प्रकृति ने जीवन को संभालने के लिए हमेशा से ही अपने विविधताओं का उपयोग किया है। फूल एक ऐसा ही आश्चर्य हैं जो प्रकृति ने हमारे लिए दिए हैं। फूलों की खूबसूरती और आकर्षकता को सभी पसंद करते हैं। इनमें से कुछ फूल ऐसे होते हैं जो पानी में खिलते हैं। ये फूल अपने आकर्षक रंगों और अनोखे रूप के लिए जाने जाते हैं।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको पानी में खिलने वाले फूलों के नाम बताएंगे। इन फूलों के नाम हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होंगे। यदि आप फूलों के नामों के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो हमारी पहली ब्लॉग पोस्ट “Flower Names in Hindi & English with Images (150+ फूलों के नाम)” भी पढ़ सकते हैं। इस पोस्ट में हमने 150 से अधिक फूलों के नाम हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दिए हैं।
यदि आप अपने बगीचे में पानी में खिलने वाले फूलों का उगाव करना चाहते हैं या फिर अपने घर के अंदर कुछ सुंदर फूल रखना चाहते हैं, तो ये फूल आपके लिए बहुत ही सार्थक हो सकते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हमने आपको 15 पानी में खिलने वाले फूलों के नाम दिए हैं। इन फूलों का नाम हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में है। इस पोस्ट से आपको पानी में खिलने वाले फूलों की पहचान होगी और आप इन्हें अपने बगीचे में उगा सकेंगे।
Contents
पानी में उगने वाले फूलों का महत्व
जल के अंदर उगने वाले फूलों की खूबसूरती और उनके अद्भुत गुणों से हमें प्रेरणा मिलती है। इन फूलों की आकृति और उनकी खुशबू से हमारा मन प्रशान्त हो जाता है। जल के अंदर उगने वाले फूल हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ये फूल जल में ऑक्सीजन बनाते हैं जो जलीय प्राणियों के लिए बहुत आवश्यक होता है। इन फूलों का पानी में उगाव बहुत आसान होता है और इन्हें खुशकरने की जरूरत नहीं होती है। इसलिए, जलीय जीवन के लिए जल फूलों का उगाव बहुत ही सार्थक होता है। इन फूलों का उपयोग अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। इन्हें आर्टिफिशल पांच रंगों में भी पाया जाता है जिससे कि इनका उपयोग घर की सजावट में भी किया जा सकता है। इन फूलों का उपयोग भी आरोग्य से संबंधित मुद्दों के लिए भी किया जाता है। इन फूलों से बनी चाय शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
जल के अंदर उगने वाले फूलों का उगाव बहुत ही सरल होता है और ये फूल बहुत तेजी से फूटते हैं। इन फूलों में पाये जाने वाले कुछ खास गुण हमें स्वस्थ रखते हैं और विभिन्न बीमारियों से बचाते हैं। जैसे कि कमल, जो कि मस्तिष्क को शांति देता है और चेतना को बढ़ाता है। ताजा कमल के फूलों का सेवन करने से पेट के कई रोग ठीक होते हैं। इसी तरह अन्य फूलों जैसे नीलकंठ, जल चंदन, जल बेल, जलजीहवा आदि के फूल भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इसलिए, जल के अंदर उगने वाले फूल हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इनका उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। हमें इन फूलों के महत्व को समझना चाहिए और उनका समय-समय पर संरक्षण भी करना चाहिए।
20 पानी में खिलने वाले फूल के नाम ( Hindi And English)
No. | Flowers | English | Hindi |
---|---|---|---|
1 | Lotus | कमल | |
2 | Blue Lotus | नीलकमल | |
3 | Water Hyacinth | जलतरंग | |
4 | Water sprite | जलजीवनी | |
5 | Water Jasmine | जल चमेली | |
6 | Water Snowflake | पंच जलक्की | |
7 | Water Lily | जलकमल | |
8 | Water Platter | नलिनी | |
9 | Sea Daffodil | सागर माला | |
10 | Water Poppy | जलरोमल | |
11 | Water Chestnut | जलकुंड | |
12 | Water Caltrop | जलबेल | |
13 | Water Canna | कुंद | |
14 | Palmyra palm | ताल | |
15 | Water Hawthorn | वाटर ह्यासिंथ | |
16 | Water Celery | वॉटर सेलरी | |
17 | Water Smartweed | वॉटर स्मार्टवीड | |
18 | Water Primrose | वॉटर प्रिमरोज़ | |
19 | Water Forget-Me-Not | वॉटर फॉरगेट-मी-नॉट | |
20 | Marsh Marigold | मार्श मेरीगोल्ड |
20 पानी में खिलने वाले फूलों विस्तृत जानकारी
जल हमारे जीवन का अनिवार्य अंग है जो हर जीवन के लिए आवश्यक है। जल के महत्व को समझते हुए, हमारे विश्व में कई प्रकार के फूल पाए जाते हैं जो जल में उगते हैं और उसके सुंदरता को बढ़ाते हैं। ये फूल न केवल सुंदर होते हैं बल्कि इनमें विभिन्न रोगों के उपचार और अन्य उपयोगों के गुण भी होते हैं। जल में उगने वाले इन फूलों को हम पानी में खिलने वाले फूल कहते हैं।
इस लेख में हम 15 पानी में उगने वाले फूलों के नाम और उनकी विस्तृत जानकारी बताएंगे। यह फूल न केवल आपको उनकी सुंदरता का आनंद देंगे, बल्कि इनके उपयोग से आप अपने स्वास्थ्य को भी सुधार सकते हैं। हमारी वेबसाइट पर पहले से ही “25 फूलों के नाम” का लेख मौजूद है जिसमें आप अन्य 25 फूलों के नाम और उनकी जानकारी पा सकते हैं।
1. कमल (Lotus)
कमल फूल एक प्रसिद्ध फूल है जो भारत का राष्ट्रीय फूल भी है। यह एक सफेद, नीले या लाल रंग का होता है। कमल फूल जल पर विकसित होने वाला एक अनोखा फूल है। यह ताजगी और शान्ति का प्रतीक है और हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण फूल माना जाता है। कमल फूल भारत के साथ-साथ दुनिया भर के कुछ अन्य देशों में भी उगाया जाता है जैसे कि थाईलैंड, वियतनाम, चीन आदि। कमल फूल के एक खास गुण है कि इसके फूल, बीज और पत्तियों से कई औषधीय गुण होते हैं। इसका उपयोग आयुर्वेद में भी किया जाता है।
- फैमिली: नेलुंबोनेसेस
- पत्तियों का रंग: हरे
कमल फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | जलीय |
भूगोलिक मूल: | भारत |
पौधे का आकार: | बड़ा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | अधिक |
प्लांट जोन: | जलीय विस्तार |
विविधता: | विस्तृत |
खाद्य वस्तु: | तरल |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | हां |
2. नीलकमल (Blue Lotus)
नीलकमल जल के अंदर उगने वाला एक सुंदर फूल है। यह फूल भारत, थाईलैंड, जावा और वियतनाम जैसे कई देशों में पाया जाता है। यह फूल अपनी नीली रंगत के लिए जाना जाता है और इसकी खुशबू भी बेहद महकती है। इसे जल में उगाया जाता है और इसकी किसी भी भाग को खाने से जलीय रोगों से निजात पाई जा सकती है। नीलकमल का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता है।
- फैमिली: नीलकमल
- पत्तियों का रंग: हरा
नीलकमल फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | जलवायुीय पौधा |
भूगोलिक मूल: | भारत |
पौधे का आकार: | छोटा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पूरा दिन |
प्लांट जोन: | जलीय |
विविधता: | उपलब्ध नहीं है |
खाद्य वस्तु: | नहीं खाया जाता |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | हाँ |
3. जलतरंग (Water Hyacinth)
जलतरंग एक फूल है जो जल में उगता है और अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह फूल बहुत चमकीला और आकर्षक होता है और अपनी अनोखी शांति वाली खुशबू के लिए भी जाना जाता है। यह फूल एक प्रकार का वाणस्पतिक समूह है जो सब्जी के तौर पर उपयोग में भी आता है।
- फैमिली: नहीं जाना जाता
- पत्तियों का रंग: हरा
जलतरंग फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | जलीय फूल |
भूगोलिक मूल: | उदयपुर, राजस्थान, भारत |
पौधे का आकार: | छोटा पौधा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पूर्ण सूर्यास्त के समय |
प्लांट जोन: | जलीय जोन |
विविधता: | नहीं जाना जाता |
खाद्य वस्तु: | नहीं जाना जाता |
विषाक्त: | नहीं जाना जाता |
खुशबूदार: | हाँ |
4. जलजीवनी (Water sprite)
जलजीवनी एक जलीय फूल होता है जो पानी में खिलता है। इसके पत्ते भी जल में ही तैरते हुए दिखते हैं। जलजीवनी फूल का रंग सफेद और लाल होता है जो इसे और भी सुंदर बनाता है। यह फूल बगीचों और झीलों में अक्सर देखा जाता है। इसका उपयोग अनेक औषधीय गुणों के कारण किया जाता है। यह शरीर में अमृतासरी बनता है और कब्ज को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा यह फूल शांति और ताजगी भरा महसूस कराता है जो इसे एक अनोखा वनस्पति बनाता है।
- फैमिली: मेनियासे
- पत्तियों का रंग: हरा
जलजीवनी फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | अक्वेटिक प्लांट |
भूगोलिक मूल: | उत्तर अमेरिका, यूरोप, एशिया |
पौधे का आकार: | छोटे से मध्यम आकार का |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पूरे दिन तक |
प्लांट जोन: | ठंडा और उमस जोन |
विविधता: | उत्तर अमेरिका और यूरोप में विस्तृत रूप से पाया जाता है |
खाद्य वस्तु: | कीटों, मछलियों और बच्चे जल्दी से पिघलने वाली मांसपेशियों का आहार |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | हाँ |
5. जल चमेली (Water Jasmine)
जल चमेली फूल गर्मियों में अपनी खुशबू और रंग के लिए जानी जाती है। इसका फूल सफेद या हल्के पीले रंग का होता है जो इसे अत्यंत सुंदर बनाता है। जल चमेली को बगीचों, पार्कों और मंदिरों में बोटने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे आमतौर पर फूलों की रानी के रूप में भी जाना जाता है।
- फैमिली: ओलेसेसी
- पत्तियों का रंग: हरे
जल चमेली फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | फूलों वाला पौधा |
भूगोलिक मूल: | भारत |
पौधे का आकार: | छोटा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | धूप में |
प्लांट जोन: | उष्णकटिबंधीय क्षेत्र |
विविधता: | बहुत अधिक |
खाद्य वस्तु: | नहीं |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | हाँ |
6. पंच जलक्की (Water Snowflake)
पंच जलक्की फूल एक सुंदर फूल है, जो भारत के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। इसके फूल सफेद और गुलाबी रंग के होते हैं जो इसे अत्यंत आकर्षक बनाते हैं। इस फूल का नाम ‘पंच जलक्की’ उसकी पांच पत्तियों से प्राप्त होता है। यह फूल अपनी खुशबू के लिए भी जाना जाता है जो इसे और भी सुंदर बनाती है। इस फूल को घरों और मंदिरों में सजाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- फैमिली: लाइलियेस
- पत्तियों का रंग: हरा
पंच जलक्की फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | फूलों वाला पौधा |
भूगोलिक मूल: | भारत |
पौधे का आकार: | छोटा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | धूप में |
प्लांट जोन: | उष्णकटिबंधीय क्षेत्र |
विविधता: | अधिक |
खाद्य वस्तु: | नहीं |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | हाँ |
7. जलकमल (Water Lily)
जलकमल एक सुंदर फूल है जो जल के अंदर खिलता है। यह फूल जल के किनारों, तालाबों, झीलों और नदियों में भी पाया जाता है। जलकमल फूल के आकार की वजह से इसे झील के तल पर पाया जाता है। इसके पत्ते सम्पूर्ण तरह से जल के ऊपर होते हैं। यह एक प्रकार का कमल का फूल होता है, जिसका वर्ण गुलाबी और लाल होता है। जलकमल फूल का उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों में भी किया जाता है और इसे मधुमक्खियों के लिए भी खास माना जाता है।
- फैमिली: निम्नलिखित परिवार के अंतर्गत होता है
- पत्तियों का रंग: हरे रंग के बड़े गोल पत्ते होते हैं।
जलकमल फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | जलीय पौधा होता है। |
भूगोलिक मूल: | यह फूल भारत और श्रीलंका में पाया जाता है। |
पौधे का आकार: | इसकी ऊंचाई 5 फीट तक हो सकती है। |
सूर्य किरणों का संपर्क: | इस पौधे को धूप से बचाएं रखना चाहिए। |
प्लांट जोन: | इस पौधे को गर्म और उमस से भरी जलधाराओं में खेती की जाती है। |
विविधता: | जलकमल की कई प्रजातियां होती हैं। |
खाद्य वस्तु: | इसकी जड़ों, पत्तों और फूलों का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता है। |
विषाक्त: | नहीं होता है। |
खुशबूदार: | हाँ, जलकमल के फूल खुशबूदार होते हैं। |
8. नलिनी (Water Platter)
नलिनी एक सुंदर फूल है जो जल में अच्छी तरह से फूलता है। यह फूल पानी में खिलने वाले फूलों में सबसे लम्बा और सुंदर होता है। इसका वैज्ञानिक नाम “Nymphaea” है और यह “सूखी भारत” के साथ-साथ आज कल बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड जैसे कुछ अन्य देशों में भी पाया जाता है। इसकी बूंदें बीज बनाने के लिए उपयोग की जाती हैं और इसके बीज से तेल भी निकाला जाता है।
इसकी पत्तियों का रंग हरे और जड़ से पौधे को जल में जमा रखने में मदद करता है। इस पौधे के नीचे की जड़ कुछ खाद्य वस्तुओं को स्थायी रूप से जमा करती है जो इसे जल से जुड़ा रखती हैं। इस पौधे का आकार बड़ा होता है और इसे सूर्य किरणों का अधिक संपर्क चाहिए। यह प्लांट जोन अनुकूल होता है और विविधता में बहुत उन्नत है। इसका फूल खुशबूदार होता है और इसे विषाक्त फूल माना जाता है।
- फैमिली: निम्नलिखित हैं।
- पत्तियों का रंग: हरे
जलकमल फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | फूलदार पौधा |
भूगोलिक मूल: | एशिया |
पौधे का आकार: | छोटी |
सूर्य किरणों का संपर्क: | धूप |
प्लांट जोन: | उष्णकटिबंधीय |
विविधता: | संयुक्त राज्य अमेरिका में उगता है |
खाद्य वस्तु: | नहीं |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | हाँ |
9. सागर माला (Sea Daffodil)
सागर माला एक सुंदर फूल है जो एक विशाल पौधे पर खिलता है। इसका वैज्ञानिक नाम “कर्निकली कैपसुलेटा” है। इसके फूलों का रंग नीला होता है जो समुद्र के पानी की तरह दिखता है। इसके पत्ते विटामिन सी से भरपूर होते हैं और इसे खाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह पौधा समुद्री क्षेत्रों में पाया जाता है जैसे कि दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका और उत्तर यूरोप। सागर माला फूल की खुशबू से भी परिचित है जो लोगों को आकर्षित करती है।
- फैमिली: अस्थ्रेरेसिये
- पत्तियों का रंग: हरा
सागर माला फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | फूलदार पौधा |
भूगोलिक मूल: | उत्तर यूरोप, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका |
पौधे का आकार: | बड़ा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | धूप |
प्लांट जोन: | उष्णकटिबंधीय |
विविधता: | विस्तृत |
खाद्य वस्तु: | हाँ |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | मिल्ड, आकर्षक गंध |
10. जलरोमल (Water Poppy)
जलरोमल एक सुंदर फूल है जो जल में खिलता है। इसका वैज्ञानिक नाम “नेलुम्बो नुचिफेरा” है। यह एक सुंदर फूल होता है जिसका रंग सफेद या हल्का पीला होता है। यह एक बड़ा फूल होता है जो नदियों और झीलों में खिलता है। इसके फूल का आकार संभवतः उत्तल या समतल होता है। यह फूल मुख्य रूप से दक्षिण एशिया में पाया जाता है और इसे पूजनीय फूल के रूप में भी जाना जाता है। इसकी खुशबू भी बहुत सुंदर होती है जो लोगों को आकर्षित करती है।
- फैमिली: नेलुम्बो नुचिफेरा
- पत्तियों का रंग: हरा
जलरोमल फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | जलीय पौधा |
भूगोलिक मूल: | दक्षिण एशिया |
पौधे का आकार: | बड़ा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पानी में तैरते हुए |
प्लांट जोन: | जलवायु |
विविधता: | स्थानों पर विभिन्न |
खाद्य वस्तु: | नहीं |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | हाँ |
11. जलकुंड (Water Chestnut)
जलकुंड फूल एक सुंदर फूल है जो जल तालाबों में पाया जाता है। यह फूल हल्के नीले व लाल रंग के होते हैं। जलकुंड का पौधा सर्वाहारी होता है जो जल में रहने वाली मछलियों को आहार प्रदान करता है। इसके फूल अधिकतर फाल्गुन से शारद ऋतु तक खिलते रहते हैं। इस फूल को बहुत उपयोग में लाया जाता है, जैसे फूलों से जल के तालाबों की सजावट करने के लिए तथा आभूषण बनाने के लिए। जलकुंड के फूल को आकर्षक रंगों की वजह से कई लोग घर में लगाते हैं।
- फैमिली: नीलकुंडी
- पत्तियों का रंग: हरा
जलकुंड फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | जलीय वनस्पति |
भूगोलिक मूल: | दक्षिण एशिया, उत्तर ऑस्ट्रेलिया |
पौधे का आकार: | छोटा गुच्छा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पूर्ण संपर्क |
प्लांट जोन: | तापमान उच्च और नम जलवायु |
विविधता: | समूह में फूलों की धारा |
खाद्य वस्तु: | नहीं |
विषाक्त: | हाँ |
खुशबूदार: | हाँ |
12. जलबेल (Water Caltrop)
जलबेल एक जलीय फूल है जो पानी में उभरता हुआ पाया जाता है। यह एक सब्जीय फूल होता है जो गुच्छों में उगता है। इसके फूल बड़े आकार के होते हैं और नीले या लाल रंग के होते हैं। इसके पत्ते गोलाकार होते हैं और हल्के हरे रंग के होते हैं। जलबेल अधिकतर जल में उगता है लेकिन वह जीवन जीने के लिए सूखे भूमि में भी उगा सकता है। इसे पौधों के रूप में लगाया जाता है जो एक आकर्षक वृक्ष जैसा दिखता है। यह फूल बहुत खुशबूदार होता है और अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है।
- फैमिली: नायटी फैमिली
- पत्तियों का रंग: हरा
जलबेल फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | जलीय पौधा |
भूगोलिक मूल: | उत्तर अमेरिका, यूरोप, एशिया |
पौधे का आकार: | छोटे फूलों वाला झाड़ीदार पौधा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | धूप या अर्ध-छाया |
प्लांट जोन: | जल मार्ग के किनारे |
विविधता: | जलबेल के कई प्रकार होते हैं |
खाद्य वस्तु: | फल, बीज, पत्ते |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | नहीं |
13. कुंद (Water Canna)
कुंद फूल अपने भारतीय मूल के कारण भारत में बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। इनके फूल भव्य रूप से उभरते हैं और एक साथ कई फूल होते हैं। इनका फूल अलग-अलग रंगों में पाया जाता है जैसे लाल, पीला, हरा आदि। इनके फूल खुशबूदार होते हैं। ये पौधे मुख्य रूप से गर्म और नम जलवायु में उगते हैं। ये एक नया पौधा बनने के लिए बीजों के रूप में या सीधे फूलों के साथ प्रजनन द्वारा प्रजनन होते हैं।
- फैमिली: अपोकिनेसे
- पत्तियों का रंग: हरा
कुंद फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | फूलदार वृक्ष |
भूगोलिक मूल: | भारत, श्रीलंका, चीन और दक्षिण-पूर्व एशिया |
पौधे का आकार: | बड़ा वृक्ष, 5-8 मीटर ऊँचा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पूर्ण सूर्यास्त तक |
प्लांट जोन: | जलीय और उष्णकटिबंधीय क्षेत्र |
विविधता: | वास्तविक अवसाद में है |
खाद्य वस्तु: | फल, बीज और फूल |
विषाक्त: | हाँ |
खुशबूदार: | हाँ |
14. ताल (Palmyra palm)
ताल का फूल बड़े आकार वाला होता है जो सबसे ज्यादा भारत में पाया जाता है। इसका नाम लता पद्मिनी भी है जो जलपाक्षी के नाम से भी जाना जाता है। इसका रंग हल्का सा पीला होता है जो एक पौधे से निकलते हैं और लंबी स्टैमिना और अंडकोषों वाले मध्यम आकार के होते हैं। ताल के फूल जल के ऊपर उठते हैं और इसके निचले हिस्से में जल पौधे होते हैं। ताल का फूल बहुत ज्यादा खुशबूदार होता है और इसे आयुर्वेदिक दवाओं में भी उपयोग किया जाता है।
- फैमिली: अरेकेसीएई
- पत्तियों का रंग: हरा
ताल फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | पेड़ |
भूगोलिक मूल: | भारत |
पौधे का आकार: | बड़ा |
सूर्य किरणों का संपर्क: | धीमा |
प्लांट जोन: | दक्षिण एशिया |
विविधता: | बहुत |
खाद्य वस्तु: | ताल का पानी |
विषाक्त: | नहीं |
खुशबूदार: | नहीं |
15. वाटर ह्यासिंथ (Water Hawthorn)
वाटर हाइएसिंथ एक जलीय फूल है जो पानी के ऊपर तैरता हुआ पाया जाता है। यह जंगली फूल है जो दक्षिण अमेरिका और सेंट्रल अमेरिका में पाया जाता है। इसके पत्तियों का रंग हरे रंग का होता है और इसके फूल बड़े आकार के होते हैं। यह पौधा पानी के नीचे तक जाने वाली जड़ों द्वारा जमीन से लगाया जाता है। इसका विशेषता यह है कि यह जल की गुणवत्ता को सुधारने में मदद करता है और तरल अधिकतम मात्रा में निकालता है।
- फैमिली: वाटर हायासिन्थ फैमिली
- पत्तियों का रंग: हरे
वाटर हाइएसिंथ फूल के बारे में विस्तृत जानकारी:
प्लांट टाइप: | जलीय वनस्पति |
भूगोलिक मूल: | दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका, अफ्रीका |
पौधे का आकार: | छोटे आकार का होता है |
सूर्य किरणों का संपर्क: | अधिकतम |
प्लांट जोन: | जलीय जोन |
विविधता: | समृद्ध |
खाद्य वस्तु: | कच्चा शाक और भंडारित खाद्य |
विषाक्त: | हानिकारक |
खुशबूदार: | नहीं |
16. वॉटर सेलरी (Water Celery)
वॉटर सेलरी, जो कि साइंटिफ़िक रूप से Apium Graveolens के नाम से जाना जाता है, एक उदाहरण है कि कैसे प्राकृतिक संसार अपने अनगिनत रूपों में अद्भुतता को समर्पित करता है।
- फैमिली: उंबेलीफेरा (Apiaceae) परिवार, जिसमें गाजर, धनिया, शलरी, आदि शामिल हैं।
- पत्तियों का रंग: हरा, सुहावना
वॉटर सेलरी के बारे में विस्तृत जानकारी
प्लांट टाइप: | बायोएरेडीएंट, यानी जलपरियावरण में बढ़ने वाला |
भूगोलिक मूल: | उच्च गहराईयों वाले जल स्रोत, झीलें और नदियाँ |
पौधे का आकार: | 1 से 2 फीट के बीच |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पूरे दिन, धूप और अंधेरे दोनों में |
प्लांट जोन: | उदार और उदार नहीं, जल से घिरा हुआ |
विविधता: | नीला, सफेद और हरा सीमित होता है |
खाद्य वस्तु: | उपयोग में लाभकारी, आपोषक |
विषाक्त: | विषाक्तता रहित है |
खुशबूदार: | सुगंधित है, उपयोग में आसानी से होता है |
17. वॉटर स्मार्टवीड (Water Smartweed)
वॉटर स्मार्टवीड, जिसे Polygonum amphibium के नाम से भी जाना जाता है, एक पानी में बढ़ने वाला पौधा है जो अपने जल सुरक्षा के सामर्थ्य के लिए प्रसिद्ध है। इस पौधे का अद्वितीय गुण स्थानीय जल स्रोतों की सुरक्षा में बढ़ावा करना है।
- फैमिली: पॉलीगोनेस (Polygonaceae) परिवार, जिसमें रहु, रुई, और सुरजमुखी शामिल हैं।
- पत्तियों का रंग: हरा से लेकर लाल और ब्राउन
वॉटर स्मार्टवीड के बारे में विस्तृत जानकारी
प्लांट टाइप: | अण्डकोषीय या एम्फिबियन्स, जलबासी |
भूगोलिक मूल: | ताजगी से भरी हुई जल स्रोतें, तालाब, नदियाँ |
पौधे का आकार: | 1 से 3 फीट तक, आमतौर पर वायरल |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पूरे दिन, धूप और अंधेरे दोनों में |
प्लांट जोन: | जलबासी, पानी के नीचे और उपर तक |
विविधता: | हरा, पीला, लाल, ब्राउन |
खाद्य वस्तु: | भूजल से पोषित होता है, उच्च खाद्य मूल्य |
विषाक्त: | विषाक्तता रहित है |
गंध: | मिस्टी, धूप में सुगंधित |
18. वॉटर प्रिमरोज़ (Water Primrose)
वॉटर प्रिमरोज़ एक आकर्षक जल पौधा है जो अपनी बड़ी, चमकदार पुष्पों के लिए प्रसिद्ध है। इसकी सुंदरता ने इसे एक सजीव पेंटिंग की तरह बना दिया है, जो जल स्त्रोतों को सजीव और रंगीन बनाए रखने में मदद करता है।
- फैमिली: आकाशगंगा फैमिली (Onagraceae Family) में आता है, जिसमें गुलाबीफूल, फायरवीड, और फुटमिस्ट्रेस भी शामिल हैं।
- पत्तियों का रंग: हरा से लेकर लाल और गुलाबी
वॉटर प्रिमरोज़ के बारे में विस्तृत जानकारी
प्लांट टाइप: | जलीय और समिति, जल सतह पर पैदा होता है |
भूगोलिक मूल: | ताजगी से भरी हुई जल स्रोतें, तालाब, नदियाँ |
पौधे का आकार: | 1 से 3 फीट तक, आमतौर पर वायरल |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पूरे दिन, धूप और अंधेरे दोनों में |
प्लांट जोन: | जलबासी, पानी के नीचे और ऊपर तक |
विविधता: | हरा, पीला, लाल, गुलाबी |
खाद्य वस्तु: | जल सतह के कीचड़ को पोषित करने में मदद करता है |
विषाक्त: | विषाक्तता रहित है |
गंध: | मिस्टी, धूप में सुगंधित |
19. वॉटर फॉरगेट-मी-नॉट (Water Forget-Me-Not)
वॉटर फॉरगेट-मी-नॉट पौधों की एक खास श्रृंगारी जोड़ी है जो जल स्त्रोतों और तालाबों को और भी आकर्षक बना देती है। इसका नाम सुझाता है कि यह एक बार देखा गया है, तो यह बूटीनिया की याद दिलाता है जो आपको इसे भूलने का संकेत नहीं देगा।
- फैमिली: बोरेजिफेरे (Boraginaceae) परिवार, जिसमें सींग जल और अजवैन भी शामिल हैं।
- पत्तियों का रंग: नीला से लेकर गहरा नीला
वॉटर फॉरगेट-मी-नॉट के बारे में विस्तृत जानकारी
प्लांट टाइप: | जलीय और समिति, पानी के नीचे और ऊपर तक |
भूगोलिक मूल: | ताजगी से भरी हुई जल स्रोतें, तालाब, नदियाँ |
पौधे का आकार: | 6 से 12 इंच तक, क्रीपिंग ग्रोथ हेबिट |
सूर्य किरणों का संपर्क: | पूरे दिन, धूप और अंधेरे दोनों में |
प्लांट जोन: | जलबासी, पानी के किनारों और डिप्थ में |
विविधता: | नीला, गहरा नीला, हल्का नीला |
खाद्य वस्तु: | पानी की सतह से पोषित होता है |
विषाक्त: | विषाक्तता रहित है |
गंध: | मिस्टी, फूलों में सुगंधित |
20. मार्श मेरीगोल्ड (Marsh Marigold)
मार्श मेरीगोल्ड एक बहुरंगी पौधा है जो आपके निकट के जल स्रोतों और नम भूमि में बड़ी चमक लाता है। इसके सुंदर पीले फूल आपको आत्म-प्रकाशित करते हैं और इसे एक स्वर्गीय वन्यजीवन में बदल देते हैं।
- फैमिली: रैनुंकुलेस (Ranunculaceae) परिवार, जिसमें बटरकप और अनेमोनी शामिल हैं।
- पत्तियों का रंग: आंदानी (गहरा पीला)
मार्श मेरीगोल्ड के बारे में विस्तृत जानकारी
प्लांट टाइप: | उपजाऊ सब्जीयों के साथ स्थानीय प्रजाति |
भूगोलिक मूल: | नम भूमि, जल स्रोतों के किनारे |
पौधे का आकार: | 1 से 2 फीट की ऊचाई तक |
सूर्य किरणों का संपर्क: | धूप और अंधेरे दोनों में |
प्लांट जोन: | जल के किनारे, नम भूमि में |
विविधता: | पीला, सुंदर चमक |
खाद्य वस्तु: | पूरा पौधा उपभोग किया जा सकता है, लेकिन तब जब यह ठंडा होता है |
विषाक्त: | नहीं है |
गंध: | मिस्टी, मिठा, अच्छीबू |
निष्कर्ष
समापन में, हमने देखा कि पानी में खिलने वाले फूल अपनी बेजोड़ खूबसूरती और स्वस्थ गुणों के कारण लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं। इन फूलों को अपने घर और ऑफिस में रखकर, उन्हें देखते हुए, हम अपने दिन की शुरुआत एक सुंदर अनुभव से कर सकते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हमने पानी में खिलने वाले 15 फूलों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में बताए हैं।
इन फूलों के बारे में विस्तृत जानकारी देने से पहले, हमने यह भी बताया कि जो लोग फूलों से नहीं परिचित हैं उनके लिए हमने “25 फूलों के नाम” नामक एक और ब्लॉग पोस्ट तैयार की है जिसमें 25 फूलों के नाम हिंदी और अंग्रेजी में बताए गए हैं। उम्मीद है कि इस पोस्ट से आपको पानी में खिलने वाले फूलों के बारे में नई जानकारी मिली होगी और आप भी इन्हें अपने घर और ऑफिस में रखकर उनके सुंदरता का आनंद उठा सकेंगे।
FAQ’s
10 जल में रहने वाले पौधो के नाम ?
1) वाटर हाइसड्रा (Water Hyacinth)
2) कुंदल (Lotus)
3) वाटर लिली (Water Lily)
4) वाटर लोगेट (Water Lettuce)
5) जंगली तारा (Wild Celery)
6) वाटर क्रेस (Watercress)
7) जंगली चावल का पौधा (Wild Rice)
8) डकटी की जड़ (Bog Moss)
9) बुदबुदाने वाला फूल (Bladderwort)
10) जंगली मक्का (Wild Corn)
पानी में रहने वाले पौधे क्या कहलाते हैं?
पानी में रहने वाले पौधों को जलीय पौधे (Aquatic plants) भी कहते हैं।
सबसे बड़ा जलीय पौधा कौन सा है?
सबसे बड़ा जलीय पौधा “वाटर हाइसड्रा” (Water Hyacinth) होता है। यह पौधा अमेरिका का मूल निवासी होता है लेकिन अब यह पूरी दुनिया में पाया जाता है।
जल में पनपने वाला पौधा कौन सा है?
जल में पनपने वाला पौधा को जलवायु प्रदेशों में उगाया जाने वाला पौधा भी कहते हैं। कुछ उदाहरण इस प्रकार के पौधों के नाम हैं: वाटर हाइसड्रा, वाटर लिली, जल कुंभी, जल कमल, बुजुई आदि।
पानी के नीचे के पौधे क्या करते हैं?
पानी के नीचे रहने वाले पौधे पानी से ऊर्जा और पोषण लेते हैं तथा ऑक्सीजन उत्पादित करते हैं।
जलीय पौधे कहां पाए जाते हैं?
जलीय पौधे जल में पाए जाते हैं जैसे कि झीलें, नदियाँ, तालाब, पानी भरे खाड़ी आदि में।
जलमग्न पौधा कौन सा है?
जलमग्न पौधा, जिसे लैटिन नाम Hydrilla verticillata से जाना जाता है, एक जलीय पौधा है जो प्रयागों, झीलों, तालाबों और नदियों में पाया जाता है।
तालाब में कौन कौन से फूल खिलते हैं?
तालाब में कुछ प्रमुख फूल होते हैं जैसे कि कुंद, जलतरंग, कुंदरू, लोतस, वाटरलीली, जलमोहरा आदि।
कौन सा पौधा 12 महीने के फूल देता है?
बारह महीने तक फूल देने वाले पौधे में से एक उदाहरण है “गुलाब”।
भारत के जल पुष्प के नाम से कौन प्रसिद्ध है?
भारत के जल पुष्प को “कमल” कहा जाता है, जो कि भारत का राष्ट्रीय फूल है।
जलीय फूल कौन सा है?
जलीय फूल का एक उदाहरण “लोटस” है, जो कि भारतीय जल मार्ग पर पाया जाता है।
भारत का अंतरराष्ट्रीय फूल कौन सा है?
भारत का अंतरराष्ट्रीय फूल “तजमहल” है, जो कि विभिन्न अंतरराष्ट्रीय पहचानों के साथ जुड़ा हुआ है।
भारत में किस पेड़ में 365 दिन फूल आते हैं?
इसका उदाहरण “चमेली” पेड़ है, जो साल भर में फूलों से भरा रहता है।
रात में खिलने वाला फूल कौन सा है?
रात को खिलने वाले फूल को “रातरानी” भी कहा जाता है, जैसे कि रात की रानी (स्याह रात की रानी)।
कौन सा फूल 56 साल में एक बार खिलता है?
56 साल में एक बार खिलने वाले फूल को “ब्रह्मकमल” कहा जाता है।
फूलों की रानी कौन है?
फूलों की रानी का उदाहरण “चमेली” है, जो अपनी सुंदरता और खुशबू के लिए प्रसिद्ध है।
फूलों का राजा कौन है?
फूलों का राजा का उपनाम “चमेली” बनाया जाता है, जिसे अपने राजसी और महकते फूलों के लिए जाना जाता है।
पानी का पौधा कौन सा है?
पानी के पौधे को “कमल” कहा जाता है, जो पानी में बड़े और सुंदर फूलों के साथ जुड़ा होता है।
Introducing Meenakshi Banerjee, a distinguished professional in the field of Plant Developmental Biology and Plant-Pathogen Interaction. With a remarkable academic journey and notable awards to her credit, she has made significant contributions to the scientific community.
Meenakshi Banerjee’s academic pursuits began at Banaras Hindu University, where she pursued her education with great zeal and enthusiasm. Armed with a passion for research and a drive to excel, she embarked on a journey that would shape her illustrious career.
In 1989, Meenakshi joined Barkatullah University as a lecturer, where she imparted knowledge and inspired young minds for years to come. Her dedication and commitment to academia were evident as she climbed the ranks, becoming a Reader in 1997 and a Professor in 2005.
Throughout her career, Meenakshi’s expertise in Plant Developmental Biology and Plant-Pathogen Interaction has been widely acknowledged. Her valuable insights have advanced the understanding of complex biological processes, leaving a lasting impact on the scientific landscape.
Notably, Meenakshi Banerjee has been honored with the prestigious Dr. Katju Award and the M.P Young Scientist Award, recognizing her exceptional contributions to the field.
With a prominent presence on Google Scholar, Meenakshi continues to inspire and mentor aspiring researchers, fostering a culture of scientific curiosity and innovation.
Through her unwavering dedication to research, teaching, and academic excellence, Meenakshi Banerjee has earned the respect and admiration of her peers and students alike. Her work serves as a beacon of knowledge, illuminating the path for future generations of scientists and scholars.