसका उपयोग फ़ास्टर ग्रोइंग ग्राउंड कवर के रूप में किया जाता है, जो कि उल्लेखनीय और गहरे हरे रंग के फूलों से भर होता है। यह छोटे पौधे के रूप में पत्ते पर बढ़ने वाले जड़ो के दम के आसपास कशाशील फुल का नाम है और इसका आकार 3 सिमी अधिक नहीं होता है। यह ओवरहैंगिंग उपयोग के साथ आमतौर पर अच्छी तरह से उधर उठता है।

क्रीपिंग थाइम के कुछ साधारण साइड इफेक्ट हैं, इसलिए इसे ध्यानपूर्वक सेवन करना चाहिए। यहां हम क्रीपिंग थाइम के कुछ मुख्य साइड इफेक्ट के बारे में बात करेंगे:

1. त्वचा प्रतिक्रिया: क्रीपिंग थाइम के सेवन से कुछ लोगों को त्वचा प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं, जिनमें संक्रमण, लालिमा, जलन और खुजली शामिल हो सकती है। यदि इसे लगातार उपयोग करने से रिएक्शन बढ़ता है, तो इसका उपयोग बंद करना चाहिए और चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

2. सफलता की संभावना: क्रीपिंग थाइम का उपयोग सफलता के लिए बहुत अच्छा माना जाता है, लेकिन कुछ मामलों में इसके प्रभाव सबके लिए समान नहीं होता है। इसे लगातार उपयोग करने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि आपका शारीर और पर्याप्त स्वास्थ्य शर्तों में है, ताकि आपको इसका महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त हो सके।

3. दवाओं के साथ संघटित हो सकता है: कुछ लोग जो रोजगार दवाओं का सेवन कर रहे होते हैं, क्रीपिंग थाइम के सेवन की वजह से उनकी दवाओं के प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए, इसे लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें और उन्हें अपनी मौजूदा दवाओं के बारे में बताएं।

4. गर्भावस्था और स्तनपान: क्रीपिंग थाइम के सेवन की सलाह गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान नहीं दी जाती है। इसलिए, यदि आप गर्भावस्था में हैं या स्तनपान करा रही हैं, तो इसका सेवन न करें और चिकित्सक से परामर्श करें।

इन साइड इफेक्ट्स के बावजूद, क्रीपिंग थाइम बहुत सारे लोगों के द्वारा पसंद किया जाता है, क्योंकि इसकी प्रकृति, ताजगी और औषधीय गुणों की वजह से इसका उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है। हालांकि, इसे सुरक्षित रूप से उपयोग करने के लिए उपरोक्त साइड इफेक्ट्स को ध्यान में रखना चाहिए और किसी भी नई चीज का उपयोग करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना चहिए।

क्रीपिंग थाइम का पौधे की देखभाल कैसे करें (How To Take Care Of Creeping thyme Plant)

क्रीपिंग थाइम (Creeping thyme) एक छोटी-छोटी पौधा है जो सजावटी बगीचों में बेहद प्रसिद्ध हो चुका है। इसकी चर्चा देश-विदेश में की जाती है और यह सुंदरता को आपके बगीचे में बरकरार रखने में मदद करता है। इसकी देखभाल देने के लिए कुछ आसान निर्देशों का पालन करें ताकि आप इसे अपने बगीचे में आसानी से प्रशंसित कर सकें।

1. चिट्ठी: क्रीपिंग थाइम को अधिकतर नरम मिटटी की चिट्ठी पसंद करती है। इसलिए, पौधे को उचित पोषण के लिए पौधों के लिए बनी मिटटी या कोम्पोस्ट के साथ मिलाएं। इसके अलावा, अच्छी ड्रेनेज का ध्यान रखें क्योंकि यह पौधा अधिक पानी सहन नहीं करता है।

2. समय: इसकी फसल करने के लिए बेस्ट समय सर्दियों के अंत या गर्मियों की शुरुआत हो सकती है। खरीदते समय ध्यान दें क्योंकि संभवतः यह उपयुक्त वृक्षारोही को बढ़ावा देकर खरीदा जा सकता है।

3. रोपण: पौधों को उगाने के लिए एक-दूसरे से पाड़ों के बीच ठीक जगह छायाप्रेषित करें। यह नई फोटोस को क्षमता सहित आसानी से इकट्ठा करने में मदद करेगा। इसके बाद, धीरे-धीरे शाकाहार पाड़ों को बढ़ावा देकर संपूर्ण क्षेत्र में फैलाएं।

4. सूर्य प्रकाश: क्रीपिंग थाइम सूर्य की प्रथमिकता को प्राथमिकता देता है। इसलिए पौधों को धूप में रखें, जिसमें कम से कम 6-8 घंटे रोज धूप की उपलब्धता होती है।

5. प्रजातियाँ: क्रीपिंग थाइम के कई प्रजातियां होती हैं, जिनमें से प्रत्येक अपनी विशेषताओं और शक्तियों के साथ आती है। उचित जानकारी मिलने पर सर्वोत्तम प्रजाति को चुनें जो आपके मौसम और मिटटी की आवश्यकताओं से मेल खाती हो।

6. उगना: इसकी घास को आपके चट्टान, वॉकवे, गहराई आदि को कवर करने के लिए उगा सकते हैं। प्रत्येक पौधे के बीच खड़ी दूरी 20 सेमी-30 सेमी होनी चाहिए। इससे पहले, पौधे को सही ढंग से अपनी जगह पर उगा लें जिसमें उन्हें आपूर्ति मिले।

7. अनुरक्षण: प्राथमिक साफ़-सफ़ाई और जीवाणुरहित कीटनाशक या मक्खी के खिलाफ प्रतिरोध करें। पर्यावरण और बीमारी के आंकड़ों में ध्यान देकर आवश्यक संशोधन को करें।

क्रीपिंग थाइम एक सुंदर और सुगंधित पौधा है जिसे कम समय और मेहनत में खुदा जा सकता है। उपरोक्त निर्देशों का पालन करके, आप इसे आसानी से पाल सकते हैं और अपने बगीचे को खूबसूरत बना सकते हैं।

क्रीपिंग थाइम के पौधे का सांस्कृतिक उपयोग (Cultural Uses Of The Creeping thyme)

“क्रीपिंग थाइम” एक पौधे का नाम है जिसे हिंदी में “क्रीपिंग थाइम” कहा जाता है। यह पौधा छोटा और मोटा होता है और जमीन पर फैलने वाले सूखे दानों की तरह दिखता है। इस पौधे की पत्तियाँ छोटी, हरे और मसालेदार होती हैं। ये पौधा बागवानी में बहुत पसंद किया जाता है क्योंकि इसकी खुशबू बहुत सुंदर होती है और इसे मैदानी और आधे रोशनी वाले स्थानों में उगाने के लिए उपयोग किया जाता है।

इसके अलावा, “क्रीपिंग थाइम” को ध्यान रखने वाले लोगों द्वारा छोटे-छोटे कुआंरों, गमलों और पेड़ पौधों के आसपास फैलाया जाता है, जिससे आकर्षक दिखता है। इससे पौधों के नीले और सफेद फूल इसकी सुंदरता को और बढ़ाते हैं।

क्रीपिंग थाइम का पौधा कहां पाया जाता है (Where Is The Creeping thyme Plant Found)

क्रीपिंग थाइम एक पौधा है जो मूल रूप से यूरोप में पाया जाता है, लेकिन यह अब विभिन्न भूभागों में उगाया जाता है। यह बागवानी और वानस्पतिकी में एक लोकप्रिय पौधा है, क्योंकि इसके फूल बहुत अच्छे दिखते हैं और इसके पत्ते चटानों और पत्थरों की पहाड़ियों को ढंकने में मदद करते हैं।

क्रीपिंग थाइम का वनस्पतिक नाम ‘थाइमस सेर्पिलम’ है और यह छोटी, मुख्य रूप से आधीमात्रा में फैलने वाली बूटी होती है। इसके पत्ते हरे होते हैं, सुंदर फूल लाल, गुलाबी या अभिज्ञात कलर में हो सकते हैं। इसकी सुगंध भी बहुत युक्तियुक्त होती है जो इसे एक मानयता बनाती है।

यह पौधा पौधों या छोटे झरनों के बीच बड़ी रूप से पाया जाता है और उपजाऊ मिट्टी में विकसित होता है। इसे मटर पेशी दीवारों, वॉकवे, पाथ पत्थरों और नीर की टंकीयों आदि के चारों ओर फैलाया जा सकता है। यह पूरे वर्ष शुष्क या नम मिट्टी में सटाकर बढ़ेगा, लेकिन यह प्रमुख रूप से गर्म से अधिक जब सक्रिय होगा और धूप वाले स्थानों में अधिक सफल होगा।

इस पर्यावरणीय पौधे को ज्यादातर विभिन्न उपयोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह लॉन, तल या मेंढुआ कवर को सामर्थ्य प्रदान करता है जो गार्डन को अत्यंत सुंदर और आदर्श बनाता है।

क्रीपिंग थाइम की प्रमुख उत्पादन राज्य (Major Producing State Of Creeping thyme)

क्रीपिंग थाइम एक छोटा पौधा है जो एक प्रकार की सगई होती है। यह पौधा मुख्य रूप से भूमि को ढंकने के लिए उपयोग किया जाता है और इसे आकार बढ़ाने और आकर्षक दिखाने के लिए उपयोग किया जाता है।

भारत में क्रीपिंग थाइम का उत्पादन मुख्य रूप से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, और उत्तर प्रदेश में किया जाता है। यहां की शानदार जलवायु और मृदा इसे आराम से उगने देते हैं। इन राज्यों में क्रीपिंग थाइम की मुख्य उपज कैंडी, तेल और अन्य उत्पादों के रूप में इस्तेमाल होती है।

भारत के अलावा, क्रीपिंग थाइम की मुख्य पैदावार चीन, पाकिस्तान, नेपाल, बांगलादेश, और श्रीलंका में भी की जाती है। इसे आयुर्वेद में औषधीय गुणों के लिए प्रशंसा की जाती है।

क्रीपिंग थाइम उगाने के लिए सामान्य भूमि, सम्मिश्र बागवानी मिट्टी को पसंद करता है। यह सूखे, सूखे मौसम में भी अच्छी तरह से बढ़ता है और उपजाऊ होता है। इसे बीजों या पौधों के रूप में उगाया जा सकता है।

क्रीपिंग थाइम को मुख्य रूप से प्रकाश, गर्मी और वायु संचार की आवश्यकता होती है। इसकी पहलूओं को सचेत करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसे अधिक से अधिक रोशनी और उष्णता मिलनी चाहिए। यदि मार्ग में कोई बाधा होती है, तो इसे नियंत्रित करने के लिए कटाई और प्रशंसा की जा सकती है।

क्रीपिंग थाइम पौधों को समान अंतराल पर रखना आवश्यक होता है, ताकि वे एक दूसरे की सतह पर फैल जाएं। यह एक खूबसूरत और प्रभावी पौधा है, जो बगीचे और उपवनों को सजाने के लिए आकर्षक है।

क्रीपिंग थाइम के पौधे के चिकित्सा गुण (Medical Properties Of Creeping thyme)

क्रीपिंग थाइम (Creeping thyme), जो की वनस्पति कथानक अधिभूत है, एक लोधड़ीसाल औषधीय पौधा है। यह उच्च तापमान वाले और शुष्क ग्रीष्मकालीन इलाकों में पाया जाता है और पश्चिमी यूरोप और मध्य एशिया में प्रमुखतया पाया जाता है। यह छोटे आधारभूत पौधे के रूप में विकसित होता है, जो 3-10 सेंटीमीटर ऊँचा हो सकता है और सफेद हरा रंग के फूलों से सजा होता है।

क्रीपिंग थाइम कई औषधीय गुणों से परिपूर्ण होता है। इसकी औषधीय मूल्यता बढ़ती जा रही है और ऐसे कई क्षेत्रों में किया जा रहा है जहां इसके स्‍वास्‍थ्‍यलाभों की पहचान की गई है।

यहां हम कुछ आवश्यक स्वास्थ्य लाभों को डाल रहे हैं जिन्हें क्रीपिंग थाइम उपयोग करने का मानव स्‍वास्‍थ्‍य में विभिन्न तरीकों से मदद कर सकता है:

१. संक्रमण से लड़ाई करने में सहायता: क्रीपिंग थाइम एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल माध्यमों के रूप में काम करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद औषधीय तत्व संक्रमण के खिलाफ लड़ने में सक्षम होते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।

२. प्रतिस्‍फूल्ति के शोथ की समस्‍या को दूर करने में सहायता: क्रीपिंग थाइम आंगिना और मसूड़ों के दर्द को कम करने के लिए उपयोगी हो सकता है। इसे ऐंठन के उपचार के लिए भी उपयोग किया जाता है।

३. उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) का नियंत्रण करने में सक्षम: क्रीपिंग थाइम में विटामिन सी और पीएच सहित कई सुरक्षा प्रोटीन होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

४. डायबिटीज के बढ़ते हुए खतरे का कमी करने में सहायता: क्रीपिंग थाइम में प्रेसिस्टोकोसिनॉइड फ़्लॅवोनॉइड, लुटियोलिन, और कुरकुमिनेलोइड होते हैं, जो मधुमेह के लिए उपयोगी होते हैं। यह मधुमेह और उससे जुड़ी समस्याओं के विकारों को कम करने में मदद कर सकता है।

इन स्वास्थ्य लाभों के अलावा, क्रीपिंग थाइम का तलाशी किया जा रहा है गठिया, त्वचा संबंधी समस्याएं और समस्याएं संबंधित मसूड़ों में आराम प्रदान करने के लिए। यदि आप इसे आयुर्वेदिक या औषधीय निदान के रूप में उपयोग करने की सोच रहे हैं, तो पहले अपने वैद्यकीय सलाहकार से परामर्श लें।

कृपया ध्यान दें कि क्रीपिंग थाइम का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना हमेशा अच्छा होता है और स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़े किसी भी समस्या के लिए अच्छा होता है।

क्रीपिंग थाइम का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name Of Creeping thyme)

क्रीपिंग थाइम एक छोटा वनस्पति है जो उच्चारण के साथ सुन्दर फूल और छोटे पत्तों के लिए जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम “Thymus serpyllum” है। यह प्रमुख रूप से दक्षिण-पश्चिम यूरोप और पूर्वी एशिया में पाया जाता है, जहां यह अक्सर पेड़ों के नीचे, चट्टानों में और गहरे मिट्टी में पाया जाता है।

क्रीपिंग थाइम एक मल्टी-पर्पस बेल्लर है, यहां तक कि कुछ वक्तव्य के अनुसार इसमें लगभग 100 से अधिक प्रजाति हैं। इसकी जड़ें सुरंगी होती हैं और यह भूमि को ढांचती हैं, जिससे इसका पौधा मक्ख़न सा दिखता है। इसकी हरी पत्तियाँ और फूल दिखने में बहुत ही सुंदर होते हैं। फूल अक्सर लाल या गुलाबी होते हैं, जिनसे खुशबू भी आती है।

यहां तक कि क्रीपिंग थाइम की पत्तियों और फूलों में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और यह पेड़ों और चट्टानों के बीच प्रजातियों के बीच में पारस्परिकता के लिए सूखे माने जाते हैं। इसे स्वास्थ्य के लिए भी उपयोग में लिया जाता है, जैसे श्वसन प्रणाली, डायबिटीज़, गठिया और खराब पाचन प्रणाली के रोगों को कम करने के लिए।

क्रीपिंग थाइम बगीचों में घनी छत निर्माण करने के लिए या फिर घातक इंश्यों से बचाव के लिए उपयोग होता है। यह कम पानी और कम ग्रीन रिसोर्स वाले क्षेत्रों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह शुष्कता और तापमान की बढ़ती गति के साथ अच्छी तरह से उभर सकता है। इसके अलावा, इसका फूलों और पत्तियों का सुंदरता भी लोगों को आकर्षित करता है, इसलिए इसे आकारों, घाटों, और बागों की सजावट के रूप में उपयोग किया जाता है।

क्रीपिंग थाइम की खेती (Creeping thyme Cultivation)

क्रीपिंग थाइम या Creeping thyme एक पौधे की खेती का एक आसान तरीका है जिसे आप घर के छोटे-मोटे खेतों में या उद्यान में आसानी से कर सकते हैं। इसके उपयोग से आप अपने उद्यान को सुंदर और आकर्षक बना सकते हैं और इसे देख कर ताज़गी की भासा सुन सकते हैं। तो चलिए, इस पोस्ट में हम क्रीपिंग थाइम की मेथड को गहराई से समझते हैं।

1. सबसे पहले आपको क्रीपिंग थाइम का बिछा हुआ पौधा खरीदना होगा। इसे आप नर्सरी से या नजदीकी बागवानी सामग्री की दुकान से प्राप्त कर सकते हैं।

2. अगर आपके पास एक खेत (या बगीचा) है, तो आपको एक समान गहराई का खुदाई करनी होगी। अगर आप इसे घर के छोटे-मोटे टोंगे में उगाना चाहते हैं तो आपको एक ब्राडफोर्यूट संयंत्र क्षेत्र तैयार करना होगा।

3. जब आपको खुदाई करनी हो तो ध्यान दें कि खुदाई के बीचों-बीच पर्वतारोही या कमजो़र पेचवर पांच हाइब़रनेशन (Hybernnation) पौधे रखें, और ध्यान दें कि संतान पौधे को बहुत कमजो़र न करें।

4. एक बार जब आप अपने फ़ैटलाइज़र की आवश्यकता को शुरू करते हैं, तो आपको खेत या टोंगे की मिटटी को 3 इन. की ऊंचाई तक उँगलियों के सतह की कसरत करके बाहर निकालनी होती है। यदि आवश्यकता हो तो फिर आपको एक उर्वराक छि जोड़नी होगी (10-10-10 या 14-14-14 NPK ratio)। आपको संतान पौधों के बदले में अवश्यकता नहीं होती है, इन्हें ब्रौज़ बनाने की ज़रूरत होती है।

5. फिर आपको अपने उत्पादक संयंत्र की रेखा में चौड़ाई का पता लगाना होगा, जिसके लिए आपको एक फाइल का उपयोग करना पड़ेगा। इस प्रयास के इंटरवल में एक चमचकारी की प्रतिभा होनी चाहिए।

6. बाद में पत्तियों को मिटा दें और इंतजार करें कि कश्मीरी रंग वाली खेती करने वाली खेती करें। यह एक सामान्यतः दो कार्यशील समय होता है।

7. अंत में, आपको पेड़ की सख्‍सीयत के माध्यम से उबली हुई आधार पर एक संतति का कॉर्टन चयन करना होगा। उबले हुए प्रांणी को बारीकी से घुमाकर खंडज, हेड वॉली लीफ़ भूसी के आसपास का क्षेत्र होना चाहिए।

8. पत्तेदार वृक्षों को पहचानने के लिए आपको पांवों को फि रिज करना होगा। इस प्रक्रिया केवल बच्चों के लिए है जिनमें कोई कीड़ा-अरूण नहीं है।

आशा है कि यह पोस्ट आपको क्रीपिंग थाइम की मेथड को समझने में मदद करेगी। इसे अपने खेत में या बगीचे में उगाने के फायदे देखने के लिए आपको सबसे पहले यह प्रयास करना चाहिए। यह आपके उद्यान को सुंदरता और प्राकृतिकता से भर देगा और आप उसे एक आकर्षक और खास बना सकते हैं।

क्रीपिंग थाइम की खेती कहां होती है ( Where is Creeping thyme Farming done?)

क्रीपिंग थाइम या क्रीपिंग खुश्बूदार दलियाँ, एक प्रभावी और उपयोगी जड़ी बूटी होती हैं जो प्रायः फार्मिंग के उद्योग में उत्पादन किया जाता है। यह गहरे हरे रंग की सम्पूर्ण चट्टानी पौधे में बदलने की योग्यता के कारण प्रसिद्ध हैं। इनकी समृद्ध आर्थिक संभावनाएं हैं प्राकृतिक भव्यता और गढ़वा स्थलों जैसे कीटाकारी आदि को हटा सकती हैं और पशुओं के खाद्य के बिंदु मिलने वाली हैंं। इनके उगाए गए वनस्पतियों से मापने के बाद, सबसे महत्त्वपूर्ण व्यापार क्षेत्र यूरोप और नॉर्थ अमेरिका हैं, लेकिन आजकल इन्हें दुनियाभर में छतों, टंकीय ब जगहों, इमारतों के चमड़ों और आवासों के बगीचों में भी उगाया जा रहा है।

क्रीपिंग थाइम को फार्मिंग करने के लिए, एक उपयुक्त मिट्टी में वृद्धि करने वाला मूल्यवान फसल हो सकता है। यह फसल अधिकांश छोटे पौधों की तरह उगाई जाती है और घास के ढेर और छोटे फूलों की एक भरपूर विकास के रूप में विश्वसनीय भूमि आवश्यकता होती है। इन्हें बहुत कम पानी और समय लगातार धूप के साथ रखने की ज़रूरत होती है, और इन बातों को ध्यान में रखते हुए किसानों को अभी इनके उगाने में मदद करने के लिए सटीक मार्गदर्शन और सलाह प्राप्त करना चाहिए।

क्रीपिंग थाइम फार्मिंग उच्च गुणवत्ता वाली खुदाई और पदार्थों के लिए वनस्पती के नुकसान को कम करने में मदद करती है। इसके साथ ही, यह खाद्यतंत्र में पोषण और पाठ बढ़ाती है, शुद्धता की गारंटी प्रदान करती है, और प्रदूषण को आपत्ति करने की सक्षमता रखती है। क्रीपिंग थाइम की खेती आर्थिक रूप से लाभदायक हो सकती है, क्योंकि इसकी मांग और उपयोग आजकल बहुत बढ़ रही है, विशेष रूप से पेशेवर चिकित्सा, खाना उद्योग, चाय, तेल, घास विक्रेता, एहसास और पर्यटन उद्योग में।

क्रीपिंग थाइम/Creeping thyme FAQs

Q1: क्रीपिंग थाइम पौधे क्या होते हैं?
A1: क्रीपिंग थाइम पौधे छोटे सुंदर घास की तरह की एक छोटी पौधा होती हैं जिनकी चमकदार हरी पत्तियां होती हैं।

Q2: क्रीपिंग थाइम पौधे को कहां से खरीद सकते हैं?
A2: क्रीपिंग थाइम पौधे नर्सरी या ऑनलाइन गार्डनिंग स्टोर से खरीदे जा सकते हैं।

Q3: क्रीपिंग थाइम किस तरह की मिट्टी में उगाया जा सकता है?
A3: क्रीपिंग थाइम खेती खासकर जलीय पादपों के लिए उचित रखने वाली अच्छी निचली मिट्टी में उगाया जा सकता है।

Q4: क्रीपिंग थाइम प्लांट्स को किस तरह से प्रकाश की आवश्यकता होती है?
A4: क्रीपिंग थाइम प्लांट्स को साय और सूर्य की चमक में अच्छा विकास होता है। पूरे दिन में कम से कम 6-8 घंटे प्रकाश की आवश्यकता होती है।

Q5: क्रीपिंग थाइम पौधे को कितनी गहराई में लगाना चाहिए?
A5: क्रीपिंग थाइम पौधों को 1 सेंटीमीटर गहराई में लगाना चाहिए। इससे उनका मजबूत विकास होगा।

Q6: क्रीपिंग थाइम पौधों को कितनी दूरी पर प्लांट करना चाहिए?
A6: क्रीपिंग थाइम पौधों को आपकी इच्छित उच्चता और मोटाई के हिसाब से 15-30 सेंटीमीटर की दूरी पर प्लांट करना चाहिए।

Q7: क्रीपिंग थाइम के पौधे को किस तरह से सींग काटते हैं?
A7: क्रीपिंग थाइम के पौधों को खरीदने के पश्चात सींग को 1 सेंटीमीटर से काट दें और उन्हें अपने खेती क्षेत्र में धरा प्रदान करें।

Q8: क्रीपिंग थाइम की व्यापारिक महत्ता क्या है?
A8: क्रीपिंग थाइम गहन कोढ़ारीयों के आकर्षक चक्रियों के लिए एक लोकप्रिय पौधा है। इसे मेडिटेशन और एयरोमाथेरेपी के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

Q9: क्रीपिंग थाइम पौधों का वापस ढेखेंगे कैसे?
A9: क्रीपिंग थाइम पौधों को ढेखने के लिए उन्हें खींच लें या ट्रिम करें ताकि वे सुंदर और घने बने रहें।

Q10: क्रीपिंग थाइम पौधे में रोग और कीटनाशकों का सामना कैसे किया जा सकता है?
A10: कीट रोगों से बचने के लिए, क्रीपिंग थाइम पौधे को उचित देखभाल देनी चाहिए, निर्यात रोगजनक पादपों को नष्ट करना चाहिए और अन्य प्राकृतिक कीटनाशकों का उपयोग किया जाना चाहिए।

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