इम्पेशंस पौधे की जानकारी: इतिहास, पहचान, प्रकार, महत्व, फायदे, खेती, नुकसान

By Sumati Surya

इम्पेशंस का फूल संसार में एक अद्वितीय सुंदरता की प्रतीक है। यह अनेक प्रकार के फूलों में से एक है और इसकी सुंदरता, उच्च समारोह व विभिन्न रंगों की विविधता के कारण लोगों के द्वारा बगीचे की अन्य मित्रों के रूप में काफी मान्यता प्राप्त है। यह फूल प्रमुख रूप से एशिया में पाया जाता है, लेकिन इसे अन्य क्षेत्रों में भी खेती की जा सकती है।

इम्पेशंस एक सर्बप्रिय फुल्ली है जो आमतौर पर वर्षा के मौसम में नजर आता है। इसके फूल एकार्सीय छत्र जैसे होते हैं, जिनमें धीमी मुड़त रंग बिखराते हैं। यह फूल मुख्यतः पिंक, लाल, पीला, नारंगी, बैंगनी और सफेद रंग में पाए जाते हैं। उनकी उच्चता काम या बांधाई प्राप्त कर सकती है और इसके डबल पेटल्स काफी खरीदे जाते हैं ताकि इसकी खुबसूरत प्रकृति का पूरा लाभ उठाया जा सके।

इसे वृक्ष रूप में या छोटे संवर्गों में निर्माण करने के लिए कटथल वृक्ष की तरह उपयोग किया जा सकता है। इसे भीतरी और बाहरी उपयोग दोनों के लिए बोन्साई रूपों में संरचित किया जाता है। इसकी संरचना बराबर स्पेशल और सुंदर हो सकती है जो हर किसी की आंखों को मोह लेती है। यह बगीचे, मंदिरों, बालकनी और कमरों में पर्याप्त सर्वनाश रूप में हो सकता है और उनमें गहरा रंग तथा सुंदरता जोड़ सकता है।

इम्पेशंस का फूल आमतौर पर शान्ति, प्रेम और क्षमा के प्रतीक के रूप में प्रशंसित होता है। उनकी कुछ जातियाँ एक और ग्राहक हो सकती हैं जो अफसोस से रंग-रंग कुछ अधिक वेगवान हैं। इम्पेशंस फूल जटिल पर्यावरण में अपनी जीवनपथ को जीना सिखाते हैं और हमें यह याद दिलाते हैं कि सोचने के तंत्र और अधिक समय का आनंद लेने की आवश्यकता होती है। यह हमें धैर्य और संतुलन का बोध कराता है, जो हमारे जीवन में आवश्यक होता है। इसके अलावा, इम्पेशंस फूल यह भी प्रकट करते हैं कि हर किसी का एक अपना समय होता है, जिसे हमें समय पर प्राप्त करना चाहिए।

Contents

इम्पेशंस क्या है? (What Is Impatiens?)

इम्पेशंस (Impatiens) या इम्पैशंस फूल एक फूलों की विशाल प्रजाति है जो उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाई जाती है। इनके फूलों का आकार और अनुभव प्रजाति के अनुसार भिन्न हो सकता है, लेकिन सामान्यतया इनके फूल बड़े और रंगीन होते हैं। इनका रंग विभिन्न विविधताओं में हो सकता है, जैसे नीला, लाल, पीला, सफेद और गुलाबी।

इम्पेशंस पर्यावरण में आम तौर पर आसानी से मिल जाते हैं और उन्हें ज्यादातर गन्धपुष्प परिवार के रूप में पहचाना जाता है। ये फूल संतानशील होते हैं और मुख्य रूप से प्रजनन द्वारा इनके बीजों द्वारा पैदा होते हैं।

इटालियन इम्पेशंस (Impatiens walleriana) सबसे प्रसिद्ध प्रजाति है जो किन्नरी का छटपटा बनाने के लिए विकसित की गई है। इनके पुष्पों की रंगबिरंगी और लंबे स्थानिक अवस्थान के कारण, इटालियन इम्पेशंस सबसे अधिक बिकने वाले घरेलू पौधे में से एक है। इनको अपार्टमेंट बागवानों, सड़क विभाजन, पार्क आदि में बेहद पसंद किया जाता है क्योंकि इन्हें हर्षार्थी फूलों की बहुसंख्यकता, वैशिष्ठ्य और अवश्यकता कम संतानशीलता के कारण माना जाता है।

इम्पेशंस एक नमाठी, हल्की, सफेद, पाने का सुप, एक औषधीय पौधा है और मुख्य रूप से ताजगी, भूत औऱ दर्द कम करने में मदद करने के लिए इस्तेमाल होती है। इन पौधों के पत्तों और तनों को बाँधने से मृगपिंडी (एक प्रकार का विषाणु) के नमूने के साथ किसी कोईखाद से लिए गए और इसमें Ekzema, खरोई और अन्य त्वचा संबंधी रोगों के इलाज में सबसे अधिक उपयोगिता पाई गई है।

इम्पेशंस का इतिहास (History Of Impatiens )

इम्पेशंस या Impatiens एक छोटी सी पौधे में से एक है, जिसकी गहन पतली और स्वच्छ पत्तियाँ होती हैं। इनके फूल अलग-अलग रंगों में पाए जाते हैं, जैसे लाल, गुलाबी, नीले और सफेद। ये पौधे अधिकांशतः शेर और घास के निचे पाए जाते हैं।

Impatiens का नाम यूनानी शब्द “Impatiens” से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है “अस्थायी”। इसका कारण है इस पौधे के फलों की आवाज जो जब बीच में दबायी जाती है, तो फलों के बीज सोख जाते हैं और फूल अपनी जगह से तुरंत छोड़ देते हैं। इसलिए इसे ‘अस्थायी’ भी कहा जाता है।

Impatiens का इस्तेमाल आयुर्वेद में भी होता है, जहां इसके पत्तों और फूलों का सेवन कर पुरानी पेशाब में विषाक्त तत्वों को नष्ट करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इन्हें देखने से मन और मस्तिष्क को शांति मिलती है और स्नान करने के बाद भी फूलों का उपयोग स्किन आयरिटेशन रोकने के लिए किया जाता है।

Impatiens के बारे में आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, इसकी जड़ों और पत्तियों में विषाक्त तत्व पाए जाते हैं, जिनका उपयोग कई चिकित्सीय उपचारों में किया जाता है। ये तत्व इम्यूनिटी सिस्टम को सुधारते हैं, गठिया को कम करने में मदद करते हैं और शरीर के अंदर फ़्लुइड बालरोग को नष्ट करते हैं।

यदि आप इम्पेशंस के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो इस पौधे के बारे में और जानकारी प्राप्त करने के लिए किसी प्लांट रिसर्चर से मिलें। वे आपको इस पौधे के बारे में और भी अनुभव और वैज्ञानिक तथ्य प्रदान कर सकते हैं।

इम्पेशंस की प्रकार (Types Of Impatiens)

इम्पेशंस या इंपेशंस (Impatiens) पौधे जो छोटी फूलों वाले होते हैं, उनके कई प्रकार होते हैं। यहां हम कुछ उन प्रमुख प्रकारों के बारे में बता रहें हैं, जिन्हें 6वीं कक्षा के छात्र आसानी से समझ सकते हैं:

1. वॉलरवियाना (Walleriana): यह सबसे प्रसिद्ध प्रकार है और बगीचों में आमतौर पर पाए जाते हैं। इनके छोटे-छोटे फूल पट्टियों की वजह से ये बहुत मनमोहक और आकर्षक लगते हैं।

2. शीमेंगेंसिया (Siamensis): इनके पत्ते और फूल छोटे होते हैं और उनका रंग गहरा होता है। ये पौधे प्रकृति में जल का प्रतीक होते हैं, इसलिए इन्हें अरमानबिना भी कहा जाता है।

3. नियु गिनिया (New Guinea): इनके पत्ते बयार के जैसे आकार के होते हैं और इन पौधों के फूल पुरे वर्ष में आपको खिलाए जा सकते हैं। इनके फूल एक शानदार रंगीनी के साथ आते हैं, जिससे ये आपके बगीचे को सजावटी बना सकते हैं।

4. आयोला (Aiolia): ये पौधे बगीचों में प्रमुखतः लगाए जाते हैं और इनके पत्तों पर सफेद धब्बे होते हैं। इनके फूल सफेद और मध्‍यम आकार के होते हैं, जो इन्हें और भी खूबसूरत बनाते हैं।

5. सांग्पो आइनसीआ (Sangpoensis): इन पौधों की सुंदर गहरे लाल या नारंगी रंग की फूलों की खासियत होती है। इन्हें बगीचे में लगाने से एक खास ताजगी और आकर्षकता का महसूस होता है।

ये थे कुछ प्रमुख इम्पेशंस प्रकार जिनके बारे में 6वीं कक्षा के छात्रों को सरलता से समझाया जा सकता है। इन्हें अपने बगीचे में लगाकर आप बगीचे की सुंदरता बढ़ा सकते हैं।

अन्य भाषाओं में इम्पेशंस के नाम (Impatiens Names In Other Languages)

इम्पेशंस” (Impatiens) एक प्रकार का फूल पौधा है, जिसे विशेष रूप से उसके ताजगी और रंगीन फूलों के लिए पहचाना जाता है। इसे विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। यहाँ कुछ प्रमुख भाषाओं में इम्पेशंस के नाम दिए जा रहे हैं:

अंग्रेजी: Impatiens, Busy Lizzie
स्पेनिश: Impatiens
फ्रेंच: Impatiente
जर्मन: Fleißiges Lieschen, Springkraut
इतालवी: Impatiens
पुर्तगाली: Impatiens, Maria-sem-vergonha
रूसी: Нетерпеливка (Neterpelivka)
चीनी: 无耻草 (Wúchǐ cǎo)
जापानी: インパチェンス (Inpachensu)
कोरियाई: 임패션스 (Impaensu)

कृपया ध्यान दें कि ये अनुवाद अभिप्रेत अर्थ के आधार पर किए गए हैं और वास्तविक स्थानीय उपयोग से थोड़ा भिन्न हो सकते हैं।

इम्पेशंस के उपयोग (Uses Of Impatiens)

इम्पेशंस या इम्पैशेंस (Impatiens) पौधों की एक बड़ी प्रजाति है जिसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इसे छठरा के परिवार में विशेष रूप से माना जाता है और यह एक प्रसिद्ध मधुमेह औषधि भी है। इसका उपयोग निम्नलिखित कारणों के लिए किया जाता है:

1. मधुमेह का इलाज: इम्पेशंस पत्तियों और फूलों में मधुमेह रोग के इलाज के लिए उपयोग होता है। इसमें पाए जाने वाले वानस्पतिक तत्व रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

2. स्किन के लिए उपयोग: यह पौधा स्किन की समस्याओं के उपचार में भी उपयोग होता है। इसके तेल का प्रयोग त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाने में मदद कर सकता है।

3. पेट की समस्याओं के उपचार: इम्पेशंस के पत्तों का प्रयोग पेट की समस्याओं जैसे पेट दर्द, पेट की गैस, और पाचन संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए किया जा सकता है।

4. अन्य उपयोग: यह पौधा आंत, खून, गले, और श्वसन नली जैसी अन्य रोगों के उपचार के लिए भी उपयोगी हो सकता है। इसे घास, फल, नेट, या तेल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

इम्पेशंस (Impatiens) का उपयोग उचित मात्रा में किया जाना चाहिए और इसे डॉक्टर की सलाह के बिना इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

इम्पेशंस के फायदे (Benefits Of Impatiens)

1. इम्पेशंस एक पौधा है जिसमें विभिन्न प्रकार के पुष्प पाए जाते हैं, जो इसको खास बनाते हैं।
2. यह पौधा मानसिक तनाव को कम करने में मददगार सिद्ध होता है। इसका इस्तेमाल अधिकतर लोग शांतिदायक और सक्रियता बढ़ाने वाले वातावरण में करते हैं।
3. यह पौधा शरीर की ऊर्जा को बढ़ाता है और ताकत को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके सेवन से शरीर में ताजगी आती है और कार्य करने की क्षमता बढ़ती है।
4. इम्पेशंस आमतौर पर दांतों के स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। इसके सेवन से मसूड़ों के स्वास्थ्य में सुधार होता है और मसूड़ों के रोगों की संभावना कम हो जाती है।
5. यह पौधा शरीर के रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मददगार होता है और रक्त संचार को सुधारता है। इसके सेवन से हृदय रोगों की संभावना में कमी आती है।
6. इम्पेशंस का रस पीने से पाचन क्रिया मजबूत होती है और खाने को अच्छी तरह से पचा लेते हैं। इसके सेवन से पेट संबंधी समस्याओं में सुधार होता है और खाना अच्छे से चबाकर पचाने में मददगार होता है।
7. यह पौधा त्वचा के स्वास्थ्य को सुधारता है और चमक लाता है। इसका रस त्वचा पर लगाने से चेहरे की रंगत निखरती है और त्वचा स्वस्थ बनी रहती है।
8. इसका सेवन सर्विकाण्ड (ऑलस्पाइस) के लिए भी उपयोगी होता है, जो बाहरी घावों, चोटों और छालों की संशमन में मदद करता है।

इन सभी फायदों के साथ, इम्पेशंस एक सस्ता और आसानी से उपलब्ध पौधा है जो बगीचों को सजावटी और आकर्षक बनाने के लिए भी उपयोगी है।

इम्पेशंस के नुकसान (Side effects Of Impatiens)

इम्पेशंस (Impatiens) एक पोपुलर पौधे की विविधता से भरपूर सप्ताहिक, शादीशुदा या एक वर्षांत पौधा है। इसके आकार के कारण, व्रट्स के लिए एक महान विकल्प होता है। इसे अधिकांशतः घर में बागवानी, गमलों, टोपीयों या छोटे-मोटे बेड में उगाया जा सकता है। इम्पेशंस में विशेष रूप से दिखाई देने वाले पुष्पों के जीवन कायम करने वाले डीसीए कैटे होते हैं जो इसे एक मायं पदार्थ बनाने में मदद करते हैं।

इंट्रोडक्शन:
इम्पेशंस एक सुंदर, विविध और आकर्षक पौधा है जो घर और बगीचे को सजाने के लिए अच्छा विकल्प है। यह समीपद और दिन-ब-दिन परवानगी वाला पौधा है जो आपको पुष्पों के साथ अवधि देता है। लेकिन, जैसा कि हर पौधे के साथ होता है, इम्पेशंस के भी कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जिन्हें हम निम्न रूप में देखेंगे।

साइड इफेक्ट:
1. दुविधा: इम्पेशंस के सेवन से, कुछ लोगों को थोड़ी उच्चता, अस्तव्यस्तता और दुविधा की समस्या हो सकती है। इन लोगों को इस्तेमाल करने से पहले एक चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

2. चक्कर आना: कुछ लोगों को इम्पेशंस के सेवन से चक्कर आ सकता है। यदि किसी को चक्कर आते हैं, तो वह इससे दूर रहने के लिए तुरंत अंकुरित शरबत पीने की सलाह दें।

3. त्वचा एलर्जी: कुछ लोगों को इम्पेशंस के संपर्क में त्वचा पर एलर्जी हो सकती है। इसके चलते, एक लोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह पूरी तरह से संयमित रहे और इम्पेशंस से होने वाली संपर्क से बचें।

4. पेट की तकलीफ: अगर कोई यह दवा सेवन करता है और उन्हें पेट में तकलीफ होती है, तो इसे प्रत्यक्ष कारण नहीं माना जाना चाहिए। पहले एक डॉक्टर को सलाह देना चाहिए।

5. हॉर्मोनल परिवर्तन: कुछ महिलाओं ने सूचीबद्ध किया है कि वे इम्पेशंस के सेवन के बाद हॉर्मोनल परिवर्तन के प्रतीकों का अनुभव करती हैं। फिर भी, इसे एक मनोवैज्ञानिक सलाह नहीं माना जाना चाहिए, क्योंकि एक व्यक्ति के हॉर्मोन निर्माण और गतिविधित्व पर भी कई अन्य कारकों का प्रभाव हो सकता है।

सावधानियां:
– इम्पेशंस के सेवन के बाद यदि आप किसी अनुवादी समस्या या बीमारी का सामना करते हैं, तो आपको तुरंत एक डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
– यदि आपकी त्वचा में एलर्जी आती है, तो तुरंत इसका सेवन बंद करें और एक चिकित्सक से परामर्श लें।
– कोई भी पूछेंगे तांदवज़ करते हैं या विधान में विशेष स्वास्थ्य सूचना उपलब्ध करा सकते हैं।

नोट: इस पोस्ट में दी गई सलाह केवल सामान्य सूचना के लिए है। इसे अपने चिकित्सक से परामर्श लेने के बाद ही आवश्यक रूप से इस्तेमाल करें।

इम्पेशंस का पौधे की देखभाल कैसे करें (How To Take Care Of Impatiens Plant)

इम्पेशंस या इंपेशंस (Impatiens) पौधे वानस्पतिक विविधता और सुंदरता के लिए जाने जाते हैं। ये अपार रंगों में खिलने वाले फूलों के साथ भी अच्छी तरह से जाने जाते हैं। ये पौधे आधिकांशतः उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के लिए उपयुक्त होते हैं, जहां धूप और तापमान में उच्च स्तर होता है।

इस प्रकार के पौधों की देखभाल करना सरल होता है। यदि आप अपने इम्पेशंस पौधों की इच्छाओं को पूरा करना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

1. जलने की सुविधा: इंपेशंस पौधे जलने के लिए सकारात्मक होते हैं, इसलिए ध्यान दें कि आपकी पौधा जलने की सुविधा प्राप्त कर सके। इसके लिए, एक उपयुक्त ढंकने वाले पोट में जड़ें डालें जो पौधे को पर्याप्त पानी प्रदान कर सकें। याद रखें, इंपेशंस के पौधे पानी चाहते हैं, लेकिन नम होने वाले माटी से अवश्यकता से ज्यादा नष्ट हो सकती है, इसलिए मूसलाधार पानी नहीं दें।

2. प्रकाश: इंपेशंस पौधे मध्यम या तेज प्रकाश वाले स्थानों को पसंद करते हैं। इन पौधों को सीधे सूर्य के सामने रखना उन्हें अच्छा प्रकाश प्रदान करेगा। तापमान कभी भी 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं जाना चाहिए, इसलिए इन्हें सफेदी देने के लिए ताल खड़ी करने की आवश्यकता हो सकती है।

3. उर्वरता: इंपेशंस में उर्वरता की आवश्यकता होती है, इसलिए ये पौधे हर दिन ठीक से पानी प्राप्त करना चाहिए। पानी दीर्घकालिक रूप से सूखने नहीं देना चाहिए, जो आपके पौधे को सुषमर कर सकता है। सुखाने के बाद गहरे पानी में पौधे को भिगोना भी आवश्यक है।

4. खाद्य सामग्री: इम्पेशंस पौधे को संतुलित मिट्टी के साथ पालतू मिट्टी में लगाना चाहिए। प्रपात्र गार्डनिंग स्टोर से अनुकूलित कंटेनर का चयन करें और एक संवेदनशील मिट्टी को मिश्रित करें। इन पौधों को समय-समय पर इशारों की आवश्यकता हो सकती है, जिसके लिए आपको इन्हें खाद्य सामग्री देनी पड़ सकती है। एक गर्मियों और शरद ऋतु में उच्च कुल्हाड़ी खाद्य सामग्री अपार फूल विकसित करने के लिए प्रदान कर सकती है।

इस तरह से इंपेशंस पौधे की आप देखभाल कर सकते हैं और इनकी खूबसूरत फूलों का आनंद ले सकते हैं। इन प्रभावी पौधों को गहरी समृद्ध मिट्टी में उच्च प्रकाश और नमी देकर आप एक सुंदर बगीचे की सृजना कर सकते हैं।

इम्पेशंस के पौधे का सांस्कृतिक उपयोग (Cultural Uses Of The Impatiens)

इंपेशंस (मेथलन्थसीस) एक पौधे का नाम है जो हिमालय और उसके आस-पास के इलाकों में पाया जाता है। यह पौधा मुख्य रूप से रंगीन फूलों के लिए जाना जाता है। इसके फूल छोटे, सभ्य और अलग-अलग रंगों में होते हैं, जिनमें पीला, लाल, नारंगी, गुलाबी, सफेद, श्वेत, बैंगनी, और बौद्धिक रंग शामिल हो सकते हैं। यह पौधा ज्यादातर गर्मी और नमी संबंधी जगहों में अच्छी तरह से उगता है।

इंपेशंस के लाभों की चर्चा करें, इसे आमतौर पर ड्राई मैदानों, शंकु और छोटे-बड़े फूलदार बागों में पॉट और बेडियों पर लगाया जाता है। इसका व्यापारिक उपयोग रंगीन फूलों के लिए किया जाता है, जिसे बाजार में बहुत महंगा बेचा जाता है। इंपेशंस का इस्तेमाल दो तरीकों से किया जाता है – एक इसे लंबी बागवानी में वन्यमूल्य फूलों के रूप में ईंधन के रूप में प्रयोग करके और दूसरे, हरे पौधों के देखभाल एवं समूहों में सशक्त रूप में बगीचे के दृष्टिगामी छोटे बगीचों में पौधों की बागवानी के रूप में।

इम्पेशंस का पौधा कहां पाया जाता है (Where Is The Impatiens Plant Found)

इम्पेशंस पौधे एक प्रकार के सुंदर फूलों वाले पौधे होते हैं जो सदियों से लोगों को प्रभावित कर रहे हैंं। इम्पेशंस पूरी दुनिया में पाये जाते हैं, लेकिन उन्हें आमतौर पे अमेरिका, आफ्रीका और एशिया के उम्मीदवार पाकिस्तान और हिमालय में खोजा जा सकता है। इन पौधों की जड़ें आमतौर पर जंगली या शादी शुदा भूमि पर पाई जाती हैं, हालांकि कई बार लोग इन्हें अपने घरों में भी उगाते हैं। यह साधारणतया गर्म और नम हाड़ियों वाले क्षेत्रों में पाया जाता है और पूरे वर्ष में प्रदर्शन करता है।

इम्पेशंस पौधों का सबसे मुख्य विशेषता उनके फूल होते हैं, जो विभिन्न रंगों में पाए जाते हैं जैसे गुलाबी, लाल, नीला, पीला आदि। इनके फूल भी मुख्यतः कांच के साथ अच्छे संयोग प्रदर्शित करते हैं, जिससे उन्हें आकर्षक और चमकदार बनाता है। इनकी बीज गणितीय रूप से ऊच्च उन्नतिशीलता वाले बीज पकओड़े की आकृति में होते हैं।

इम्पेशंस पौधों को घास या फूलदार तटीय वनस्पति के रूप में देखा जा सकता है, जो उन्हें अन्य पौधों से अलग बनाती हैं। ये पौधे सदियों से लोगों के द्वारा पसंद किए जा रहे हैं, ज्यादातर उनकी आकर्षकता के कारण। इनके फूल और पौधों की सुंदरता और सहजता के कारण, ये पौधे आमतौर पर बगीचों और आकाशीय खिड़कियों में इस्तेमाल किए जाते हैं।

इम्पेशंस की प्रमुख उत्पादन राज्य (Major Producing State Of Impatiens)

इम्पेशंस या इम्पेशंस मेजर जो कि एक पौधें होती हैं, उनकी प्रमुख उत्पादन भारतीय राज्यों और देश में होती है। इन पौधों की विशेषता है कि वे धूप में पनप सकती हैं और आर्द्रता में मतवाली जगहों पर भी अच्छे स्वस्थ बनी रह सकती हैं। यह एक ज्वीन और आकर्षक पौधा है जो आमतौर पर खूबसूरत फूलों के लिए जानी जाती है।

इन पौधों का मानवीय उपयोग अनेक तरीकों से होता है। इम्पेशंस उत्पादों के माध्यम से कई विभिन्न मेडिसिनल गुणों को प्राप्त किया जा सकता हैं, जैसे कि शांति और तनाव को कम करने के लिए उपयोग होती हैं। इन्हें आयुर्वेदिक औषधि भी माना जाता हैं, जिसका उपयोग आंखों के रोगों, कमर दर्द और कैंसर के इलाज में भी किया जाता हैं।

भारतीय राज्यों में इम्पेशंस की मुख्य उत्पादन वाणिज्यिक रूप से उद्योगिता की जाती है। मुख्यतः, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, जार्खंड और उत्तर प्रदेश में इन पौधों की प्रमुख उगाई जाती हैं। इन राज्यों में इम्पेशंस की वाणिज्यिक खेती एवं उत्पादन कर उन्नति के उदाहरण प्रस्तुत होते हैं।

साथ ही, भारत के अलावा इम्पेशंस पौधों की प्रमुख उत्पादन वाणिज्यिक दृष्टि से कई अन्य देशों में भी होता हैं। इनमें से कुछ प्रमुख देशों में चीन, जापान, थाइलैंड, मलेशिया, फिलीपींस, अफ्रीका और यूरोप शामिल हैं। ये देश इम्पेशंस का उद्योग पूरा करने के लिए जाने जाते हैं और इसे मेडिसिनल उपयोग के लिए भी निर्माण करते हैं।

इस प्रकार, इम्पेशंस या इम्पेशंस मेजर पौधों को भारत और अन्य देशों में उद्योगिता के माध्यम से व्यापारिक रूप से उत्पादित किया जाता है। इसे विभिन्न स्वास्थ्य लाभ और आकर्षकता के लिए प्रशंसा किया जाता है और इसका उपयोग कई उद्योगों और आयुर्वेदिक उपचारों में किया जाता हैं।

इम्पेशंस के पौधे के चिकित्सा गुण (Medical Properties Of Impatiens)

इम्पेशंस (Impatiens) एक पौधे का नाम है जिसके फूलों का रंग आमतौर पर लाल, गुलाबी या सफेद होता है। इस पौधे का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में विभिन्न सामान्य और रोगों के इलाज के लिए किया जाता है। यह पौधा पानी वाली जगहों में अधिक मात्रा में पाया जाता है।

इसका प्रयोग निम्नलिखित रोगों और स्थितियों के लिए किया जाता है:

1. उच्च रक्तचाप: इम्पेशंस के पत्तों का पानी उच्च रक्तचाप नियंत्रण करने में मददगार साबित होता है।

2. मस्तिष्क के रोग: यह पौधा मस्तिष्क संबंधित समस्याओं में उपयोगी होता है, जैसे कि ह्यूपरएक्टिविटी (अत्यधिक गतिशीलता), भ्रम (संशयपूर्ण अवस्था) और स्मृतिशक्ति में कमी।

3. त्वचा समस्याएं: इम्पेशंस का प्रयोग त्वचा समस्याओं के लिए भी किया जाता है, जैसे छाले, खुजली और जलन।

4. स्नायु संबंधी समस्याएं: इसका उपयोग स्नायु दर्द, मोच और दर्द को कम करने में किया जाता है।

5. स्त्री स्वास्थ्य: इम्पेशंस का प्रयोग मासिक धर्म संबंधित समस्याओं में भी किया जाता है, जैसे नियमित मासिक धर्म की कमी और अनियमित धर्मों को नियंत्रित करने में।

6. पेट संबंधी समस्याएं: यह पौधा पेट के रोगों में भी उपयोगी होता है, जैसे पेट दर्द, ओलादी, एसिडिटी और उल्टी।

इम्पेशंस पौधे का उपयोग आमतौर पर आयुर्वेदिक चिकित्सा में पत्तों, पौधे और पौधों के बीजों की दवाओं के रूप में किया जाता है। हालांकि, सलाह लेने से पहले हमेशा एक डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह लेना चाहिए।

इम्पेशंस का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name Of Impatiens)

इम्पेशंस या Impatiens का वैज्ञानिक नाम Balsaminaceae परिवार की एक फूलदार पौधे की जाति है। इसकी विशेषता है कि इसके फूल अत्यंत रंगीन होते हैं और इसे आमतौर पर छत्तों और उर्मियों पर लगाने के लिए पसंद किया जाता है। यह पौधा औसतन 12 से 18 इंच की ऊँचाई प्राप्त करता है और इसका बड़ा हिस्सा भूलभुलैयाँ और संग्रहालयों में यहां तक कि घरों में भी पाया जाता है।

इम्पेशंस का वैज्ञानिक नाम सभी भाषाओं में इसी तरह चला आता है, चाहे वह हिंदी हो या अंग्रेजी। मतलब तो केवल उपनाम समझने की आवश्यकता होती है। इम्पेशंस फूल इसमें से एक होते हैं जिनकी गहरी लाल या नीले रंग में छटा होता है, और वे घनी पुष्प संरचना में बने होते हैं, जिसके कारण इसे ‘छत वाला पढ़ोसी’ के नाम से भी जाना जाता है। यह छतों की रौशनी में भी अच्छी तरह विकसित होता है और इसलिए इसे उपयोगी माना जाता है। इम्पेशंस पौधा नारियली जैसी बालियाँ होती हैं, जो कि उसे भिन्न और खास बनाती है। यह एक प्रकार का फूलदार पौधा है, जिसको दिखने में खूबसूरती और रंगों की विविधता देने के लिए पसंद किया जाता है।

इम्पेशंस की खेती (Impatiens Cultivation)

इम्पेशंस, यानी कि दुःखीमती फूल, एक प्रकार का पौधा है जो प्रमुख रूप से ठिठुरने वाले फूलों के लिए प्रसिद्ध है। यह बड़े पौधों, छोटे पेड़ों और जड़ी-बूटियों के रूप में पाया जाता है और इसकी बेहतरीन उपज खाद्य फूलों की होती है।

यदि आपके पास खेती के लिए उचित स्थान है, तो इम्पेशंस्स का उगाना आसान हो सकता है। यह पौधा धूप तोलने की क्षमता है, इसलिए धूप में उगाया जाना आवश्यक है लेकिन यह प्रतिरोधी कपड़ों से बाधाओं का भी सामना कर सकता है।

आप इम्पेशंस पौधे को बुआई से या सप्लीटिंग मेथड के माध्यम से उगा सकते हैं। सप्लीटिंग मेथड में, पौधा खुदाई के माध्यम से और फिर भी जीवित जब तककि 3-4 इंच के स्थान पर इसे काट दिया जाता है। इससे दो अलग पौधे बनते हैं और उन्हें अलग स्थानों पर रखा जाता है। पाणीय या मृदा नमी बनाने के लिए आप मल्साई खाद और काम करा जमीन का उपयोग कर सकते हैं।

इम्पेशंस की देखभाल करने के लिए, ध्यान देने योग्य बातें शामिल हैं। पौधे को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन पानी की मात्रा को नियंत्रित रखें, सतही परीक्षण निपटशक निष्क्रिय शेखरीपार बनाए रखें, और रेगुलर निपटशक निपटशाल निरंतर अपलोड करें। प्री-मिक्ष्चर्ड मासला सतह को मेधामालों के माध्यम से पोषण करता है और वर्षा के दौरान सतह पर पानी इकट्ठा करता है।

फूल से छसकर, आपको पौधे की देखभाल करनी होगी और और सिंचाई करनी होगी, ताकि यह स्वस्थ रहे और उच्चतम प्रीतियों को उत्पन्न कर सके। समय-समय पर सड़न हटाएं, अश्वासन का ध्यान करें, और पूरे वृद्धि के लिए हरे-भरे पौधों को फ़िट करने के लिए खेती का ब्रह्मचर्य करें।

इम्पेशंस की खेती करने के लिए, आपको उपयुक्त मिट्टी, सूरज प्रकाश, पानी और देखभाल के लिए धैर्य की आवश्यकता होगी। इस खेती तकनीक का लाभ उठाने के लिए, इम्पेशंस पौधे के वृद्धि चरण में विग्यान को शामिल करें और इस प्रक्रिया को सुगम बनाएं।

इम्पेशंस की खेती कहां होती है (Where is Impatiens Farming done?)

इम्पेशंस बागवानी, या इंपेशंस फार्मिंग एक प्रमुख मणियों वाले पुष्पी वनस्पति की खेती का नाम है। यह फायलरेंस और जीव नग्नता वाली धरती में आसानी से नस्ल बदलने वाली फसल है। इंपेशंस परिवार में 100 से अधिक प्रजातियां हो सकती हैं, जिनमें से कुछ सामान्य मीसीज प्रजातियां होती हैं जो छोटी और उनकी फुंदा के साथ एक सीधी पौधे बना सकती हैं, जबकि कुछ बड़ी होती हैं और ताड़ने वाली होती हैं।

इम्पेशंस की खेती देश और क्षेत्र के मंडी में हो सकती है। यदि हम इसकी वाणिज्यिक रूप से बात करें, तो इम्पेशंस फार्मिंग उत्पादन क्षेत्र के किनारे या शहरों के निकट हो सकती है। दो साल के बीच महीनों में यह खेती की जा सकती है। यह फसल धान्य, कटहल और ताड़ जैसी प्रमुख फसलों के ऑप्शन के रूप में उठती है।

इंपेशंस फार्मिंग के रूप में, मुख्य देखभाल कार्य बीज उत्पादन, बीज के नर्सरी करंटः और पौधे के गहन विकास की देखभाल पर केंद्रित होता है। इनमें से प्रत्येक काम पूरा करने के लिए विशेष ज्ञान, भूमिगत पर्यवेक्षण और आवश्यक उपकरण आवश्यक होते हैं। पौधों के बीहड़ का ध्यान रखने, समय पर जल की व्यवस्था करने और खराब या अधिक वृद्धि वाले पौधों को हटाने की आवश्यकता होती है। कुछ और फार्मिंग तकनीक शामिल हो सकती हैं, जैसे कि वाणिज्यिक उत्पादन के लिए कटहल की संरचना और फूलों की विकास पर कंपैक्ट प्रशिक्षण।

इस प्रकार, इम्पेशंस फार्मिंग उच्चतम मानकों पर खेती का एक विकल्प प्रदान करती है। उच्च डिमांड और मार्केट मूल्य के कारण, इसमें निवेश और उच्चतम मानकों पर ध्यान देने के साथ आवश्यक व्यवसायिक नजरिए की जरूरत होगी।

इम्पेशंस/Impatiens FAQs

Q1: इम्पेशंस पौधे के लिए सबसे उच्चतम दिनों की आवश्यकता क्या होती है?
A1: इम्पेशंस पौधे को कम से कम 4 से 6 घंटे रोज़ाना धूप की आवश्यकता होती है.

Q2: इम्पेशंस पौधे को कितनी मात्रा में पानी देना चाहिए?
A2: इम्पेशंस पौधे को मात्रा में पानी देने की आवश्यकता होती है, लेकिन सुनिश्चित करें कि मिट्टी पूरी तरह से सुखी नहीं हो जाती है.

Q3: क्या इम्पेशंस पौधे शूषण बीमारी से प्रभावित हो सकते हैं?
A3: हां, अगर इम्पेशंस पौधों को अधिक से अधिक पानी दिया जाता है और मिट्टी में जल जमा होता है, तो यह शूषण बीमारी के लिए प्रतिस्पर्धी हो सकते हैं.

Q4: इम्पेशंस पौधे को कितनी उच्चाई तक बढ़ाएं?
A4: इम्पेशंस पौधे आमतौर पर 10 इंच (25 सेमी) तक ऊँचा हो सकते हैं, हालांकि कुछ प्रजातियों में यह ऊँचाई 2 फुट (60 सेमी) तक बढ़ सकती है.

Q5: इम्पेशंस पौधे को छाया में रखना जरूरी है या नहीं?
A5: हां, इम्पेशंस पौधों को धूप में रखना जरूरी है, लेकिन अधिक गर्मी और तीखी धूप से बचें ताकि पौधा झलक न जाए.

Q6: क्या इम्पेशंस पौधे को गर्म और शुष्क जल पसंद होता है?
A6: नहीं, इम्पेशंस पौधे को ठंडे और पोखरी से निकली पानी की पसंद होती है. गर्म और शुष्क जल उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है.

Q7: इम्पेशंस पौधे को कैसे प्रगति दिलाएं?
A7: इम्पेशंस पौधे की प्रगति के लिए कंस्टेंट मिट्टी मूल्यांकन और नियमित खाद-देना अनिवार्य है. ध्यान दें कि प्रकाश की अच्छी उपस्थिति उनकी प्रगति को बढ़ा सकती है.

Q8: इम्पेशंस पौधों की फूलों की खेती के लिए कोनसी सामग्री प्रयोग करें?
A8: इम्पेशंस पौधों की फूलों की खेती के लिए शार्प सैंड या बीच की मृदा का उपयोग किया जा सकता है. सुर्खी, कोम्पोस्ट, और खाद भी आवश्यक हो सकते हैं.

Q9: इम्पेशंस पौधों को कैसे पूरी तरह से बढ़ाएं?
A9: इम्पेशंस पौधों को पूरी तरह से बढ़ाने के लिए नियमित रूप से कटिंग करें और उपयुक्त खाद दें. इन्हें उच्च थाप वाले पौधों के पास मट्टी में रखें ताकि उनकी प्रगति हो सके.

Q10: इम्पेशंस पौधे के लिए कितनी देखभाल की जरूरत होती है?
A10: इम्पेशंस पौधों की देखभाल आसान होती है, लेकिन उन्हें नियमित वॉटरिंग, काटन-प्रवालन और खाद देने की जरूरत होती है. सुनिश्चित करें कि पौधे की छाया और ताजगी की सुविधा होती है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version